Pariwar Me najayaj sex sambandh Sex Story : मेरा नाम आकांक्षा है मैं आज जो आपको कहानी बता रही हूँ वो सौ आना सच है। ये मेरी सेक्स कहानी कोई मनगढंत कहानी नहीं बल्कि एक सच्ची कहानी है। आज आपको बताने बाली हूँ कैसे मेरा पति कभी मेरी छोटी बहन को चोदता है तो कभी मेरी माँ को जब रात में मेरी नींद खुलती है तब मैं अपने पति को दोनों में से किसी एक के कमरे में उसको चोदते देखता हूँ। कभी कभी लगता है मैं सामने जाकर बोल दूँ की ये सब अच्छी बात नहीं। पर मैं कुछ नहीं बोल पा रही हूँ आगे मैं इसका कारन भी बताउंगी की आखिर मैं खुद क्यों नहीं मना कर पा रही हूँ।
मेरी उम्र 22 साल है। मैं हॉट और सेक्सी और बहुत ऊँचे ख़यालात की लड़की हूँ। मुझे दोस्तों करना घूमना शॉपिंग करना बहुत पसंद है। मुझे नई नई चीजें खरीदना भी बहुत पसंद है। इसी वजह से मैं खुद अपनी मर्जी से शादी की। शायद मैं इतनी सेक्सी और हॉट थी इस वजह से मुझे जल्दी उन्होंने पसंद कर लिया नहीं तो कौन गरीब की लड़की को अपनी बीवी बना चाहता है। शायद दूरदर्शी था मेरा पति उसे पता था घर में बहन भी और माँ भी चुदने लायक है इसलिए एक तीर में उसने तीन शिकार किया और हम तीनो अब उसके बिस्तर को गर्म करते हैं। तीन तरह का माल जब किसी एक आदमी को नसीब हो तो इससे और अच्छी बात क्या हो सकती है।
मेरा पति जो मेरा बॉस था। मैं उनके पास जॉब करती थी घर पर ही उनका काम था। मैं उनके घर जाती हूँ काम करने। मैं उनके ईमेल को और इन्क्वारी देखती थी वो ऑनलाइन सेल्स सँभालते थे। उनकी शादी करीब 34 के उम्र में हुई थी। उनकी पत्नी भी पढ़ी लिखी और बड़ी उम्र की ही थी। वो लोग बहुत खुश रहते थे। हमेशा घूमते फिरते थे एक दूसरे की जरुरत को पूरा करते थे मुझे बहुतअच्छा लगता था उनका आपसी प्यार। मैं खुद अपने घर में देखती थी कभी भी मेरे पापा मेरी माँ को इतना प्यार नहीं करते थे। वो दोनों आपस में लड़ते ही रहते थे। इससे मैं दोनों बहन बहोत चिंतित रहती थी। इसका परिणाम ये होता था मैं संडे को भी काम पर उनके घर जाना पसंद करती थी।
वो लोग संडे को जब भी घूमने जाते थे मुझे भी ले जाते थे। वो मेरे लिए कपडे भी खरीदवा देते थे। ये सब मुझे घर में नहीं मिलता था। मैं बहुत ही ज्यादा खुश रहती थी उनके घर में। धीरे धीरे मैं अपने बोस कर तरफ आकर्षित होने लगी। भले वो उम्र में मेरे से बहुत बड़े थे पर मेरे पापा से छोटे थे पर मैं चाहती थी ऐसा ही पति मुझे मिले भले वो उम्र में इतने बड़े हो चलेगा। वक्त बीतता गया मैं ख्वाब में रहती थी। घूमती थी खाती थी एन्जॉय करती थी। कोरोना का काल आया और उनकी पत्नी उसी कोरोना में चली गई। एक महीने के बाद मेरे पापा भी चले गए। यानी मैं भी बिना बाप के हो गई और मेरे सर की पत्नी की मौत हो गई।
उस समय का हालात बहुत बुरा हो गया था। हम दोनों ही एक दूसरे का सहारा बने रहे। वो मेरे परिवार को संभाल लिए और मैं उनको संभाल ली। पर इसी संभालने के चक्कर में मैं काफी नज़दीक आ गई उनसे और मैं उनके साथ सेक्स सम्बन्ध बना लिया। अब वो रोजाना मुझे अपनी पत्नी के तरह रखते और मैं खूब मजे लेती उनके बिस्तर को गर्म करती। मेरी माँ और बहन को ये सब बात का पता नहीं था की हम दोनों एक दूसरे के प्यार में हैं और अब मुझे एम्प्लोयी कम और बीवी ज्यादा मानते है। धीरे धीरे बात बढ़ गई और मैं प्रेगनेंट हो गई। जब मेरा टेस्ट पॉजिटिव आया तो मैं हड़बड़ा गई। हमारे समाज ये नाजायज़ रिश्ते तब तक जायज ही होते है जब तक लड़की या कोई औरत गर्भवती न हो जाये।
हम दोनों टेंशन में आ गए। उन्होंने बोला की एबॉर्शन करवा लेते हैं पर मैं अपनी कोख में छोटे बच्चे को मारना नहीं चाहती थी। उन्होंने मुझे कहा की मैं तुम्हारी मम्मी से बात करता हूँ की मैं तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूँ। तो मैं मजाक में ये बोल दी की अगर मेरी मम्मी बोल दी आप उन्हीं से शादी कर लो तो क्यों की वो भी जवान है हॉट है और पति नहीं है तो आप क्या करोगे तो ये बोले मैं तुम्हें मांगूंगा वो खुद आ जाएगी। तो मैंने कहा यानी मुझे बीवी बनाने के साथ साथ मेरी माँ भी बीवी बनाने का सपना देख रहे हो? तो उन्होंने कहा इसमें क्या बुराई है? अच्छी बात है एक ही घर में सब रह जाओगी। मैंने कहा बस बकबास बंद करो अब मेरी छोटी बहन के बारे में कुछ नहीं बोलना है आपको। तो वो बोले वो तो तुम दोनों से ज्यादा हॉट है। मैं मजाक मजाक में मारने लगी और उनके ऊपर चढ़ गई उन्होंने मुझे उस समय जम कर चोदा।
उन्होंने मेरी चूचियों को मसलते रहे अपनी बाहों में लिटाकर मुझे चूमते रहे। मैं उनके लंड को पकड़पर हौले से सहला रही थी और उनसे बात कर रही थी। हम दोनों दूसरे को नए नए तरीके बता रहे थे की माँ को क्या कहना है ताकि तो झट से शादी के लिए तैयार हो जाये। उनको बुरा भी नहीं लगे की मैं पहले से ही नाजायज रिश्ते में थी और मैं पहले से ही चुद रही थी। डर इस बात का था की मैं अपने से ज्यादा उम्र के मर्द के प्यार में थी और उनके यहाँ नौकरी करती थी। मेरे रिश्तेदार क्या कहेंगे। लोग क्या कहेंगे मैं कैसे मुँह छुपाउंगी मैं ये सब सोच कर बहुत परेशां होने लगी। पर उन्होंने मुझे ढाढस दिलाया की मैं खुद तुम्हारे मम्मी से बात करूँगा।
कई बार मुझे लगता था कही ये आदमी मुझे यूँ ही छोड़ दिया तो मेरा क्या होगा मैं कही की नहीं रहूंगी मेरी तो ज़िंदगी ही बर्बाद हो जाएगी पर मुझे भरोसा था की वो ऐसा मेरे साथ नहीं करेंगे। क्यों की मैं भी लोगों को पहचानती हूँ। और एक जवान लड़की को ये सब बातें सब को पता ही रहता है क्यों की जवानी में कई बॉय फ्रेंड्स बनते है कुछ को प्यार चाहिए कुछ को सिर्फ चूत चाहिए कौन कितना साथ देगा कितना धोखा देगा ये आजकल सभी को पता ही होता है। मैं तो इसलिए चाहती थी ये शादी हो जाये ताकि मैं अपने परिवार को भरण पोषण भी अच्छे से कर सकूँ। मेरे परिवार की ज़िंदगी ऐसे भी ठीक नहीं थी पापा के समय में हम लोग हमेशा गरीबी की हालत में ही रहे थे।
एक दिन हम दोनों ही प्लान किये की जाकर मम्मी से बात करेंगे और वो दिन आ गया जब घर गए उनको लेकर लेकर और मम्मी को और अपने छोटी बहन को साथ बैठकर अपना प्रस्ताव रख दिया। और बता भी दी की हम दोनों एक दूसरे को प्यार करते हैं शादी करना चाहते हैं। और मेरे पेट में बच्चा भी है। पहले तो वो लोग चौंक गए फ्री जब उन्होंने ऑफर सूना मेरे होने वाले पति का तो वो लोग भी अपनी नई दुनियां बसाने के लिए राजी हो गए।
पूरी कहानी जारी है। जल्द प्रकाशित होगी। …………………………………. भाग २ : मेरा पति मेरी छोटी बहन को और मेरी माँ को भी चोदता है