मुझे काले और लंड से चोदा मेरा मालिक, एक नौकरानी की सेक्स कहानी

Sex Kahanni Mujhe Kale aur Land Se Choda Mera Malik Naukrani Sex Story – मेरा नाम काजल है, और मैं 25 साल की एक हॉट, चुदास भरी नौकरानी हूँ। मेरा गेहुँआ, भरा हुआ बदन, बड़ी-बड़ी चूचियाँ, गोल गांड, और पतली कमर किसी भी मर्द के लंड में आग लगा देता है। मेरे रसीले होंठ, काले निप्पल, और गीली चूत चुदाई का खुला न्योता देते हैं। मेरी मादक आँखें और मटकती चाल मर्दों को पागल कर देती है। मैं पिछले एक साल से अखिल साहब के बंगले में नौकरानी का काम करती हूँ। अखिल, 40 साल का एक गठीला, रसूखदार मर्द है, जिसका 10 इंच का काला, मोटा लंड मेरी चूत में चुदास की सिहरन पैदा करता था। उसकी पत्नी ज्यादातर विदेश में रहती थी, और अखिल की भूखी नजरें हमेशा मेरे चूचों और गांड पर टिकी रहती थीं। ये कहानी उस रात की है, जब अखिल ने अपने काले, मोटे लंड से मेरी चूत और गांड को चोदा, और मैं चरम सुख की आग में जल उठी।

मैं हर सुबह अखिल के बंगले में काम करने जाती थी। मेरी टाइट साड़ी मेरी चूचियों और गांड के उभारों को उजागर करती थी, और मैं जानबूझकर अपना पल्लू सरकाकर अपने चूचों की गहरी रेखा दिखाती थी। अखिल की नजरें मेरे बदन को चाटती थीं, और उसकी पैंट में उसके मोटे, काले लंड का उभार साफ दिखता था। मेरी चूत हर बार गीली हो जाती, और मैं सोचती कि काश ये लंड मेरी चूत को चोद दे। एक दिन, जब मैं बेडरूम में झाड़ू लगा रही थी, अखिल ने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरी गांड पर अपना लंड रगड़ा। “काजल, तेरी चूत और गांड मेरे लंड की भूखी हैं, है ना?” उसने गुर्राते हुए कहा। मैंने शरारत से मुस्कुराकर कहा, “साहब, मेरी चूत आपके काले लंड के लिए तड़प रही है।” उसकी आँखें चुदास से चमक उठीं, और मैं जान गई कि मेरी चूत की भूख जल्दी ही मिटने वाली है।

उस रात, अखिल ने मुझे बंगले में रुकने को कहा। उसकी पत्नी विदेश में थी, और बंगला खाली था। मैंने एक पतली, गुलाबी नाइटी पहनी, जो मेरी चूचियों और गांड को पूरी तरह उजागर कर रही थी। नाइटी इतनी पतली थी कि मेरे काले निप्पल साफ दिख रहे थे, और मैंने अंदर ब्रा या पैंटी नहीं पहनी थी। मेरी नंगी जाँघें चमक रही थीं, और मेरी चूत में चुदास की आग सुलग रही थी। रात के 9 बजे, अखिल ने मुझे अपने बेडरूम में बुलाया। उसने सिर्फ एक टाइट बनियान और शॉर्ट्स पहने थे, और उसकी शॉर्ट्स में उसके 10 इंच के काले लंड का उभार मेरी चूत को बेकरार कर रहा था। मैंने जानबूझकर अपनी नाइटी का गला नीचे सरकाया, ताकि मेरे चूचे और गहरी रेखा दिखें। अखिल की साँसें तेज हो गईं, और उसकी आँखें मेरी चूत पर अटक गईं।

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“काजल, तू आज रात मेरे लंड की मालकिन बनेगी,” अखिल ने मादक आवाज में कहा, और मुझे अपनी बाहों में खींच लिया। उसने मेरे रसीले होंठों पर एक गहरा, अश्लील चुंबन छोड़ दिया। उसकी जीभ मेरे मुँह में थी, और उसका मोटा लंड मेरी जाँघों से टकरा रहा था। मैंने उसकी बनियान फाड़ दी, और उसका चौड़ा, गठीला सीना मेरे सामने था। उसने मेरी नाइटी को फाड़कर उतार दिया, और मेरी बड़ी, नंगी चूचियाँ उसके सामने उछल पड़ीं। मेरे निप्पल सख्त और काले थे, और मेरी गीली चूत और गोल गांड उसके सामने नंगी थी। मेरा चूत का रस मेरी जाँघों पर टपक रहा था, और मेरी चुदास उसकी भूखी नजरों से और भड़क गई।

अखिल ने मेरे एक चूचे को मुँह में लिया और जोर-जोर से चूसने लगा, जैसे कोई भूखा शेर अपनी शिकार को चबा रहा हो। उसकी जीभ मेरे निप्पल को चाट रही थी, और मेरी सिसकारी बेडरूम में गूँज रही थी। उसने मेरे दूसरे चूचे को अपनी उंगलियों से मसला, और मेरे काले निप्पल को खींचकर मेरी चीखें निकाल दीं। मैंने उसकी शॉर्ट्स उतार दी, और उसका 10 इंच का काला, मोटा लंड मेरे सामने तन गया। उसकी नसें फूली हुई थीं, और मेरी चूत ने उसे देखकर और रस छोड़ा। “साहब, आपका काला लंड मेरी चूत को चोदने के लिए बना है,” मैंने मादहोश होकर कहा, और उसके लंड को अपने रसीले होंठों में लिया। मैं उसके काले लंड को गहराई तक चूस रही थी, और उसकी सिसकारियाँ निकल रही थीं। अखिल ने मेरे बाल पकड़कर मेरा मुँह अपने लंड पर और जोर से दबाया, और मैं उसके लंड को चाट रही थी।

अखिल ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी जाँघें चौड़ी कीं। उसने अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटना शुरू किया, और उसकी जीभ मेरी चूत के दाने को चूस रही थी। मैं अपनी गांड को हिलाकर उसका मुँह अपनी चूत में और गहरा दबा रही थी। उसने मेरी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और मेरी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और मैं चुदास में चीख रही थी। “साहब… मेरी चूत को चोदो… मुझे फाड़ दो,” मैंने सिसकारी के साथ कहा। अखिल ने अपना मोटा, काला लंड मेरी गीली चूत में डाल दिया, और मैं चीख पड़ी। उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था, लेकिन दर्द जल्दी ही मादक सुख में बदल गया। वह जोर-जोर से धक्के मारने लगा, और मेरे चूचे हर धक्के के साथ उछल रहे थे।

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मैं अपनी गांड को हिलाकर उसका लंड और गहरा ले रही थी, और मेरी सिसकारियाँ बंगले में गूँज रही थीं। अखिल ने मेरे चूचियों को मसला, मेरे निप्पलों को चूसा, और मेरी चूत को अपने काले लंड से रगड़ने लगा। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था। “साहब… मेरी चूत को और जोर से चोदो… इसे फाड़ दो,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। अखिल ने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी गोल गांड को थप्पड़ मारते हुए अपना लंड मेरी चूत में फिर से डाल दिया। उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था, और मैं चुदास में चीख रही थी। उसने मेरी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना मोटा लंड मेरी गांड में डाल दिया। मैं दर्द और सुख में चीख पड़ी, लेकिन मेरी गांड ने जल्दी ही उसके लंड को गले लगा लिया।

अखिल मेरी गांड को जमकर चोद रहा था, और मेरे चूचे हवा में उछल रहे थे। “साहब… मेरी गांड को चोदो… मेरी चूत को सुजा दो,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरी गांड को थप्पड़ मारे, और मेरी चूत और गांड को बारी-बारी चोदा। मेरी चूत बार-बार झड़ रही थी, और मेरा रस उसकी जाँघों पर टपक रहा था। चुदाई का दौर घंटों चला। अखिल ने मुझे अलग-अलग पोजीशन में चोदा। एक बार उसने मुझे अपनी गोद में बिठाया और मेरी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से उछाला। मेरे चूचे उसके चेहरे पर उछल रहे थे, और वह मेरे निप्पलों को चूस रहा था। फिर उसने मुझे दीवार के सहारे खड़ा किया और मेरी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से धक्के मारे। मेरी चीखें और सिसकारियाँ पूरे बंगले में गूँज रही थीं।

“काजल, मैं तेरी चूत में झड़ने वाला हूँ,” अखिल ने गुर्राते हुए कहा। “हाँ, साहब… मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। उसने अपने धक्के और तेज किए, और फिर अपने गर्म, गाढ़े वीर्य की पिचकारी मेरी चूत में मारी। मैं सुख से चीख पड़ी, और मेरी चूत उसके वीर्य से लबालब भर गई। उसने मेरे चूचियों, रसीले होंठों, और पूरे बदन पर अपना वीर्य छोड़ा, और मैंने उसे अपनी जीभ से चाट लिया। मेरा बदन उसके वीर्य से गीला और चिपचिपा हो गया था। हम दोनों हाँफ रहे थे, और मेरी चूत और गांड चुदाई से सुज गई थी।

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उस रात के बाद, मेरी चूत और गांड अखिल के काले लंड की गुलाम बन गई। हर बार जब उसकी पत्नी घर पर नहीं होती, वह मुझे अपने बेडरूम में बुलाता। एक बार उसने मुझे बाथरूम में चोदा। उसने मुझे शावर के नीचे खड़ा किया और मेरी चूत में अपना लंड डालकर जोर-जोर से चोदा। पानी मेरे चूचों पर टपक रहा था, और मेरी चीखें बाथरूम में गूँज रही थीं। उसने मेरी गांड में भी अपना लंड डाला, और मेरी गांड उसके वीर्य से भर गई। दूसरी बार, उसने मुझे अपने स्टडी रूम में टेबल पर लिटाकर चोदा। उसने मेरी चूत और गांड को अपने काले लंड से चोदा, और मेरी सिसकारियाँ रात भर गूँजती रहीं।

कभी-कभी, जब मैं रसोई में काम कर रही होती, अखिल मुझे पीछे से पकड़ लेता। एक दोपहर, जब मैं बर्तन धो रही थी, उसने मेरी साड़ी ऊपर उठाई और मेरी चूत में अपनी उंगलियाँ डाल दी। मेरी चूत गीली होकर टपक रही थी, और उसने मुझे काउंटर पर झुकाकर अपना मोटा लंड मेरी चूत में डाल दिया। मैं चुदास में सिसकार रही थी, “साहब… मेरी चूत को चोदो… इसे हर दिन चोदो!” उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरी गांड को थप्पड़ मारे, और मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दिया। मेरी चूत और गांड उसकी चुदाई से चमक रही थी।

अखिल ने मेरी तनख्वाह बढ़ा दी, और मेरे लिए नए-नए गहने और कपड़े लाने लगा। लेकिन मुझे उसकी तनख्वाह से ज्यादा उसका काला, मोटा लंड चाहिए था। हर रात, जब वह मेरी चूत और गांड को चोदता, मेरी सिसकारियाँ बंगले में गूँजती थीं। एक बार उसकी पत्नी ने हमें लगभग पकड़ लिया, लेकिन मैं चुपके से रसोई में चली गई। अखिल ने बाद में मुझे बुलाकर मेरी चूत को फिर से चोदा, और उसकी सजा मेरी चूत के लिए चरम सुख बन गई। मैंने सोचा कि मेरी नौकरानी की जिंदगी अब अखिल के काले लंड की गुलाम बन चुकी है, और उसका हर धक्का मुझे चरम सुख की दुनिया में ले जाता है।

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