Land ki Pyas Hindi Sex story – ये है एक गरम और उत्तेजक हिंदी कहानी जो दिखाएगी लंड की प्यास का असली मज़ा। रानी नाम की एक भाभी की चूत में लगी आग और उसके पड़ोसी रवि के मोटे लंड की चुदाई से भरी ये कहानी आपको तड़पा देगी। उसकी गांड और चूचों की भूख और रात भर की जोरदार चुदाई का रोमांच इस कहानी में भरा पड़ा है। तैयार हो जाइए एक बोल्ड और सेक्सी सफर के लिए, जो आपकी प्यास को और बढ़ा देगा!
गर्मियों की दोपहर थी। दिल्ली की एक तंग गली में किराए के मकान में रानी अकेली लेटी थी। उसका पति ट्रक ड्राइवर था, महीनों बाहर रहता था। रानी 28 की थी, उसकी मोटी गांड और भरे हुए चूचे उसकी साड़ी में कैद नहीं होते थे। उसकी चूत में एक अजीब सी खुजली थी, जो रात-दिन उसे तड़पाती थी। “लंड की प्यास कम नहीं होती मेरी,” उसने बुदबुदाया और अपनी साड़ी ऊपर उठाकर चूत में उंगली डाल दी। उसकी सिसकियाँ कमरे में गूँज रही थीं, लेकिन ये खुजली मिटने का नाम नहीं ले रही थी। तभी दरवाजे पर दस्तक हुई। उसका पड़ोसी, रवि, खड़ा था—25 का जवान लड़का, जिसका लंड पैंट में उभर रहा था। “रानी दीदी, कुछ चाहिए क्या?” उसने शरारती अंदाज में पूछा।
रानी ने उसे अंदर बुलाया। उसकी साड़ी अभी भी ऊपर थी, और उसकी गीली चूत रवि को साफ दिख रही थी। “देख क्या रहा है, हरामी? मेरी चूत को लंड चाहिए,” उसने होंठ काटते हुए कहा। रवि का लंड पैंट में तन गया। “दीदी, ये तो मेरे लंड को बुला रही है,” उसने कहा और अपनी पैंट उतार दी। उसका मोटा, सख्त लंड हवा में लहरा रहा था। रानी की आँखें चमक उठीं, “आ जा, इसे मेरी चूत में ठोक दे,” उसने टाँगें चौड़ी करते हुए कहा। रवि ने उसे बिस्तर पर धकेला और उसकी साड़ी फाड़ दी। उसकी चोली खुल गई, और उसके रसीले चूचे बाहर लटक पड़े। “क्या मस्त चूचे हैं तेरे, इन्हें चूस-चूस कर लाल कर दूँगा,” उसने कहा और एक निप्पल को मुँह में भर लिया।
“आह्ह, रवि, मेरे चूचे चूस, मेरी चूत में आग लग रही है!” रानी चिल्लाई। उसने रवि के लंड को पकड़ा और उसे मसलने लगी। “तेरा लंड तो साँड़ जैसा है, इसे मेरी चूत में पेल दे,” उसने फुसफुसाया। रवि ने उसकी चूत पर अपनी जीभ फेर दी। “तेरी चूत तो रस से तर है, साली,” उसने कहा और उसे चूसने लगा। “चाट ले मेरी चूत, इसे चूस-चूस कर फाड़ डाल!” रानी की सिसकियाँ तेज हो गईं। उसका रस रवि के मुँह में भर गया। “क्या स्वाद है तेरी चूत का, इसे चोदने का मन कर रहा है,” उसने कहा और अपनी दो उंगलियाँ उसकी चूत में घुसा दीं। रानी की गांड उछलने लगी, “उंगली मत कर, लंड डालकर चोद मुझे, मेरी चूत तेरे लंड की भूखी है!” वो चीख पड़ी।
रवि ने उसे कुतिया की तरह झुका दिया। रानी की मोटी गांड हवा में तन गई। “अब तेरी गांड और चूत दोनों चोदूँगा,” उसने कहा और उसकी गांड पर जोरदार थप्पड़ मारा। “मारो, मेरी गांड लाल कर दो, फिर अपने लंड से चीर डालो!” रानी चिल्लाई। रवि ने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ा और एक झटके में अंदर पेल दिया। “आह्ह, मेरी चूत फट गई, और जोर से चोद!” रानी की चीखें कमरे में गूँज उठीं। उसकी गांड हर धक्के के साथ थरथरा रही थी। “तेरी चूत तो लंड को चूस रही है, साली,” रवि ने कहा और उसे कुतिया बनाकर जोर-जोर से चोदने लगा। उसकी चूत से रस टपक-टपक कर बिस्तर पर गिर रहा था। “और गहरा डाल, मेरी चूत को फाड़ डाल!” रानी चिल्लाई।
चुदाई का खेल अब गरम हो गया। रवि ने रानी को पलटा और उसके लंड पर चढ़ा दिया। “अब तू मेरे लंड की सवारी कर, रंडी,” उसने कहा। रानी ने अपनी चूत में लंड डाला और उछलने लगी। उसके चूचे हवा में नाच रहे थे। “चोद ले मुझे, मेरे लंड को निचोड़ डाल!” रवि ने उसके चूचों को मसलते हुए कहा। रानी की चूत उसके लंड को निगल रही थी, और उसकी गांड हर उछाल के साथ थप-थप की आवाज कर रही थी। “तेरा लंड मेरी चूत को चीर रहा है, और जोर से पेल!” उसने चिल्लाया। रवि ने नीचे से धक्के मारे, और उसकी चूत की गहराई तक लंड ठोक दिया। “तेरी चूत तो रस की खान है, इसे चोद-चोद कर सूखा दूँगा,” उसने दाँत पीसते हुए कहा।
रवि ने रानी को उठाया और दीवार से सटा दिया। उसकी टाँगें हवा में लटक रही थीं। “अब तेरी चूत को रगड़-रगड़ कर चोदूँगा,” उसने कहा और तेजी से धक्के मारने लगा। “आह्ह, रवि, मेरी चूत चीर डाल, और गहरा डाल!” रानी चिल्लाई। उसकी गांड दीवार से टकरा रही थी। “तेरी चूत तो लंड की दीवानी है, इसे पूरा भर दूँगा,” रवि ने कहा और उसके चूचों को मसलते हुए चोदता रहा। रानी ने अपने नाखून रवि की पीठ में गड़ा दिए, “चोद मुझे, मेरी चूत को अपने लंड की गुलाम बना दे!” उसकी चीखें सिसकियों में बदल गईं। उसकी चूत से रस बह रहा था, और रवि का लंड उसमें बार-बार अंदर-बाहर हो रहा था। “तेरी चूत की प्यास मिटाऊँगा,” रवि ने चीखा।
चुदाई का नशा अब चरम पर था। रवि ने रानी की गांड को हवा में उठाया। “तेरी गांड की भी बारी है, रंडी,” उसने कहा और उसकी गांड के छेद पर लंड रगड़ा। “डाल दे, मेरी गांड को चोद-चोद कर ढीली कर दे!” रानी चिल्लाई। रवि ने अपना लंड उसकी गांड में पेल दिया। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और जोर से चोद!” रानी की चीखें तेज हो गईं। उसकी चूत से रस टपक रहा था, और गांड रवि के लंड को निगल रही थी। “तेरी गांड तो चूत से भी टाइट है, इसे रगड़ डालूँगा!” उसने कहा और धक्कों की रफ्तार बढ़ा दी। रानी की गांड हर धक्के के साथ थरथरा रही थी, “और गहरा, मेरी गांड को फाड़ डाल!” उसने चीखा। रवि ने उसकी गांड में लंड को जड़ तक ठोक दिया।
रवि ने रानी को फिर से बिस्तर पर पटका और उसके रसीले होंठों को चूसना शुरू किया। “तेरे होंठ तो आग हैं, इन्हें काट डालूँगा,” उसने कहा और उसके होंठों को दाँतों से दबाया। रानी ने उसका लंड पकड़ा और मसलते हुए कहा, “तो मेरी चूत को भी काट, इसे चोद-चोद कर फाड़ दे!” रवि ने उसे फिर से कुतिया बनाया और उसकी चूत में लंड ठोका। “तेरी चूत और गांड दोनों को रस से भर दूँगा,” उसने चीखते हुए कहा। रानी की गांड थप-थप की आवाज कर रही थी, और उसकी चूत रवि के लंड को चूस रही थी। “चोद मुझे, मेरी चूत की प्यास बुझा दे!” रानी चिल्लाई। रवि ने उसकी चूत में तेजी से धक्के मारे, और उसकी चीखें कमरे में गूँज उठीं।
अब रवि ने रानी को घुटनों पर बिठाया। “अब तू मेरे लंड को चूस, साली,” उसने कहा और अपना लंड उसके होंठों पर रगड़ा। रानी ने अपनी जीभ निकाली और रवि के लंड को चाटने लगी। “आह्ह, रवि, तेरा लंड तो नमकीन है, इसे पूरा मुँह में लूँगी,” उसने कहा और लंड को अपने गले तक ठूँस लिया। रवि ने उसके बाल पकड़े और उसके मुँह में धक्के मारने लगा। “चूस ले मेरे लंड को, तेरे होंठ इसे निचोड़ डालें!” उसने चीखते हुए कहा। रानी की चूत फिर से गीली हो गई, और वो अपनी उंगलियाँ उसमें डालकर हिलाने लगी। “तेरे लंड का रस मेरे मुँह में डाल दे,” उसने फुसफुसाया। रवि का लंड उसके मुँह में फटने को तैयार था।
आखिर में रवि का लंड फट पड़ा। उसका गरम रस रानी की चूत में भर गया, फिर उसकी गांड में, और बाकी उसके चूचों, होंठों और मुँह में छिड़क गया। “आह्ह, रवि, तेरा रस मेरे होंठों पर लगा दे,” रानी ने कहा और रवि के लंड से टपकते रस को चाट लिया। दोनों हाँफते हुए बिस्तर पर गिर पड़े। “रानी, तू तो लंड की भूखी शेरनी है,” रवि ने हँसते हुए कहा। “हाँ, और मेरी चूत की प्यास कम नहीं होती,” रानी ने जवाब दिया। उसकी चूत अभी भी रवि के लंड को ललकार रही थी। “एक बार और चोद दे, मेरी चूत अभी भूखी है,” उसने शरारती अंदाज में कहा। रवि ने उसकी गांड पर थप्पड़ मारा, “तेरी चूत और गांड को रात भर चोदूँगा,” उसने वादा किया।
रात गहरा गई थी। रानी और रवि एक-दूसरे से लिपटे रहे। “रवि, तेरे लंड ने मेरी चूत को तृप्त कर दिया,” रानी ने हाँफते हुए कहा। “लेकिन तेरी प्यास अभी बाकी है, ना?” रवि ने हँसते हुए पूछा। रानी ने उसका लंड फिर से पकड़ा और सहलाने लगी, “हाँ, लंड की प्यास कम नहीं होती मेरी, इसे फिर से मेरी चूत में डाल दे।” रवि ने उसे फिर से कुतिया बनाया और उसकी चूत में लंड ठोक दिया। “तेरी चूत को चोद-चोद कर फाड़ डालूँगा,” उसने चीखा। रानी की चीखें फिर से गूँज उठीं, “चोद मुझे, मेरी चूत को अपने लंड का दीवाना बना दे!” दोनों की चुदाई रात भर चलती रही।
सुबह तक कमरे में चुदाई की गर्मी बनी रही। रानी की चूत और गांड रवि के लंड से तृप्त हो चुकी थीं, लेकिन उसकी आँखों में अभी भी भूख थी। “रवि, तू हर रात मेरी चूत को चोदना,” उसने कहा। रवि ने उसकी गांड पर एक थप्पड़ मारा, “तेरी चूत और गांड मेरे लंड की गुलाम हैं,” उसने जवाब दिया। रानी की चूत ने फिर से लंड माँगा, और रवि ने उसे फिर से चोदना शुरू कर दिया। “लंड की प्यास कम नहीं होती मेरी,” रानी ने सिसकते हुए कहा, और उसकी चुदाई की कहानी अनंत तक चलती रही। कमरे की दीवारें उनकी गरम रात की गवाह बन गईं।