Mother Son Sex Story : सर्दी में गर्मी का एहसास हुआ जब बेटे का लंड चूत में गया

माँ बेटा सेक्स स्टोरी : Mother Son Sex Story : आज नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से आप सभी दोस्तों को अपनी सेक्स कहने आप सब से शेयर कर रही हूँ। आज जो कहानी आपको सुनाने वाली हूँ इस वेबसाइट के माध्यम से आपको भी सर्दी में गर्मी का एहसास दिला देगा। मेरी अदाएं और सेक्सी जिस्म देखकर और मेरे चुदने का अंदाज से मेरा बेटा कामुक हो गया था जिसकी वजह से उसने और भी जबरदस्त तरीके से मुझे चोदा।

मेरा नाम सोनिया है मैं चालीस साल की खूबसरत औरत हूँ। कहा जाता है जब औरत 40 की हो जाये तो वो और भी हॉट और खूबसूरत हो जाती है। शरीर भरा पूरा हो जाता है गांड और चूचियों का साइज और कटिंग और भी सेक्सी हो जाता है। शायद ये बात आपको भी पता होगा। मैं भी इस समय जबरदस्त हॉट और सेक्सी हो गई हूँ। चुदना चाहती थी रोजाना पर करती क्या मेरा पति एक अठारह साल की लड़की को पटा कर भाग गया है। उसको टाइट और कमसिन चाहिए थी। मेरा बेटा जो बीस साल का हो गया है उससे भी छोटी लड़की को भगा के ले गया। खैर वो भी मस्ती करे मैं भी मस्ती करने लगी हूँ।

आखिर मेरा बेटा मुझे चोदा कैसे उस रात क्या हुआ था ये जानना आपको बेहद जरुरी है। बात सोमवार की है। जब वो क्रिकेट खेलकर आया तो वो लंगड़ा रहा था मैं पूछी वजह से तो बोलै गेंद लग गई है पैर में फील्डिंग करते समय इस लिए दर्द कर रहा है। तभी मैं उसको बोली आज मैं गरम तेल की मालिश कर दूंगी खाना खाने के बाद। घर में हम माँ बेटे ही रहते हैं। रात के करीब नौ बजे हम दोनों खाना खाकर बेड पर चले गए एक ही कमरे में दो बेड लगा है एक पर वो सोता है और एक पर मैं। जब पति था तो मैं दूसरे कमरे में सोती थी क्यों की बिना चुदे मुझे नींद नहीं आती थी।

रात को मैं लहसुन और तेल गरम कर के लाई और उसके पैर में तेल लगाने लगी और मालिश करने लगी। करीब आधे घंटे बाद मुझे एहसास हुआ की मेरा बेटा मेरी जिस्म को निहार रहा था। कभी उसकी नजर चूचियों पर तो कभी गांड पर। कब मेरे होठ पर तो कभी मेरे पेट पर या नाभिपर। मैं साडी पहनी थी। तो मेरे जिस्म के एक एक अंग दिखाई दे रहे थे। सच तो ये है की मैं भी उसके गठीले बदन में तेल लगा कर मेरी चूत खुद भी गीली हो रही थी।

मैं अपने बेटे को बोली ला पीठ में भी तेल लगा देती हूँ सो तुरंत ही अपना कपड़ा खोल दिया और लेट गया पेट के बल। अब मैं उसके पीठ की मालिश करने लगी वो पेट के बल लेटा था। मेरी नियत ख़राब हो रही थी। बेटा था इसलिए मैं परहेज कर रही थी। अगर कोई और होता तो खुद उसके लंड को पकड़कर अपनी चूत में ले लेती। पर भगवान् के घर में देर है अंधेर नहीं। वो जैसे ही पलटा मैं हैरान रही गई। उसका लंड खड़ा था उसके पेंट में तम्बू के खम्भे की तरह था। अचानक मैंने पूछ दिया ये क्या है। उसने कहा मैं क्या करूँ ये अपने आप खड़ा हो रहा है।

मैंने कहा इसको नहीं पता मैं माँ हु। उसने कहा ये तो मुझे पता है की आप माँ हो पर मेरे लंड को क्या पता। उसको रिश्ते नाते समझ नहीं आते है। जब कोई भी खूबसरत औरत या लड़की दिखे ये खड़ा हो जाता है ये रिश्ते नहीं पहचानता। वो खुलकर मेरे साथ ये बात बोल दिया तो मैं भी कहाँ कम थी मैंने तुरंत ही उसके लंड को पकड़ ली और बोली जब इसको रिश्ते की परवाह नहीं तो फिर जो मर्जी कर ले मेरे साथ। और मैं तुरंत ही उसके लंड को बाहर निकाल ली और सेक्सी नजर से दांत पीसती हुई उसको देखने लगी। मेरे होठ खुद ही खुद दांतो के अंदर जा रहे थे। मैं गरम हो रही थी।

अचानक से वो उठा और मेरे होठ पर अपना होठ रख दिया और मेरी चूचियों को दबाने लगा। मैंने ब्लाउज का हुक खोल दी और ब्रा को भी उतारकर बाहर निकाल दी। मेरी चूचियां पहले से और भी टाइट और बड़ी बड़ी हो गई जब से मैं चालिश की हुई। वो तुरंत ही चूचियों को दबाने लगा। मैं अपनी चूचियों को पकड़कर पीने के लिए आमंत्रित की वो तुरंत ही निप्पल मुँह में लिए गजब का एहसास था। जिस बेटे को मैं माँ बन कर दूध पिलाई थी आज उसकी बेटे को चोदने के लिए दूध पीला रही थी। दोनों में अंतर होता मुझे उस दिन एहसास हुआ था।

मेरी चूत गीली हो गई थी गरम गरम पानी चूत से निकलने लगा था। मैं लेट गयी। मेरा बेटा दोनों टांगो के बिच में बैठकर दोनों टांगो को अपनी कंधे पर रखकर मेरी चुत चाटने लगा। मेरे शरीर में करंट सा दौड़ रहा था जब जब वो जीभ लगाता था। मैं कामुक हो गई थी मेरे मुँह से सिसकारियां निकलने लगी। मेरी आँखे लाल लाल हो गई थी मेरे होठ पिंक हो गए थे। मैं तुरंत ही अपन बेटे को खींच कर लाई और उसके होठ को चूसने लगी। फिर मेरे से रहा नहीं गया और उसके लंड को पकड़कर मैं तुरंत ही अपने मुँह में ले ली करीब पांच मिनट लंड को चूसने का बाद मैं टांग फैलाकर लेट गई उसने लंड निकाला और मेरी चूत की छेद पर रखा और जोर से धक्के देकर घुसा दिया।

Mother Son Sex Story – जोर जोर से धक्के दे दे देकर मुझे चोदने लगा। मेरी चूचियों को मसलते हुए जोर जोर से अपने लंड को मेरी चूत में अपना लंड घुसा रहा था। कभी कभी मेरे होठ को चुस्त कभी अपना जीभ मेरे मुँह में डालता कभी मैं अपना जीभ निकालकर उसके चूसने देती। उसका लंड और भी मोटा हो गया था और मेरी चूत और भी गीली हो गई थी और निप्पल भी टाइट हो गया था वो मेरी चूचियों को दबाते हुए जोर जोर से चोदने लगा।

उसकी चुदाई इतनी जबरदस्त थी और मैं भी हॉर्नी हो गई थी इस वजह से मुझे सदी में भी गर्मी का एहसास होने लगा था। मेरे फेस आने लगे थे। करीब एक घंटे की चुदाई के बाद वो झड़ गया और मैं भी पूरी तरह से संतुष्ट हो गई। मैं दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी पर लिखने वाली हूँ तब तक के लिए आपसे विदा लेती हूँ। धन्यवाद।