कमसीन नौकरानी को चोदा और माँ बनाया

मैं 30 साल का हु, मेरा नाम रजनीश है, मैं बैंक में काम करता हु, मैं चंडीगढ़ में रहता हु, आज मैं आपको अपनी एक कहानी सुनाने जा रहा हु, ये चुदाई की कहानी मेरे और मेरे नौकरानी गौरी के बिच का है. दोस्तों गौरी उम्र में काफी छोटी है. छोटे जाती का होने के नाते उसकी शादी थोड़ा पहले हो गई है, उसका पति कुछ भी काम नहीं करता है, गौरी ही सिर्फ काम करती है और पुरे घर का खर्च भी चलाती है.

देखने में वो बहूत ही ज्यादा हॉट है. मेरी नजर उसपर पहले से ही थी, पर जब से मेरी बीवी गाँव गई है. तो चूत का दर्शन नहीं होने की वजह से मुझे इधर उधर मुह मारना पड़ा. जब वो सुबह आती, पहले तो अपने चूचियों पे दुप्पटा बांन्ध लेती ताकि ऊपर से कुछ दिखे नहीं, ये मुझे ठीक नहीं लगता था, क्यों की एक तो ऐसे ही चूत गाँव चली गई है, और साली इसकी चूचियों को देखकर भी मूठ मार लेते तो ये भी ढक लेती है. मुझे तो बहूत गुसा आता, एक दिन मैंने गौरी को अपने पास बुलाया, उसको अपने बेड पर बैठाया, और फिर उसके परिवार के बारे में पूछने लगा, वो बताने लगी की मेरी शादी को हुए अभी सिर्फ छह महीने ही हुए है, मेरा पति कुछ भी काम नहीं करता है वो सिर्फ घर पर गांजा पीता है, मैं पुरे घर का खर्च चलाती हु, पर आजकल मैं बहूत ही ज्यादा परेशां हु,

मैंने पूछा की क्यों परेशान है, तो वो बताने लगी. मैं अपने घर की सबसे बड़ी बेटी हु, मेरे से छोटी एक और बहन है, मेरे पापा बीमार रहते है, माँ एक मैडम के घर में काम करती है, मुझे अपने पाप को कुछ रूपये देने है. क्यों की उन्होंने किसी से उधर लिया था अब वो रोज आके गाली देता है. मेरा घर मेरे माँ पाप के घर के नजदीक ही है. वो आदमी मुझे घूरता भी है. मुझे बहूत डर लग रहा है. मैंने मौके की नजाकत को समझा और तुरंत ही उसके कंधे पर हाथ रख दिया,

वो तो पहले थोड़ा सकपकाई फिर शांत हो गई. मैंने कहा मैं करूँगा तुम्हारी मदद, तो वो बोली क्या आप मेरी मदद करेंगे? मैंने कहा जो कह दिया सो कह दिया, और मैं पूछा की कितना पैसा लगेगा, वो बोली मुझे पांच हजार की जरूरत है, मैंने कहा ठीक है और तुरंत ही १० पांच पांच सौ के नोट निकाल कर दे दिए, गौरी कहने लगी, भैया जब भी आपको मेरी जरूरत पड़ेगी मैं आपके लिए किसी भी काम को मना नहीं करुँगी, मैं ये एहसान नहीं भूलूंगी, उसके बाद मैंने तुरंत ही कहा जरूरत तो है, तुम्हे तो पता है, तुम्हारी भाभी गाँव गई है, और डॉक्टर ने मुझे रोज रात को तेल की मालिश करने को कहा, है, पर हो नहीं पा रहा है, मेरा कमर टूटा जा रहा है, तभी गौरी बोल उठी, भैया आप चिंता क्यों कर रहे हो मैं कर दूंगी, तो मैंने कहा गौरी तुम रात को कैसे आ सकती हो, तो वो बोली भैया मेरे पति गाँव गए है, वो अभी तीन चार दिन बाद आएंगे, शाम को आ जाउंगी और रात में चली जाउंगी, आका मालिश करके .

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मैंने कहा अरे यार मैं रात को नहीं भेज सकता, आज कल जवाना ख़राब है, रात में तुझे अकेले जाना ठीक नहीं, तो वो बोली ठीक है भाया मैंने रात को यही रूक जाउंगी. और मेरा काम बन गया, शाम को वो आ गई बन अच्छे तरीके से बनकर, मैंने उसको कहना भी खिलाया और अपने बेड रूम में मालिश के बुला लिया, मैंने सिर्फ तौलिया पहन रखा था और अंदर वियर भी उतार दिया, था, वो फिर दुप्पटे को वैसे ही बांध राखी थी मैंने कहा तू इससे खोल ले, वो तुरंत ही खोल दी. मुझे थोड़ा हिंट मिला, उसकी दोनों गोल गोल चूचियां बाहर को दिख रही थी, और वो मेरे पीठ पर तेल लगाने लगी. मुझे तो उसके बाद मैं सीधा हो गया वो पेट पर तेल लगाईं , तभी मैंने तौलिया अलग कर दिया, लैंड मेरा पहले से ही खड़ा था, गौरी एक दम से हट गई. मैंने कहा क्या हुआ, वो बोली भैया ये ठीक नहीं है. मैंने कहा क्या ठीक नहीं है. मैंने तो तुमसे सुबह ही कहा था, तो गौरी बोली भैया मैं तो सिर्फ काम के लिए बोली थी. इसके लिए नहीं.

मुझे लगा की बात बिगड़ जाएगी. तो मैंने तुरंत ही कहा तुमको कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होने दूँगा, अब पगार भी १ हजार और ज्यादा दूंगा मेरी बीवी को ये सब बात पता नहीं चलीं चाहिए. उसके बाद वो थोड़ा नार्मल हुई, मैंने तुरंत अलमारी से दो हजार और निकाले, और उसको देते हुए कहा ले मैंने कहा ना कभी किसी चीज की कोई कमी नहीं होगी. वो जैसे ही पैसा पकड़ी मैंने उसको खीच लिया, और उसके होठ को चूसने लगा. वो थोड़ा सकपकाई फिर चुपचाप सहयोग करने लगी. दोस्तों मैं तुरंत ही उसके ऊपर बाला कपड़ा उतार दिया और ब्रा भी खोल दिया, वो पूरी नंगी हो गई. वो कमसिन थी, चूत पे हलके हलके रोएं जैसे ही थे, चूत को थोड़ा खोलकर देखा तो अंदर से लाल था, बहूत ही ज्यादा हॉट थी. उसकी चूचियां टाइट और गोल गोल मेरे मन को तो पागल कर दिया था. मैंने तुरंत ही उसके निचे किया और लैंड को उसके चूत पर लगाया और अंदर घुसा दिया.

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दोस्तों उसके बाद वो भी खूब मजे लेने लगी. कहने लगी. मेरा पति तो अछि तरह से चोद भी नहीं पता है. आप तो बहूत अच्छे हो आपका लंड कितना बड़ा है. बहूत ही मजा आ रहा है. उसके बाद मैंने उसके हरेक पोजीशन में छोड़ना शुरू किया. वो भी सहयोग देने लगी. इतना सहयोग तो मेरी बीवी भी नहीं देती थी. टाइट चूत थे. गोल गोल चूचियां, मैं फिर उसको पेट के बल लिटाया और गांड पे थोड़ा थूक लगा कर मैंने उसके गांड में लंड डालने लगा. वो चिल्लाने लगी की बहूत दर्द हो रहा है. मैंने कहा ठीक हो जायेगा. वो बोली आज तक मैंने कभी गांड में अपने पति का लंड नहीं लिया है. मैंने कहा तू मेरा लंड ले बहूत मजा आएगा. तू चूत की चुदाई भूल जाएगी और गांड भी मरवाने लगेगी. और दोस्तों धीरे धीरे करके मैंने उसके गांड में पूरा लंड पेल दिया. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. दोस्तों उसके बाद मैं रात भर गौरी को चोद चोद कर टेढ़ा कर दिया.

सुबह वो अच्छे से चल भी नहीं पा रही थी. फिर मैंने मेडिकल से उसके लिए दर्द का टेबलेट आला कर दिया. फिर रात को वापस आ गई. ये सिलसिला ९ महीने से चलता आ रहा है. अब दिन में ही चोदता हु, क्यों की बीवी वापस आ गई है पर वो स्कूल चली जाती है वो स्कूल में टीचर है. फिर मैं और मेरी प्यारी गौरी रास लीला स्टार्ट कर देते है. अब तो गौरी मेरे बच्चे की माँ बनने बाली है, सात महीने का गर्भ है, पता नहीं इसका बच्चा मुझे पाप कहेगा की साहब जी.

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