Sex story, XXX Story, Sister ki Chudai, Brother Sister Sex Story रावण दहन देखने जा रही हैं या नहीं सीमा पापा जी पूछ रहे हैं। भैया तो नहीं जा रहा है उसका तबीयत थोड़ा खराब है तो जल्दी बता। मम्मी नीचे से आवाज लगा रही थी और मैं ऊपर वाली कमरे में सोई हुई थी भैया भी बगल वाले कमरे में सोए थे। मैं भी रावण दहन देखने नहीं जाना चाह रही थी क्योंकि मैं काफी ज्यादा थक गई थी रात में भी देर तक जगी थी इस वजह से मुझे आराम करने का मन कर रहा था।
मैं ऊपर से ही आवाज लगाई नहीं मम्मी मैं नहीं जा रही आप और पापा जी चले जाओ। तो ठीक है भैया उठेंगे तो तुम चाय बना कर दे देना। मैं बोली ठीक है मम्मी मैं चाय बना कर दे दूंगी और आप लोग कब तक आओगे। उन्होंने कहा मैं रावण देख कर थोड़ा और भी काम है वह करते हुए आऊंगी मुझे राधिका के घर जाना है तो शायद देर हो जाएगा रात के 9:00 बजे तक मैं पहुंच जाऊंगी। और हां खाना में बाहर से ही लेकर आऊंगी इसलिए तुम घर पर मत बनाना।
इतना काकर मम्मी बाहर निकलने लगी पापा आवाज लगाए सीमा बेटा नीचे आकर दरवाजा बंद कर लो। मैं बेड से उठे और नीचे जाकर दरवाजा बंद कर दी पापा मम्मी दोनों कार में बैठकर रावण देखने चले गए। मैं जैसे ऊपर आई भैया के कमरे को झांकी वह मुस्कुरा रहे थे बोले आवाज तो मुझे भी आ रही थी पर मैं चुप था उनको लगा मैं सोया हुआ हूं। मैं भैया के पास अंदर गई और बोली आप बहुत गंदे हो और यह कह कर उनके बीच में मुक्का मारने लगी।
अब उन्होंने तकिया उठा लिया वह मुझे तकिया से मारने लगे दूसरा तकिया वही रखा हुआ था मैं दूसरा तकिया लेकर उनको मारने लगी एक दूसरे को हम दोनों मारने लगे। और जोर जोर से हंस रहे थे। तभी मैंने उनको तीन-चार तकिया जोर जोर से लगा दिया उन्होंने कहा रे तुमको ज्यादा ताकत हो गया था उन्होंने तकिया नीचे रखा और मुझे पकड़कर बेड पर लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गए। दोनों हाथों को अपने हाथों से पकड़ कर दबा दिया मैं हिलने लगे कि छोड़ो छोड़ो छोड़ो। उन्होंने कहा बताओ ताकत है तुम्हें।
वह ऐसा सीन था जिसे किसी की भी नियत खराब हो जाए मेरी बड़ी-बड़ी दोनों चूचियां सामने थे और भैया उसके सामने मेरे ऊपर झुके हुए थे मेरे होंठ लप-लप आ रहे थे गुलाबी होंठ पर गोरे गाल को देखकर शायद भैया से रहा नहीं गया और उन्होंने मेरे गाल पर एक चुम्मा दे दिया। मैं शर्मा कर लाल हो गई मैंने कहा हट यह क्या कर रहे हो। और मैंने आंखें बंद कर दे उन्होंने फिर दूसरे गाल पर मुझे चुम्मा दिया और बोला अब बता यह क्या है। मैं बोली तुम बहुत गंदे हो कोई अपने बहन के साथ ऐसे करता है क्या? उन्होंने कहा जब किसी की बहन इतनी हॉट और खूबसूरत हो जवान हो और घर में कोई नहीं हो तो इतना तो बनता ही है।
मैंने कहा अब तो हट जाओ इतना हो गया। उन्होंने कहा थोड़ा और आगे जाने दो ताकि देख सकूं कि मेरी बहन कितनी खूबसूरत है। मैंने कहा देख तो लिया ऊपर से अब किधर से देखोगे। उसने कहा अभी तो मैं तेरे अंदर उतरना चाहता हूं देखना चाहता हूं तू कितनी खूबसूरत है। मैंने कहा ऐसी बात बोलते तुम्हें शर्म नहीं आती है अपने बहन के लिए। उन्होंने कहा क्या तुम बहन बहन बार-बार रट लगा रही है? मैंने कहा अच्छा ठीक है मैं चुप हो जाती हूं। और मैं चुप हो गई।
मैंने उसको अपने ऊपर ऐसे लेटा देख मेरा मन भी खराब हो गया था। कभी वह फिर से मेरे गाल पर चुम्मा दिया फिर मेरे ललाट पर चुम्मा दिया फिर मेरे नाक पर और फिर मेरे होठ पर। जब वह होंठ पर अपने होंठ को रखा तो ऐसा लगा मानो मैं जन्नत में हूं अब वह मेरे होंठ को हौले हौले से अपने हॉट से चूसने लगा मेरे अंदर तो आग लग गई 1 मिनट तक तो मैं कुछ नहीं कि चुपचाप रही सिर्फ यह बोलती रही अब छोड़ दो अब छोड़ दो अब छोड़ दो।
पर वह कहां छोड़ने वाला था उसका लंड तो खड़ा हो गया था मेरे कमर को छू रहा था इससे तो और मैं पागल हो गई। मैंने उससे कहा ऐसे तो नहीं मानेगा ले जब तू रिश्ता ही खराब करना चाह रहा है तो कर ले मैं भी तेरा साथ दे देती हूं और मैंने तुरंत उसके होंठ को चूसना चूमना शुरू कर दिया। इतने में ही वह मेरी चूचियों को मसलने लगा कोट को मेरे गर्दन को चूमने लगा। उसने तुरंत ही अपना कपड़ा जो टी-शर्ट पहना था ऊपर से उतार दिया और मेरा भी टी शर्ट उतारने लगा। पर मुझे शर्म आ गई उसने फिर से मुझे चूमना शुरू किया पर इस बार जब वह कपड़े उतारा तो मैं मना नहीं कर पाई और उसने मुझे ब्लॉक खोल दिया और मेरे टॉप ऊपर से खोल दिया।
उसके सामने मेरी दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां हिलने लगी और वह मेरे निप्पल को चूसने लगा। मेरे मुंह से वासनात्मक आवाज निकलने लगी। हाय हाय हाय ओ ओ ओ, उफ उफ उफ, आउ, जोर से मत दबाओ जोर से मत दबाओ दर्द हो रहा है जोर से मत दबाओ ऐसे निप्पल को मत रखो ऐसे दांत से मत काटो अरे खा जाओगे क्या?? मैं यही आवाज निकालने लगी पर वह और भी ज्यादा कामुक होने लगा और फिर मेरे पेंट को उतारकर मेरी पैंटी उतार दी।
मेरी चूत में वह अपना उंगली डालने लगा और मेरे बूब्स को पीने लगा मैं पागल हो गई थी उसके इस अंदाज से। उसने मेरे जिस्म को सहना ना शुरू किया चूमना शुरू किया धीरे-धीरे मेरी चूत को चाटने लगा मेरी गांड को सहलाने लगा मेरे गांड पर अपना जीव लगा दिया। इसे मैं और भी ज्यादा पागल हो गई अब बर्दाश्त के बाहर हो रहा था मेरी चूत गीली हो गई थी गरम गरम पानी छोड़ रही थी मैं। मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था मेरे से रहा नहीं जा रहा था मेरी सिसकारियां निकल रही थी मेरे रोम रोम खड़े हो गए थे मैं बस मैं चुदनाचाह रही थी।
मेरे दोनों टांगों को अलग अलग किया अपना लंड निकाल कर मेरी चूत के बीच पर लगाया। मेरी चूत काफी टाइट थी बाल भी घने थे मेरे चूत पर। मुझे क्या पता था कि आज मैं चोदने वाली हूं अगर यह मुझे पहले से होता तो मैं अपने चूत के बाल को साफ कर लेती। पर काले काले घने बाल उसके एक पतली सी दरार वह मेरी चूत बड़ी ही सेक्सी थी। भाई ने जैसे ही मेरे चूत को देखा वह तो पागल हो गया उसने कहा मुझे बहुत पसंद है हेयरी चूत यानी जिस चूत में बाल बहुत ज्यादा हो। कई लोगों को पसंद आती है क्लीन शेव चूत कई लोगों को पसंद आती है जिसमें बाल ज्यादा हो।
उसने अपना लंड जोर से मेरी चूत के अंदर डाल दिया और मेरे दोनों चुचियों को अपने हाथों में लेकर मसलने लगा। पूरा लंड अंदर जाने में देर नहीं लगा क्योंकि मेरी चूत पहले से ही काफी गर्म और गीली हो गई थी। बार-बार पानी छोड़ दी थी। उसने जोर जोर से मुझे चोदना शुरु कर दिया मेरे होंठ को तुम ना मेरी चूतड़ को दोनों हाथों से सहलाना मेरी गांड में उंगली देना। और अपने मोटे करीब 9 इंच के लैंड से धक्के दे देकर चूत के अंदर तक पहुंचा देना।
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैं भी साथ देने लगी मैं भी उसको चूमने लगी अपनी बाहों में भरने लगी और उसके गांड को पकड़कर अपने चूत मैं धक्के लगाने में मदद कर रही थी। अपने दोनों पैरों को फैला दी थी मेरे मोटी मोटी जांगे उसको और भी ज्यादा अच्छा लग रहा था क्योंकि वह मेरी जांघों को भी सहला रहा था। जोर-जोर से जब वह मेरी चूत में लंड घुसा था तो मैं हाय हाय की आवाज लगाती इसे और भी ज्यादा कामुक हो जाता था और मेरे होंठ को कस के काटने लगता था मेरी चुचियों को कस के दबा ने लगता था।
तभी जोर-जोर से पटाखे की आवाज आने लगी शायद रावण में आग लग गया था। पर मेरी चूत की आग अभी तक भेजी नहीं थी इस वजह से हमने ध्यान नहीं दिया बाहर पटाखे की आवाज बहुत ज्यादा जोर दे रही थी और मैं इधर अपने चूत में अपने भाई का लंड ले कर मजे ले रही थी। उसके बाद 10 मिनट बाद ही वह झड़ गया। उस समय तक मैं दो बार झड़ चुकी थी। मैं शांत हो चुकी थी पर मैं फिर से जोश में आ जाती है और उसको अपनी बाहों में लेकर अपने गांड को गोल गोल घुमा कर उसके लंड को अपनी चूत के अंदर ले रही थी।
जब हम दोनों ही एक साथ शांत हुए तो वह मेरे नीचे उतर गया बगल में वह सो रहा था नंगा उसके बगल में मैं सो रही थी नंगी। मेरी तरफ घूम गया एक टांग मेरे जांग पर चढ़ाया और एक हाथ से मेरे दोनों चूचियों को सहलाने लगा और कहने लगा तो बहुत खूबसूरत और हॉट है। पर मैं बोली कि तुमने किया क्या अपनी ही बहन को चोद दिया उधर रावण में आग लगा हुआ है तुम इधर मेरे जिस्म में आग लगा दिया था। तब तक रावण का जलना बंद हो गया था उसने कहा चलो उधर रावण में भी आग बंद हो गया उधर तेरे अंदर की आग भी बुझ गई है। इतना कह कर हम दोनों हंसने लगे।
यह मेरी पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर मैं दूसरी कहानी जल्द ही इस वेबसाइट पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आप सभी को मेरी तरफ से एक प्यारा सा चुम्मा।