दोस्त आज मैं आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर अपनी कहानी बताने जा रही हूँ। जो मेरे साथ हुई। आज मैं सब सच सच आपके सामने बता दूंगी की मेरी चुदाई कैसे हुई थी मेरे नौकर के साथ, मेरी शादी हुए 3 साल हो गये थे और मैं अपने पति के साथ नये सिटी मे आ गयी थी। उधर सब कुछ अरेंज करने मे काफ़ी टाइम निकल गया। अब मैने अपने पति सुनील से बोला की एक नोकर रख लो घर पे। वो मान गये और अपने पड़ोस मे ढूँढने लगे। एक मिल गया उसकी उम्र कुछ 28 की रही होगी मजबूत कद का और लंबे कद का पंकज नाम था उसका।
दोस्तों वो शाम को घर आया पति कहीं पर गये हुए थे और बोला था की पंकज शाम को घर आएगा तो मैं बात कर लू। मैने अपने 36 30 34 फिगर पे सारी डाली हुई थी और मेरा ब्लाउज कम गले का था। तभी घंटी बजी और मैने दरवाजा खोला तो देखा की पंकज खड़ा हुआ था और बोला मेडम मे पंकज। मे उसे अंदर ले आई और उसकी नज़र मेरे चुचियो पे ही थी। मैने देखा की वो तोड़ा झिझक रहा था। मैं उसे सभी काम समझा रही थी तभी नीचे झुकने से मेरा पल्लू नीचे गिर गया। और मेरे 36 ब्रेस्ट आधे बाहर नज़र आने लगे। वो उन्हे घूर के देख रहा था।
उसके बाद वो चला गया और अब जब सुनील ऑफीस मे होते थे तभी वो आता था और मेरी बॉडी को देखते देखते काम किया करता था। मुझे शुरू से ही पॉर्न फिल्म देखने की आदत थी कभी कभी सुनील के साथ भी देखती थी। एक बार मैने स्कर्ट डाली थी और उसके ऊपर शॉर्ट टॉप था। मे पॉर्न फिल्म देख रही थी। रूम मे और स्कर्ट ऊपर कर के अपनी चूत को मसल रही थी तभी वो आ गया अंदर और एक दम से मेरा पानी निकल आया। मैने स्कर्ट नीचे कर दी और कुछ बूंदे स्कर्ट पे गिर गई। उसने देखा और चला गया।
दोस्तों एक दिन मै पार्क मे घूम रही थी सारी पहनी थी मैने और मैं हमेशा से लो नेक ब्लाउस ही पहनती हूँ। तभी मैने देखा की पंकज बाथरूम मे सू सू कर रहा था और मैने उसका 8 इंच कालौड़ा देखा और मन ही मन उछली। पति का मुश्किल से 6 इंच का होगा पता है। फिर मे अचानक उधर गयी और वो घबराकर उसे छुपाने लगा। फिर मैं उसे अपने साथ रूम मे ले गयी और बोली की तुमने जान बूझकर डोर खोला था की मैं देख लूँ। वो बोलने लगा की नही मेडम मैने सोचा आप अंदर होंगी। खैर मैने धोखे से अपना पल्लू गिरा दिया और बोला की अपने कपड़े उतारो वो मुस्कुरा दिया ओर नंगा हो गया। में उसकेलौड़ा को सहलाने लगी।
उसका लौड़ा मोटा और काला था। उसने मेरी सारी और ब्लाउज उतार दिया और बेड पे लिटा कर चूमने लगा और एक हाथ से पेटिकोट भी उतार दिया। मेने पेंटी नही डाली थी। एक उंगली मेरे अंदर डाल कर चूत मे घूमाने लगा। मैं धीरे धीरे आवाज़ करने लगी वो बोला मेडम आपकी तो अभी भी टाइट है। मैने बोला पंकज तुम ढीली कर दो। उसने ब्रा के हुक खोल दिए। अब मैं उसके सामने एकदम नंगी थी। वो मेरी चुचियो को चूसने लगा और काट भी लेता था।
मैने बोला की पंकज आराम से करो पूरा दिन है अपने पास। फिर मैने उसकालौड़ा लेकर चूसने लगी और कभी उसकेलौड़ा को दबाती और कभी उसकेलौड़ा को अपने हाथ से ऊपर नीचे करती। 10 मिंनट तक चूसने के बाद सारा पानी मेरे मूह मे ले लिया और पी गयी। फिर हम लिपट के लेटे रहे। थोड़ी देर बाद फिर उसका लौड़ा टाइट हो गया था। इस बार उसने मुझे लिटाया और मेरी टाँगे फैला कर अपनालौड़ा मेरी चूत पे रख दिया और धक्के मारने लगा मैं चील्ला पड़ी की आआहह उ उ उई माँ आ…आ।। पंकज आराम से डालो। फिर वो बोला मेडम कुछ नही होगा सब ठीक हो जाएगा और एक ज़ोर का धक्का मारा ओर पूरालौड़ा अंदर आ गया मैं दर्द से तड़प उठी। फिर उसने अपनालौड़ा बाहर निकाला ओर फिर उसने अपनेलौड़ा को मेरी चूत पर फेरने लगा। मेरी चूत अब ओर गर्म ओ गयी। मेरी चूत उसकेलौड़ा को डालने के लिय बेताब हो रही ती। फिर पंकज ने आपनालौड़ा मेरी चूत मे डाल दीया। उसने धक्के लगाने चालू किया और बोला मोना मेडम आप बड़ी मस्त हो। ओर अपनेलौड़ा को मेरी चूत मे अन्दर बाहर करने लगा। फीर उसने अपनी गति तेज कर दी। ओर मे उ उ उई ।।उई माँ कर रही थी। और 20 मिनट तक उसने चुदाई की।
उसके बाद उसने सारा पानी अंदर ही डाल दिया। फिर हम दोनो 5 मिनट तक 69 मे लेटे रहे। पंकज मेरे चुचियो को दबा रहा था। फिर उसने कपड़े पहने और वो चला गया। अब में अपनी चूत को अपनी साड़ी से पोछने लगी। अब मैं घर पर नंगी भी होती हूँ। तो वो सारा काम करता है और हम चुदाई भी करते है। जब पति रात की शिफ्ट पे होते है तो वो आता है और हम सोते है। एक बार उसने अपने दोस्त से भी चुदवाया वो एक दिन मुझसे कहनें लगा की मेरा एक दोस्त हे उसे किसी को चोदने की बहुत मन है। लेकिन उसने कभी किसी ओरत को नही चोदा हे। मे उसको आप से चुदवाना चाहता हु। मेने मना कर दिया। पंकज बोला मान जाओ ना जान। मेने कहा की वो तुमारा दोस्त किसी से बोल दिया तो। वो बोला वो किसी से नही बोलेगा और मेने हां कर दी। फिर पंकज ओर उसके दोस्त ने दोनों ने मिलकर चोदा। में बेड पर नंगी लेटी रहती ओर दोनो एक एक करके मुझे चोदते। उन्होने मेरे फिगर को दबा दबा कर लटका दिया। ओर मेरी चूत को चोडी कर दी। फिर तो पंकज का दोस्त हर एक दो दिन मे आने लग गया। उसका नाम चंदु था। चंदू ओर पंकज कभी भी मुझे नंगा कर देते ओर फिगर को दबाते रहते। अंदर से रूम बंद कर मेरे ओर अपने कपडे उतार कर पुरे नंगे होकर टी।वी। या मूवी देखते थे।
ओर बहुत मस्ती करते ऐसा तक़रीबन 3 साल तक चला। उसके बाद अभी तक मुझे किसी दूसरे का लौड़ा नही मिला। और मुझे अभी तक किसी ऐसे लौड़ा की तलाश है जो मुझे मस्त कर दें। दोस्तों आपको ये कहानी कैसी जरुर बताएं