Sister Birthday Gift Sex Story : Didi Ki Chudai Janmdin par : आज मैं आपको एक अपनी सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूं। यह कहानी मेरे और मेरी बड़ी बहन सौम्या दीदी के बीच की है। सौम्या दीदी का बर्थडे था सोमवार के दिन। सोना दीदी मेरे से 4 साल बड़ी है इस साल उसकी शादी हो जाएगी। सोना दीदी बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की है। अभी उनका इंजीनियरिंग खत्म हुआ है हॉस्टल में रहती थी कॉलेज के लड़के से ही होगा प्यार हुआ और उसी से शादी होने वाली है शादी के बाद दोनों यानी कि मेरे जीजाजी और समय दीदी दोनों बेंगलुरु शिफ्ट हो जाएंगे क्योंकि दोनों का नौकरी बेंगलुरु लग गया है।
दीदी का बर्थडे सोमवार को था जैसा कि मैं ऊपर ही बता चुका हूं। उनके बर्थडे पर उनकी 6 सहेलियां आई थी। मेरा एक छोटा सा फार्म हाउस है वहां पर सिर्फ पार्टी हम लोग करने जाते हैं जो नोएडा के पास है। मम्मी पापा बोले अर्जुन को भी ले जाओ अर्जुन बहुत पहले से तुम्हारे लिए गिफ्ट सोच रखा है। हां मैं अपने मम्मी पापा को हमेशा बताते रहता था इस बार दीदी को मैं बढ़िया सा गिफ्ट दूंगा। मम्मी पापा तो दीदी को बोल दे क्या गिफ्ट देगा पर मैं गिफ्ट लाया ही नहीं था। दीदी बोली अर्जुन गिफ्ट देगा तो तुम भी चलो ऐसे भी मैं दीदी के साथ फार्म हाउस पर जाने वाला था।
रात को 8:00 बजे के करीब केक काटा गया। खाने का इंतजाम भी था। हम लोग सब मिलाकर टोटल 8 लोग थे। खाने के साथ-साथ पीने का भी इंतजाम था पर मैं कभी पिया नहीं था। इसलिए मैं शराब से दूर ही रहा। दीदी और उनकी सहेलियां चार बोतल गटक गई। वह लोग काफी ज्यादा नशे में हो गए थे। रात को करीब 12:00 उनकी सहेलियां वापस अपने घर चली गई। कोई कैब करके तो कोई अपनी गाड़ी से और दूसरों को लिफ्ट देकर। फार्म हाउस पर मैं और मेरी दीदी ही बचे। मम्मी पापा का फोन आया कि रात को तुम लोग वापस मत आना फार्म हाउस पर ही सो जाओ।
जैसे दीदी को पता चला कि हम लोग फार्म हाउस पर ही रुकने वाले हैं उन्होंने 2 पेग ले लिया। मुझे बोली अर्जुन पिएगा क्या। मैंने मना कर दिया तब उन्होंने बताया की मैं भी नहीं पीती थी पर जब से मेरा थर्ड ईयर ख़तम हुआ तब से हम लोग पार्टी करने लगे। क्योंकि आजकल यह जरूरी चीज है। तुम अगर अच्छे अच्छे दोस्त बनाना चाहते हो अच्छे लोगों के साथ रहना चाहते हो तो तुम्हें खाना पीना ही पड़ेगा। आजकल सीधे साधे इंसान को ना तो कोई पार्टी में बुलाता है ना तो दोस्त बनाता है। इसलिए तुम भी यह सब चीज सीख जाओ।
आजकल जमाना बहुत बदल गया है अर्जुन देखो मुझे पढ़ लिख कर अब मैं नौकरी करने वाली हूं शादी करने वाली हूं इसलिए पी रही हूं। दीदी ने मुझे मोटिवेट कर दिया किसी तरह से मैंने कोल्ड ड्रिंक्स में व्हिस्की डालकर पी गया। धीरे-धीरे में दो पैक मार दिया दीदी तब तक और एक पैक पीली। हम दोनों ही नशे में हो गए थे रात के करीब 1:00 बजे दीदी बोलेगी तुम मुझे गिफ्ट देने वाला था क्या हुआ गिफ्ट का।
मैं शराब के नशे में था मैंने दीदी को बोल दिया गिफ्ट तो ला नहीं पाया। मेरे पास जो है वही ले लो। दीदी बोले ठीक है फिर तो मुझे एक चुम्मा ही दे दो। मैं दीदी के सोफे पर जाकर बैठ गया और उनके बाल पकड़कर अपने करीब लाकर उनके होंठ पर चूमने लगा। तभी दीदी मना कर दी बोले होंठ पर तुम्हें पता है कौन चुम्मा लेता है? होंठ पर या तो बॉयफ्रेंड किस करता है या पति। तो मेरा भाई हो तो मेरे गाल पर किस कर लो। मैंने गाल पर किस किया और वापस अपने सोफे पर आने लगा।
दीदी मेरा हाथ पकड़ ली। बुली नाराज क्यों हो रहा है चल तू भी होंठ पर किस कर ले किसको पता है कि तुमने मेरे होंठ पर किस किया है। ऐसे भी आज मैं बहुत खुश हूं तू जो भी मांगेगा आज तुम्हें सब कुछ दे दूंगी। और दीदी ने मेरे बाल पकड़कर मुझे करीब खींचा और मेरे होंठ को चूमने लगे। धीरे-धीरे मैं भी दीदी के होंठ को चूमने लगा वह भी मेरे होंठ को चूमने लगी। धीरे-धीरे हम दोनों की सांसे तेज तेज चलने लगी। दीदी मेरे बदन को सहलाने लगी। मैं भी उनके बदन को सहलाने लगा धीरे-धीरे मेरा हाथ उनकी बड़ी-बड़ी सूचियों पर पहुंच गया। मैं हौले हौले से उनके चूचियों को सहलाने लगा।
धीरे-धीरे उनके कपड़े के अंदर में हाथ डालकर उनकी चूची को पकड़ लिया। दीदी भी मेरे लंड को पकड़ ली। हम दोनों ही जोश में आ गए थे। हम दोनों नशे में भूत थे। और अब वासना का नशा ऊपर से हो गया था। हम दोनों एक दूसरे के करीब आकर बाहों में आ गए फिर हॉट को चूमने लगे दोनों का सीना एक दूसरे से सट रहा था। हम दोनों एक दूसरे पर फिदा हो गए थे। ना मन काबू में था ना दिमाग काबू में थाना शरीर। हम दोनों एक दूसरे को जो चूमते जा रहे थे।
दीदी मुझे हाथ पकड़कर उठाई और बेडरूम में ले गई। जहां पर उसने मेरे कपड़े उतार दे अपने कपड़े खुद भी उतार दे मुझे पलंग पर लिटाया मेरा लंड पकड़ कर अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। दीदी की बड़ी-बड़ी चूचियां मेरे शरीर पर लोट रही थी। दीदी करीब 10 मिनट तक मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर आइसक्रीम की तरह चाटती रही। अब मेरी बारी आई। मैंने उनको नीचे लिटा दिया। उनके दोनों चुचियों को पकड़कर अपने मुंह में ले लिया और दबोच ने लगा। हम दोनों ही एक दूसरे को खुश कर रहे थे एक दूसरे की जरूरत को पूरी कर रहे थे।
दीदी अपनी टांगे फैला दी मैं टांगों के बीच में बैठ कर उनके चूत को चाटने लगा। उनके चूत से गर्म गर्म पानी निकल रहा था मैं उंगली में लगाकर अपने मुंह में लेता कई बार में जीभ लगाकर चाट जाता। दीदी बोले अब देर मत कर अपना गिफ्ट जो 9 इंच का है। मेरे चूत के अंदर डाल दे। मैंने भी वही किया अपना मोटा लंड दीदी के चूत के छेद पर रखा और जोर से घुसा दिया। पूरा लंड दीदी के अंदर समा गया अब जोर जोर से धक्के दे देकर उनकी चूचियों को मसलते हुए मैं उनको चोदने लगा।
कभी मैं ऊपर कभी दीदी ऊपर। हम दोनों नशे में एक दूसरे को खुश कर रहे थे। दीदी एक नंबर की पोर्न मूवी की हीरोइन की तरह मुझसे चुदवा रही थी। करीब 10 घंटे तक हम दोनों मिलकर एक दूसरे को खुश करते रहे। उसके बाद हम दोनों ही झड़ गए। दीदी की बड़ी-बड़ी चुचियों को सहला ते हुए एक ही बेड पर रजाई ओढ़ कर सो गए। रात को 3:00 बजे फिर से नींद खुले मैं फिर से दीदी के चूत में अपनी उंगली डालकर को गर्म किया और फिर से मैं दीदी को चोदने लगा।
दीदी के होंठ को रात भर मैंने इतना कि उनका होठ लाल लाल और छूट गया था। सुबह 6:00 बजे नींद खुली दीदी जब बाथरूम जा रही थी तो वह सही से चल नहीं रही थी। उनकी चूत काफी ज्यादा सूज गई थी। फिर भी हम दोनों रुकने वाले कहां थे दीदी बाथरूम से वापस आने पर फिर से मेरे ऊपर चढ़ गई मेरा लंड लेकर अपने चूत में लेकर फिर से जोर जोर से धक्के देकर मुझसे चुदाने लगी। उसके बाद हम दोनों एक साथ नहाये और फिर वापस घर आ गए। घर आकर सो गए थे। अब अब जाकर उठा हूँ और आपके लिए नॉनवेज स्टोरी पर कहानियां लिख रहा हूँ।