Sex Kahani : “पड़ोस की भाभी की चूत ने मुझे चुदाई सिखाई : Bhabhi ki Chudai, Padoshan ki Chudai, Neighbour Sex Story
मेरा नाम विक्की है। मैं 20 साल का हूँ, कॉलेज में पढ़ता हूँ। मेरा जिस्म जिम में तराशा हुआ है—लंबा हूँ, गोरा हूँ, और मेरा लंड 7 इंच का है, जो अभी तक किसी चूत से नहीं मिला था। पड़ोस में रहती थीं रेखा भाभी। 28 साल की रेखा भाभी का जिस्म किसी का भी लंड खड़ा कर दे—सांवला रंग, मोटी चूचियाँ जो साड़ी में कसकर उभरती थीं, और भारी गांड जो चलते वक्त लचकती थी। उनका पति ट्रक ड्राइवर था, जो हफ्तों घर से बाहर रहता। भाभी की आँखों में चुदाई की भूख साफ दिखती थी।
पहली नजर का जादू
जब मैं भाभी को पहली बार देखा, वो अपने आँगन में कपड़े सुखा रही थीं। उनकी साड़ी गीली थी, और उनकी चूचियाँ साड़ी से चिपक रही थीं। उनकी गांड का उभार देखकर मेरा लंड पैंट में फड़फड़ाने लगा। मैंने सोचा, “इसकी चूत को चोदने का मौका मिले, तो मज़ा आ जाए।” भाभी ने मुझे देखा और मुस्कुराई। उनकी स्माइल में एक कामुक न्योता था। उस दिन से वो हर बहाने से मेरे घर आने लगीं।
गर्म बातचीत
एक दिन भाभी मेरे घर आईं। मम्मी-पापा बाहर गए थे। वो लाल साड़ी में थीं, और उनका ब्लाउज़ इतना टाइट था कि उनकी चूचियाँ बाहर निकलने को बेताब थीं। वो बोलीं, “विक्की, तू अकेला क्यों बैठा है?” मैंने हँसते हुए कहा, “भाभी, आपकी चूचियाँ देखकर अकेलापन दूर हो जाता है।” वो हँस पड़ीं और बोलीं, “तो फिर मेरे साथ आ, तुझे कुछ सिखाऊँ।” मेरी चूत टपकने की कल्पना शुरू हो गई।
चुदाई की पहली पाठशाला
उस रात भाभी ने मुझे अपने घर बुलाया। उनका पति बाहर था। मैं उनके घर पहुँचा। भाभी ने दरवाजा खोला—काली नाइटी में थीं, जिसमें उनकी चूचियाँ और गांड साफ झलक रही थीं। वो बोलीं, “विक्की, आज तुझे मर्द बनाऊँगी।” मैंने कहा, “भाभी, मेरे लंड को आपकी चूत चाहिए।” वो हँसीं और मुझे अंदर ले गईं।
चूचियों का पहला स्पर्श
भाभी ने मुझे सोफे पर बिठाया। उनकी नाइटी का गला नीचे खींचा, और उनकी मोटी चूचियाँ बाहर उछल पड़ीं। मैंने उनकी चूचियाँ पकड़ीं और दबाने लगा। वो सिसक उठीं, “आह… विक्की, दबा दे मेरी चूचियाँ!” मैंने एक चूची मुँह में ली और चूसने लगा। उनकी निप्पल सख्त थी, और मैंने उसे दाँतों से काटा। भाभी चिल्लाईं, “चूस डाल, विक्की… मेरी चूचियाँ तेरे लिए हैं!” मेरा लंड पैंट में फटने को तैयार था।
चूत की खुशबू
मैंने भाभी की नाइटी उतार दी। वो नंगी थीं—उनकी चूत गीली और चिकनी। मैंने अपनी जीभ उनकी चूत पर फेरी, और भाभी चिल्ला उठीं, “आह… विक्की, चाट ले मेरी चूत!” मैंने उनकी चूत को चूसना शुरू किया। उनका पानी मेरे मुँह में जा रहा था, और उनकी गांड उछल रही थी। वो बोलीं, “तेरी जीभ मेरी चूत को पागल कर रही है!” मैंने उनकी चूत में उंगली डाली, और वो सिसकने लगीं।
लंड का पहला सबक
मैंने अपनी पैंट उतारी। मेरा मोटा लंड बाहर लहराने लगा। भाभी ने उसे देखा और बोलीं, “विक्की, तेरा लंड तो मेरी चूत फाड़ देगा!” मैंने कहा, “भाभी, आज आपकी चूत का भोसड़ा बनाऊँगा।” वो हँसीं और मेरे लंड को मुँह में ले लिया। उनकी गर्म जीभ मेरे लंड को चाट रही थी, और मैं सिसक रहा था, “भाभी, चूस डालो इसे!” वो मेरे लंड को गले तक ले गईं, और उनका थूक मेरे लंड पर टपक रहा था।
चूत में पहला धक्का
भाभी ने मुझे बिस्तर पर लिटाया। मेरे ऊपर चढ़ीं, और मेरे लंड को अपनी चूत पर रगड़ा। मैं चिल्लाया, “भाभी, डाल दो… चोद दो मुझे!” उन्होंने मेरे लंड को अपनी चूत में लिया। उनकी चूत टाइट और गर्म थी। मैं सिसक उठा, “आह… भाभी, आपकी चूत गज़ब है!” वो ऊपर-नीचे होने लगीं, और उनकी चूचियाँ उछल रही थीं। मैंने उनकी चूचियाँ पकड़ीं और दबाया। वो चिल्लाईं, “चोद डाल, विक्की… मेरी चूत फाड़ दे!”
गांड की सैर
मैंने भाभी को घोड़ी बनाया। उनकी मोटी गांड मेरे सामने थी। मैंने उनकी गांड पर थप्पड़ मारा और बोला, “भाभी, आपकी गांड भी चोदूँ?” वो सिसकते हुए बोलीं, “चोद दे… मेरी गांड फाड़ डाल!” मैंने अपना लंड उनकी गांड पर रगड़ा और धीरे से डाला। उनकी गांड टाइट थी, और वो चिल्लाईं, “आह… फट गई मेरी गांड!” मैंने उनकी गांड को चोदना शुरू किया, और उनकी चूचियाँ हिल रही थीं।
टेबल पर चुदाई
रात गहराती गई। मैंने भाभी को टेबल पर लिटाया। उनकी टाँगें कंधों पर रखीं, और उनकी चूत को चोदा। मेरा लंड उनकी चूत की गहराई तक जा रहा था। वो चिल्ला रही थीं, “विक्की… मेरी चूत फाड़ दे… चोद डाल!” मैंने उनकी चूचियाँ मसलीं, उनके होंठ चूसे, और उनकी गांड दबाई। उनकी चूत झड़ रही थी, और मेरा लंड उसे रगड़ रहा था।
बिस्तर का तूफान
मैंने भाभी को बिस्तर पर पटका। उनकी गांड ऊपर की, और मैंने पीछे से उनकी चूत में लंड पेल दिया। वो चिल्लाईं, “आह… विक्की, तेरा लंड मेरी जान लेगा!” मैंने उनकी चूचियाँ पकड़ीं और जोर-जोर से चोदा। उनकी चूत का पानी टपक रहा था, और बिस्तर हिल रहा था। वो बोलीं, “विक्की, तूने मुझे चुदाई सिखा दी!”
रात भर की आग
रात भर भाभी ने मुझे चोदा और चुदवाया। हम बाथरूम में गए, जहाँ मैंने शावर के नीचे उनकी चूत चोदी। उनकी चूचियाँ पानी से चमक रही थीं। वो चिल्लाईं, “विक्की, मेरी चूत और गांड दोनों चोद डाल!” मैंने उनका मुँह अपने लंड से भरा, और वो मेरा माल चूस गईं। हम पसीने और चुदाई की गर्मी से तर थे।
सुबह का सबक
सुबह हुई, और भाभी मेरी बाहों में नंगी पड़ी थीं। उनकी चूत सूज गई थी, उनकी गांड लाल थी। वो बोलीं, “विक्की, तूने मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया।” मैंने उनकी चूत सहलाई और कहा, “भाभी, आपने मुझे चोदना सिखाया।” वो हँसीं और मेरे लंड को दबाया।
चुदाई की क्लास
उस दिन के बाद, जब भी उनका पति बाहर जाता, भाभी मुझे बुलातीं। उनकी चूत और गांड मेरे लंड की गुलाम बन गईं। वो मुझे हर बार नया सबक सिखातीं—कभी उनकी चूत चाटना, कभी उनकी गांड चोदना। हमारी चुदाई का सिलसिला चलता रहा।
अनंत जुनून
भाभी ने मुझे चुदाई की दुनिया दिखाई। उनकी चूत मेरे लंड की गुरु थी, और मेरी गांड उनकी दीवानी। यह एक ऐसी आग थी जो कभी नहीं बुझती।