ही, मेरा नाम सूरज है. मेरी गर्ल फ्रेंड का नाम निकी है. वो मेरे साथ ऑफीस में है. ये बात है 2009 की, जब हमने एक साथ ऑफीस में जाय्न काइया था. उसे मेरे बगलवली सीट मिली; हम लोग काम व करते और एक दूसरे की बात व शेर करते थे. हूँ जल्द ही आचे दोस्त बन गये.
फिर 2010 में उसकी शादी हो गई, उसने बताया की उसकी शादी लोवे मॅरेज है, जिससे वो 4 साल पहले से प्यार करती थी. उसके घर वालों के खिलाफ जाकर उसने उस लड़के से शादी कर ली थी. दिन बीतते गये, और हमारी दोस्ती बढ़ती गयी,,, वो तो मुझे यहा तक कहती थी की…. अगर तुम मुझे पहले मिले होते तो शायद मैं तुमसे शादी कर लेती…. मैं उसकी खूब बड़ाई करता था….उसका हज़्बेंड रोज शाम को ऑफीस से लेने आता था.
एक दिन कुछ काम होने की वजह से नही आ पाया. उसने मुझसे बोला की क्या तुम मुझे घर छोड़ दोगे. मैंने कहा ठीक है. हम दोनो ऑफीस से निकले ओर एक रिक्कशे किया. हम दोनो रिक्कशे पर बैठ गये. हल्की अंधेर हो चुकी थी. मैं पहली बार उसके एटने करीब बैठा था. शी वाज़ समेलिंग वंडरफुल. मैने अपना एक हाथ पीछे पिया ओर उसके पीठ पर रखा. मुझे अपने हाथ से उसके ब्रा का स्ट्रीप महसूस हो रहा था. मैने पूछा ये क्या है… वो मुझ पर गुस्सा हो गई ओर बोली.. ये तुम क्या कर रहे हो, पर हटने के लिए नही कहा. मैं उसकी पीठ को रब करता रहा, उसे व शायद अछा लग रहा था.
फिर रास्ते में कुछ सन्नाटा था. मैने अपने हाथ को उसके ओर पीछे ले गया ओर उसके बूब्स को टच किया. उसने कुछ नही बोला ओर उसने अपने दुपट्टे से मेरा हाथ धक दिया की कोई देख ना ले. मेरी हिम्मत ओर बढ़ गयी, मैने उसके एक बूब्स को पीछे से ओर दूसरे हाथ से दूसरे बूब्स को पकड़कर मिँजञे लगा… मैं पहली बार किसी का बूब्स टच कर रहा था. मेरी साँसे तेज हो रही थी.
उसने बोला तुम्हारी हालत तो इतने मे ही खराब हो रही है.. आयेज क्या करोगे. मैं बस उसकी बूब्स में लगा थे. फिर वो घर पहुँच गई. मैने कहा मैं व घर चालू तो उसने कहा की, उसके हज़्बेंड कवि वी आ जाएँगे. कल मिलेंगे हम लोग.
नेक्स्ट दे उसने बोला, की आज मुझे शॉपिंग करनी है,, मेरे साथ चलोगे.. मैं मान गया ओर हम दोनो मार्केट गये. उसने लॅडीस मार्केट से अपने लिए कॉसमेटिक्स खरीदा. फिर हम खाने के लिए एक रेस्टोरेंट मे गये, वो रेस्टोरेंट सिर्फ़ कपल्स के लिए था. हम व एक कॅबिन मे जाकर बैठ गये ओर चोवमीं के लिए ऑर्डर किया. मैने अपना हाथ उसके थिएस पर रखा. उसने कहा तुम मेरे एक आचे दोस्त हो ओर दोस्त ही रहो, मैं शादी सुदा हूँ, मेरा हज़्बेंड है. मैने कुछ नही सोचा ओर फिर से उसका बूब्स पकड़कर सहलाने लगा,,,
कुछ देर तो उसने माना किया, पर जब मैं नही माना तो उसने व मुझे रेस्पॉंड करना सुरू कर दिया. उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया, उसने कहा तुम्हारा तो काफ़ी लंबा है, मैने पूछा तुम्हारे हज़्बेंड का कैसा है. उसने कहा तुम्हारा तो मेरे हज़्बेंड से काफ़ी बड़ा है. फिर मैने उसके बूब्स का साइज़ – पूछा तो उसने नही बताया. उसने कहा तुम खुद ही हाथ से अंदाज़ा लगलो. फिर मैने गेस किया- > 30, उसने कहा नो. फिर मैने बोला -> 34, उसने बोला नो, तोड़ा कम. तो मैने कहा 32. तो उसने कुछ नही बोला, मैं जान गया की उसके बूब्स 32’’ हैं. मैने खूब मज़े लिए, बूब्स दबाकर. ओर फिर ऑफीस से फोन आया ओर हम चले गये.
उसने सनडे को अपने घर आने के लिए मुझे कहा, मैं उसके घर गया ओर ऑफीस की एक ओर लड़की व आई. हम लोगो ने खाना खाया लेकिन मुझे कोई व मौका हाथ नही लगा उसे टच करने का क्यूंकी, वाहा उसका हब्बी व था. फिर शाम हो गई ओर ऑफीस की दूसरी लड़की ने निकी से कहा की, शाम काफ़ी हो गई है, क्या तुम्हारे हुसबाद मुझे बिके से घर छोड़ देंगे? उसने अपने हुसबाद को कहा ओर वो उसे छोड़ने चला गया. उसका घर अप्रॉक्स 12 केयेम दूर थे. इसलिए ट्रॅफिक लगाकर करीब 1 घंटे लग जाते. उसके हुसबाद के जाते ही मैने घर का डोर बंद कर लिया. उसने मुझे रोकने की कोशिश की ओर कहा,,, प्ल्ज़ ऐसा मत करो मेरे हज़्बेंड कवि व आ जाएँगें.
मैने कहा वो तो 1 ह्र्स. बाद ही आ सकतें हैं. फिर मैने उसका हाथ पकड़कर उसके बेड रूम मे ले गया ओर उसे बेड बार लिटा दिया. उसने मुझे एक स्लॅप किया ओर खूब दांता. मैने व उसे ज़ोर से पारकरा ओर लीप किस करने लगा. वो बहोट कोसिस कर रही थी, बुत मैं व नही माना, ओर उसे बेड पर लिटाकर, उसका टॉप उपर किया. उसका ब्रा दिखने लगा, अब तो मैं कंट्रोल से बाहर हो गया ओर उसका टॉप खींच कर खोल दिया ओर उसके ब्रा का स्ट्रॅप नीचे कर के उसके बूब्स मुँह मे ले लिया. उसे थोड़ी देर बाद मज़ा आने लगा. उसने बोला ओर ज़ोर से चूसो, तुम्हारा लंड कहाँ हैं. मैने ऐसा सुन कर ओर जोश बढ़ गया ओर मैं पागल गो गया.
फिर मैने पूछा तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हे सॅटिस्फाइ नही करता के .. उसने कहा ऐसी बात नही है, बुत तुम मुझे बहोट आचे लगते हो, बस दर लगता है की कही कोई देख ना ले. मैने कहा निकी, अगर तुम साथ दो तो हम 15 मिंटुए मे अपना कार कर लेंगे ओर किसी को पता नही चलेगा, फिर उसने मेरे पूरे कपड़े उतार दिए. वो मेरा लंड लेकर चूसने लगी, मुझे बहोट मज़ा आ रहा था. मैने कहा कामन निकी, फक मे हार्ड. फिर उसने अपना ट्राउज़र उतार दिया ओर मेरे उपर लेट गई. मैने उसे खींचा ओर उसके उपर आ गया ओर बोला, मेरा लंड पाकड़ो ओर अपने बर पे सही पोज़िशन पर रखो, उसने वैसा ही किया. मैने ज़ोर लगाया ओर एक बार मे पूरा लंड अंदर चला गया.
वो बहोट ज़ोर से चिल्ला रही थी ओर छोड़ने के लिए कह रही थी. मैं रुका नही ओर अपनी स्पीड ओर बढ़ा दी. फिर वो 2 मीं बाद झाड़ गयी ओर एकदम शांत हो गई, मैं अब व छोड़े जेया रहा था, मैने पूछा क्या हुआ, इतनी जल्दी झाड़ गई, तो हासणे लगी. वो मेरे सीने को चूम रही थी, फिर मैं व झाड़ गया, ओर शांत हो के उसके बूब्स पर ही सो गया, आधे घंटे बाद उसने मुझे उठाया, ओर हमने अपने कपड़े पहने. ओर मैं वाहा से चला गया.