मेरा नाम कुसुम है, मैं बी ए थर्ड ईअर मे पढ़ती हू, मै बहुत ही सेक्सी लड़की हू, आज तक मैं कई लोगो से चुद्बा चुकी हू जब भी मौका मिलता है मैं तो ये नही सोचती वो उम्र मे बड़ा है या छोटा है. मेरी उम्र २२ साल की है, मेरा शरीर भरा पूरा है, मेरा चूच काफ़ी टाइट है और बूर पिंक है जिसपे थोड़े थोड़े बाल है उसको मैं १५ दिन मे सॉफ कर देती हू, मेरा बाल कमर के नीचे तक है, होठ गुलाबी रंग एकदम गोरा है, मेरा चूतड़ काफ़ी भरा हुआ है जब भी रास्ते मे चलती हू लोगो आगे से मेरे चूच को देखते है और जब पार हो जाती हू तो पीछे से मेरे चूतड़ को निहारते है, मैं भी कोई कसर नही छोड़ती लोगो को जलाने के लिए खूब एक्सपोज़ करती हू|
बात जून महीने की है जब मेरा पापा ने मुझे चोदा, बात यू हुई की मैं बिजली जाने की वजह से मैं छत पर सोई हुई थी, और मम्मी पड़ोस मे शादी हो रहा था वाहा गयी थी| मेरा पापा का बिज़्नेस है वो करीब रात को रोज ११ बजे के करीब घर आते है, उस दिन पापा पहले ही फोन कर दिए थे की आज खाना बाहर से खा के आऊंगा तुमलोग खा लेना, उस दिन पापा लेट आए करीब १२ बजे थे, उन्होने मम्मी को आवाज़ लगाई लेकिन कोई जवाब नही मिला और सीधे वो छत पे आ गये, मैं वहा सोई थी मैने देखा पापा काफ़ी शराब पीए हुए थे, उस समय मैं अपनी सलवार और पेंटी खोलकर बूर मे उंगली कर रही थी वो आके ही बोले अरे शुशीला (मेरी मा का नाम) तुम यहा हो, आज तो मेरा मन कर रहा है, आज तोड़ा पी भी लिया हू और एक सेक्स का टॅबलेट भी खाया हू, आज तो चोद्ने का मान ही देख लंड कैसे तना हुआ है आज तो बस मना ना करना आज खुश कर दूँगा, हमे पता है जब तक टॅबलेट नही ख़ाता तुम्हे संतुष्ट नही कर पात आज शिकायत नही होगा, आज मैंने मर्दाना शक्ति बाला टॅबलेट खाया हू तभी मेरा लंड फन फ़ना रहा है चोद्ने के लिए तैयार है|
मैं चुप रही, सब बात सुन रही थी और वो आके मेरे साइड मे लेट गये, छत पर अंधेरा था वो पहचान नही पाए और वो किस करने लगे वो सोचे की मम्मी है. उसके बाद मेरे चूच को दबाने लगे और पूरे शरीर को छूने लगे और कह रहे थे की, आज तो जवान लग रही है, चूच भी टाइट हो गया और शरीर भी एक दम मस्त लग रहा है, कौन कहता हू तुम्हारी उम्र ४५ की है, अगर ये सब इसलिए लग रहा है क्यों की मैने शराब पीया तो मैं रोज पी कर आऊंगा. शराब पीने के बाद तू तो जवान लगती है, अरे ये क्या तुमने तो सलवार भी पहले से ही खोल रखी है, साली आज तुम्हे तो चुद्बाने का मन कर रहा था| कोई बात नही मेरी रानी ये ले,और वो अपना लंड निकाल कर मेरे पीछे से ही बूर मे डालने की कोशिश करने लगे, अंधेरे की वजह से और शराब की वजह से वो ठीक से डाल नही पा रहे थे, उस टाइम मैं भी पूरी तरीके से तैयार थी क्यों की आधे घंटे से मैं भी अपने बूर और चूच को दबा रही थी, मैने थोड़ी मदद कर दी और पूरा लंड मेरे बूर मे चला गया. “हाय सुशीला – क्या मस्त हो गयी है रानी…………………………. आज तो जवानी की याद दिला दी, आज तो तेरे सामने १८ साल की भी लड़की फेल है कौन कहेगा की तुम ४५ की है, देख तेरा बूर कितना टाइट है मेरी जान. तुम्हारी चूच भी एक दूं टाइट और निपल भी छोटा हो गया है मेरे जान, और वो कस कस के चोद रहे थे, आहह, उहह, क्यों कुच्छ नही बोल रही है, अच्छा मैं समझा छत पर है इसलिए, समझ गया, कोई बात नही तुम चुप ही रह, मुझे तो चोद्ने दे, और वो लंड मेरे बूर मे एक दम अंडर तक पहुँचा रहे थे, मुझे भी चुदाई की ज़रूरत थी मैं भी चुद रही थी, उनका लंड काफ़ी बड़ा और टाइट था, मैं भी चुपचाप चूदबा रही थी, मैं भी धक्का देने लगी कस कस के और करीब ४० मिनिट मे वो खलाश हो गये, काफ़ी मज़ा आया था क्यों की ये सब टॅबलेट का कमाल था, उनका वीर्य मेरे बूर मे जाते ही अचेत हो गया और सो गये, मैं अपने पापा से चुद गयी, उनको पता भी नही चला पत्नी के जगह पर बेटी को चोद दिए,
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