जेठ जी ने कल रात छत पर चूत चाटकर चोदा

Jeth Bahu Sex Kahani Hindi Sex Story – आज एक ऐसी कहानी आपको सुनाने जा रही हूँ जिससे आपका लंड खड़ा हो जायेगा अगर आप पुरुष है और अगर आप लड़की है महिला है तो आपको चूत गीली होनी शुरू होगी और बिना चुदवाये या चूत में ऊँगली डाले आपको आज रात नींद नहीं आएगी। आज मैं आपको एक जबरदस्त सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ। ये सेक्स कहानी मेरे और मेरे जेठ जी के बिच की है। हमारे यहाँ अपने जेठ के सामने बिना घुंघट की आते नहीं और कभी छूते नहीं सामने भी नहीं आते और कल मैं उसी समाज की रहते हुए अपनने जेठ जी से जबरदस्त तरीके से चुदी आज नॉनवेज के सभी दोस्तों को अपनी कहानी बिना देर किये सूना रही हूँ।

मेरा नाम नीतू है मैं 32 साल की खूबसूरत गदराई हुई जबरदस्त हॉट और सेक्सी औरत हूँ। मैं 36 इंच की ब्रा पहनती हूँ पर मेरा कमर 32 साइज की है यानी मेरी चूचियों की साइज बड़ी है और कमरे पतली गांड चौड़ी लम्बी गर्दन लम्बे बाल और मैं खुद लम्बी हूँ। मेरे कजरारे आँख और गुलाबी गाल मेरी सुंदरता में और भी चार चाँद लगा देता है। मैं बहुत ही सेक्सी किस्म की हॉट औरत हूँ रोजाना इस वेबसाइट पर वेबसाइट पर आकर हॉट सेक्स कहानियां पढ़ती हूँ और फिर चूत को सहलाकर और चूचियां दबाकर सो जाती हूँ। आप सोच रहे होंगे फिर मेरा पति किधर गया? तो सबसे पहले ये भी आपको बता देती हूँ मैं गाँव में रहती हूँ और मेरे पति सरकारी जॉब में हैं उनकी ड्यूटी बहुत कड़ा है वो घर कम आते हैं और फॅमिली को भी अपने साथ नहीं ले जा सकते हैं। इसलिए मैं अपने दो बच्चों के साथ गाँव में ही रहती हूँ जब वो आते हैं तभी चोदते हैं।

बात ग्यारह तारीख की है मेरे चचेरे जेठ जी जो शहर में रहते हैं गाँव आये हुए थे। और उसी दिन मेरे गाँव में बिजली नहीं थी ट्रांसफार्मर ख़राब हो जाने के कारन तो रात को वो मेरे यहाँ ही खाये थे तो मैंने उनसे कहा की भैया आप भी यही सो जाइये आपका छत गन्दा होगा इसलिए आपका बिस्तर यही लगा देते है ऐसे भी लाइट नहीं है तो आपको भी छत पर ही सोना होगा। फिर मैं निचे जाकर बिछावन लाई और फिर उनके लिए बिछा दी।

मेरे दोनों बच्चे जल्दी ही सो जाते हैं क्यों की स्कूल से आते आते वो बहुत ज्यादा थक जाते हैं। मैं जगी हुई थी रोजाना इस वेबसाइट पर आकर कहानियां पढ़ती हूँ इसलिए तो मैं मोबाइल पर सेक्स कहानी पढ़ रही थी। जेठ जी भी कुछ मोबाइल में ही कर रहे थे। तभी जेठ जी बोले नीतू देखो ज़माना कितना बदल गया है। मैं एक साल पर आया हूँ पर मैं भी मोबाइल में घुसा हूँ और आप भी मोबाइल में ही घुसे हैं। पहले के लोग बातचीत करते थे एक दूसरे का दुःख सुख बाँटते थे पर आजकल लोग एक साथ रहने पर भी बात नहीं करते क्यों की मोबाइल आ गया है।

मैं तुरंत ही आधी कहानी पढ़कर ही मोबाइल बंद कर दी। मेरी चूत से कहानियां पढ़कर गीली हो चुकी थी। मैं तुरंत ही जेठ जी के पास बैठ गयी उनसे थोड़ा दुरी बनाकर वो भी उठकर बैठ गए। उन्होंने कहा नीतू निचे क्यों बैठी हो फर्श पर आ जाओ बिछावन पर ही बैठ जाओ। दूर बैठ जाना जेठ है तो। और हम दोनों हसने लगे और मैं उनके बेड पर बैठ गई। बातचीत होने लगी सुख दुःख बांटनें लगे। उन्होंने पूछा आपको किस चीज की कमी है तो मैंने कहा भैया पहले आप बताएं। तो उन्होंने कहाँ सब कुछ ठीक है पर आपकी दीदी का व्यवहार ठीक है नहीं। आजकल उसके चाल चलन ठीक नहीं है। वो आजकल एक लड़के के प्यार में पागल हो रही है। जैसे जैसे उम्र बढ़ रहा है वैसे वैसे उसकी मानसिकता बदल रही है।

मैंने खुल कर पूछ लिया फिर आपकी सेक्स लाइफ ठीक नहीं चल रही है। उन्होंने सर हिला कर जवाव दे दिया। उन्होंने मेरे बारे में पूछा तो मैंने भी कह दिया मेरी सेक्स लाइफ तो और भी ख़राब है वो बहोत दिन पर घर आते है आकर भी वो ऑफिस के फ़ोन में ही लगे रहते हैं। पता नहीं ये बात शेयर करते ही मेरी धड़कन बढ़ने लगी। शायद मैंने गलती कर दी ऐसी बात बोलकर बाद में एहसास हुआ की मैंने क्या पूछ लिया जेठ जी से और क्या बता दिया अपने बारे में। मैं उठ कर जाने लगी सॉरी बोलकर।

वो बैठे बैठे ही मेरी हाथ पकड़ लिए और फिर से बैठने बोले। मैंने कहा भैया आप मुझे छु दिए उन्होंने कहा ज़माना बदल गया है। मैं बैठ गई अब उनके करीब बैठ गई वो अपना हाथ मेरे पीठ पर रखे और सहलाते हुए बोले आज की रात मैं मदद कर सकता हूँ अगर आप राजी हो तो। मैं उनको देखने लगी कुछ भी नहीं बोली। वो फिर से बोले ये बात आपके और मेरे बिच ही रहेगा। मैं फिर से चुप थी उन्होंने कहा शायद मुझे नहीं बोलना चाहिए। मैं उनको देखने लगी और फिर थोड़ा आगे बढ़कर मैं अपने सिर झुका ली वो मेरे सिर को उठाये और मेरे होठ के तरफ वो अपना होठ लेकर आये और फिर दोनों के लव मिल गए और एक दूसरे को होठ को चूसने लगे।

वासना इतनी भड़क गई थी उनकी, उन्होंने तुरंत ही मेरे ब्लाउज को खोलने लगे मैं भी हुक खोलने मे मदद की और ब्रा का हुक खोलते ही मैं दोनों चूचियों को आज़ाद किया और लेट गई उन्होंने तुरतं ही मेरी साडी उतार दी पेटीकोट का नाडा खोलते देर नहीं लगा तुरंत ही मेरी पेंटी उतार के अलग कर दिया। मैं चांदनी रात में खुले आसमान के निचे नंगी लेटी हुई थी। वो तुरंत ही मेरे निप्पल को मुँह में ले लिया बड़ी बड़ी चूचियों वो भी बहुत टाइट दोनों हाथ से दबाने लगे। मुझे चूमने लगे। मैं सिसकारियां लेने लगी मेरी चूत गीली होने लगी। मेरे से रहा नहीं गया तुरंत ही उनका लंड पकड़ के हिलाने लगी और फिर अपनी मुँह में ले ली।

जेठ जी का मोटा लंड जैसे ही मेरे जीभ से लगा मैं मचल गई। मेरी चूत गरम हो चुकी थी मेरी साँसे भी तेज तेज चलने लगी थी वो मेरी चूचियां दबाते हुए मुझे चूमने लगे वो निचे गए और मेरी दोनों टांगो को अलग अलग कर के मेरी चूत चाटने लगे। मैं खुद ही अपनी चूचियां दबा रही थी अंगड़ाइयां ले रही थी। आआह ऊह्ह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह की आवाज मेरे मुँह से निकल रही थी बार बार मैं एक लम्बी साँसे लेती और कहती बहुत अच्छा लग रहा है और मैं चूत से गरम गरम पानी छोड़ती और जेठ जी उसको चाट लेते।

अब मुझे उनका मोटा लंड मेरी चूत में चाहिए थे। मैंने दोनों टांगो को अलग अलग कर दिया जैसे की मैं उनको निमंत्रण दे रही हूँ। वो तुरंत ही अपने पोजीशन में आ गए मोटा लंड पकड़कर मेरी दोनों टैंगो के बिच खाई में रगड़ मारे मैं और भी मचल गई। उन्होंने छूट के छेद को पहले अपनी ऊँगली से महसूस किया फिर लंड को सेट किया और करीब दो इंच अंदर गया की वो मेरी दोनों चूचियों को दोनों हाथों से पकड़ लिए और जोर से धक्के देकर पूरा लंड मेरी चूत के अंदर गाड़ दिया। ओह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह उफ्फफ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ़ आआआआ ओह्ह्ह्हह्ह उफ्फफ्फ्फ़ की आवाज मेरे मुँह से अनायास ही निकलने लगी।

वो मेरी चूचिओं को मसलते हुए मेरी चूत में लंड अंदर बाहर करने लगे। ओह्ह्ह्हह्ह उन्होंने मेरी कामवासना को भड़का दिया था। मैं भी मचल गई रहा नहीं गया गांड निचे से हुआ घुमा कर हौले से धक्के देती और उनके लंड को अंदर करती और फिर से ह्यययययय ह्ययययययय की आवाज निकलते हुए अपने होठ खुद ही दांतों से दबाती। ओह्ह्ह्हह्ह उन्होंने मुझे पूरी रात चोदा हम दोनों जगे रहे रह रह कर उन्होंने मुझे खुश किया। यादगार रात हो गई थी मेरी उन्होंने मुझे खुश कर दिया था। मैं दूसरी सेक्स कहानी जल्द ही नॉनवेज पर लिखने वाली हूँ।