बूर और चूचियाँ दिखाकर भाई को गर्म किया और चुदवाई – हिंदी सेक्स स्टोरी

मेरा नाम रिया है। मैं 23 साल की हूँ, और दिल्ली में अपने बड़े भाई रोहन के साथ रहती हूँ। रोहन 27 साल का है, लंबा, हट्टा-कट्टा, और बहुत हैंडसम। मैं भी हसीन हूँ—मेरी चूचियाँ बड़ी और गोल हैं, मेरा गांड रसीला और लचकदार है, और मेरी बूर हमेशा कामुकता से भरी रहती है। मेरी कमर की लचक और देसी अंदाज किसी का भी लंड सख्त कर सकता है। मैंने हमेशा नोटिस किया कि रोहन भैया मुझे चोरी-छिपे देखते हैं, उनकी नजर मेरी चूचियाँ और गांड पर टिक जाती है। मुझे भी उसकी ये हरकतें पसंद थीं, और मैंने सोच लिया कि इस बार मैं उसे गर्म करके उससे चुदवाई करवाऊँगी। पिछले हफ्ते मम्मी-पापा बाहर गए थे, और घर पर सिर्फ मैं और रोहन भैया थे। मैंने उस दिन एक टाइट टॉप और छोटी सी शॉर्ट्स पहनी, जिसमें मेरी चूचियाँ और गांड साफ दिख रहे थे। मेरा टॉप इतना टाइट था कि मेरी चूचियाँ का उभार साफ नजर आ रहा था, और शॉर्ट्स इतनी छोटी थी कि मेरी बूर की शेप साफ दिख रही थी। मैं जानबूझकर रोहन भैया के सामने झुकी, ताकि मेरी चूचियाँ का गहरा क्लीवेज दिखे। “भैया, आज बहुत गर्मी है ना?” मैंने मासूमियत से कहा, और अपने टॉप को थोड़ा नीचे खींचा। रोहन भैया की नजर मेरी चूचियाँ पर टिक गई, और मैंने देखा कि उसका लंड उसकी पैंट में सख्त हो रहा था। “हाँ, रिया, बहुत गर्मी है,” उसने कहा, लेकिन उसकी आँखें मेरी चूचियाँ से हट नहीं रही थीं। मैंने जानबूझकर पानी की बोतल गिरा दी, और उसे उठाने के लिए नीचे झुकी। मेरी शॉर्ट्स ऊपर चढ़ गई, और मेरा गांड और बूर की शेप साफ दिखने लगी। “रिया, ये क्या कर रही हो?” रोहन भैया ने गहरी साँस लेते हुए कहा। “कुछ नहीं, भैया, बस पानी गिर गया,” मैंने मासूमियत से कहा, लेकिन मेरी बूर गीली हो रही थी। मैंने देखा कि रोहन भैया का लंड अब पूरी तरह सख्त हो गया था। मैं उसके पास गई, और जानबूझकर अपनी चूचियाँ उसकी बाँहों पर रगड़ दीं। “भैया, मुझे बहुत गर्मी लग रही है,” मैंने कहा, और अपना टॉप थोड़ा ऊपर उठाया, ताकि मेरी चूचियाँ और बाहर दिखें। “रिया, तू बहुत सेक्सी लग रही है,” रोहन भैया ने कहा, और मेरी बूर में आग लग गई। मैंने उसकी आँखों में देखा, और कहा, “भैया, अगर इतनी गर्मी लग रही है, तो मुझे ठंडा कर दो ना।” उसकी आँखों में कामुकता की चमक थी, और उसने मुझे अपनी बाँहों में खींच लिया। रोहन भैया ने मेरे होंठों को चूमना शुरू किया। उसके होंठ मेरे होंठों को चूस रहे थे, और उसकी जीभ मेरे मुँह में खेल रही थी। मैं सिसकारियाँ लेने लगी, और मेरी बूर गीली होकर टपकने लगी। “रिया, तूने मुझे पागल कर दिया,” उसने कहा, और मेरा टॉप उतार दिया। मेरी चूचियाँ उसके सामने थीं—सख्त और गोल। उसने मेरी चूचियाँ को अपने मुँह में लिया, और चूसना शुरू किया। “अहह… भैया, और चूसो,” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। उसने मेरे निप्पल को अपनी जीभ से चाटा, और मैं कामुकता में पागल हो गई। उसने मेरी शॉर्ट्स उतार दी, और मेरी बूर उसके सामने थी—गीली और गर्म। उसने अपनी जीभ मेरी बूर पर रखी, और चाटना शुरू किया। “अहह… भैया, ये क्या कर रहे हो?” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। “रिया, तेरी बूर बहुत स्वादिष्ट है,” उसने कहा, और जोर-जोर से चाटने लगा। मैं सिसकारियाँ ले रही थी, और मेरा शरीर काँप रहा था। उसकी जीभ मेरी बूर के अंदर-बाहर हो रही थी, और मैं कामुकता की चरम सीमा पर थी। “भैया, अब मुझे चुदाई चाहिए,” मैंने सिसकारी लेते हुए कहा। रोहन भैया ने अपनी पैंट उतारी, और उसका लंड मेरे सामने था—लंबा, सख्त, और गर्म। “रिया, मेरा लंड ले,” उसने कहा। मैंने उसका लंड अपने मुँह में लिया, और चूसना शुरू किया। उसका लंड मेरे मुँह में अंदर-बाहर हो रहा था, और मैं सिसकारियाँ ले रही थी। “रिया, तू बहुत अच्छा चूसती है,” उसने कहा, और मेरे बाल पकड़कर मेरे मुँह में जोर-जोर से चुदाई की। मैं सिसकारियाँ ले रही थी, और मेरी बूर गीली होकर टपक रही थी। “रिया, अब मैं तेरी बूर की चुदाई करूँगा,” उसने कहा। उसने मुझे सोफे पर लिटाया, और मेरी टाँगें फैला दीं। उसने अपने लंड को मेरी बूर पर रगड़ा, और मैं सिसकारियाँ लेने लगी। “चुदाई करो, भैया, और मत तड़पाओ,” मैंने कहा। उसने अपने लंड को मेरी बूर में डाला, और धीरे-धीरे चुदाई शुरू की। मेरी बूर टाइट थी, और उसका लंड उसे चीर रहा था। “अहह… भैया, और जोर से,” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। उसने अपनी रफ्तार बढ़ा दी, और मेरी चूचियाँ उसके हर धक्के से उछलने लगी। उसने मेरा गांड पकड़ा, और जोर-जोर से चुदाई की। “रिया, तेरी बूर स्वर्ग है,” उसने कहा। मैं उसकी कामुकता में खो गई। उसने मेरी चूचियाँ को चूसना शुरू किया, और उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी। मेरी बूर गीली होकर चिकनी हो गई थी, और उसका लंड अंदर-बाहर हो रहा था। “भैया, और जोर से चुदाई करो,” मैंने चिल्लाते हुए कहा। उसने अपनी पूरी ताकत से चुदाई की, और मेरा शरीर काँपने लगा। उसने मुझे पलटा, और मेरा गांड ऊपर कर दिया। उसने मेरे गांड को चाटा, और उसकी जीभ मेरे गांड के छेद पर नाचने लगी। “अहह… भैया, ये क्या कर रहे हो?” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। “रिया, तेरा गांड बहुत रसीला है,” उसने कहा, और अपने लंड को मेरी बूर में डालकर फिर से चुदाई शुरू की। उसने मेरे गांड को पकड़ा, और जोर-जोर से चुदाई की। मेरा शरीर काँप रहा था, और मेरी बूर झड़ गई। मैंने पानी छोड़ दिया, और उसने अपने लंड को बाहर निकालकर मेरे गांड पर अपना पानी छोड़ दिया। हम दोनों हाँफते हुए सोफे पर लेट गए। मेरी चूचियाँ उसकी छाती पर दबी हुई थी। “रिया, तूने मुझे पागल कर दिया,” उसने कहा। “भैया, तुमने मुझे चुदाई का असली मजा दिया,” मैंने मुस्कुराते हुए कहा। उसने मेरे होंठों को फिर से चूमना शुरू किया, और मेरा गांड सहलाया। “फिर से करें?” उसने पूछा। मैंने हँसते हुए कहा, “हाँ, मेरे प्यारे भैया।” अगली सुबह, मैंने फिर से एक टाइट ड्रेस पहनी। मेरी चूचियाँ और गांड फिर से उसे ललचा रहे थे। उसने मुझे रसोई में पकड़ा, और मेरी बूर को सहलाते हुए कहा, “रिया, तेरी कामुकता मुझे फिर से बुला रही है।” मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू किया, और हम फिर से कामुकता की दुनिया में खो गए। उसने मुझे काउंटर पर बिठाया, और मेरी बूर में अपना लंड डाला। मेरी चूचियाँ उसके मुँह में थी, और उसने फिर से मेरी चुदाई की।

मेरा नाम रिया है। मैं 23 साल की हूँ, और दिल्ली में अपने बड़े भाई रोहन के साथ रहती हूँ। रोहन 27 साल का है, लंबा, हट्टा-कट्टा, और बहुत हैंडसम। मैं भी हसीन हूँ—मेरी चूचियाँ बड़ी और गोल हैं, मेरा गांड रसीला और लचकदार है, और मेरी बूर हमेशा कामुकता से भरी रहती है। मेरी … पूरी कहानी पढ़िए

माँ और दोनों मौसी की एक साथ चुदाई

Maa aur mausi

मेरा नाम राहुल है, उम्र 24 साल। मैं एक जवान, मज़बूत और हॉट लड़का हूँ। मेरा रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा लंड जो किसी भी औरत को तड़पा दे। मैं दिल्ली में अपनी माँ, सुनीता, के साथ रहता हूँ। माँ 42 साल की हैं, लेकिन उनकी जवानी आज भी कायम … पूरी कहानी पढ़िए

मौसी ने मुझे पाल-पोष कर जवान कर चोदने की ट्रेनिंग दी

Mausi ki Chudai

मेरा नाम विवेक है, उम्र 22 साल। मैं एक जवान, मज़बूत और हॉट लड़का हूँ। मेरा रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा लंड जो किसी भी औरत को तड़पा दे। मैं दिल्ली में रहता हूँ, लेकिन मेरी ज़िंदगी का सबसे अहम हिस्सा मेरी मौसी, रेखा, हैं। मौसी 38 साल की हैं, … पूरी कहानी पढ़िए

देसी दारू पीकर शहर की लड़की की चुदाई गाँव में

hot bhabhi 4

मेरा नाम रिया है, उम्र 24 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द का लंड खड़ा हो जाए। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ भारी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ गुलाबी और मांसल … पूरी कहानी पढ़िए

भाई-बहन सेक्स स्टोरी: जवानी संभाले नहीं संभल रही थी

भाई-बहन सेक्स स्टोरी

मेरा नाम रिया है, उम्र 22 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की आँखें फट जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ भारी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ गुलाबी और मांसल हैं, … पूरी कहानी पढ़िए

गाँव की चचेरी बहन की मस्त चूत

Village Sex Story

Village Sex Story Brother Sister – मेरा नाम अर्जुन है, उम्र 24 साल। मैं एक जवान, मज़बूत और हॉट लड़का हूँ। मेरा रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा लंड जो किसी भी लड़की को तड़पा दे। मैं दिल्ली में रहता हूँ, लेकिन हर गर्मियों में अपने गाँव जाता हूँ। मेरा गाँव … पूरी कहानी पढ़िए

रील बनाने के दौरान भैया ने चोद दिया

Bahan Bhai Chudai

Brother Sister Sex Story – मेरा नाम साक्षी है, उम्र 20 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की साँसें थम जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ भारी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे … पूरी कहानी पढ़िए

मैंने अपने भाई को एक रात का पति बनाया

मेरा नाम रीना है, उम्र 27 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की आँखें फट जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ बड़ी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ मांसल और गुलाबी हैं, और मेरी आँखों में एक नशीली चमक है जो किसी को भी अपनी ओर खींच लेती है। मेरा भाई, राकेश, उम्र 24, एक जवान और मज़बूत लड़का है। उसका रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा जिस्म जो किसी भी लड़की को पागल कर दे। हम भाई-बहन हैं, लेकिन मेरी ये कहानी उस रात की है जब मैंने उसे एक रात का पति बनाया और उसकी बाँहों में अपनी तड़प मिटाई। हमारा घर दिल्ली के एक छोटे से मोहल्ले में है। मैं और राकेश बचपन से साथ बड़े हुए हैं। वो मुझसे छोटा है, लेकिन उसकी जवानी को देखकर मैं कई बार सोच में पड़ जाती थी। जब वो घर में बनियान और शॉर्ट्स में घूमता, उसकी मज़बूत छाती और उभरे हुए बाजुओं को देखकर मेरे मन में अजीब से ख्याल आते। मैं शादीशुदा नहीं हूँ, और मेरे अंदर की आग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही थी। रात को मैं अपनी चूत में उंगली डालकर खुद को शांत करने की कोशिश करती, लेकिन वो मज़ा अधूरा रहता। राकेश को मैंने हमेशा भाई की नज़र से देखा, लेकिन उसकी मर्दानगी मेरे लिए एक तड़प बन गई थी। एक रात की बात है। मम्मी-पापा अपने गाँव गए थे, और घर में सिर्फ मैं और राकेश थे। मैं अपने कमरे में थी, और एक पतली नाइटी पहनी थी जो मेरे शरीर से चिपककर मेरी चूचियों और गांड को उभार रही थी। रात के 10 बजे मैं बिस्तर पर लेटी थी, और मेरे मन में अजीब सी बेचैनी थी। मेरी चूत में खुजली हो रही थी, और मैंने अपनी उंगली से उसे सहलाना शुरू किया। मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... कोई तो मुझे चोद दे!" तभी मेरा दरवाज़ा खुला, और राकेश अंदर आ गया। वो सिर्फ शॉर्ट्स में था, और उसकी मज़बूत छाती चाँदनी में चमक रही थी। उसने मुझे देखा और बोला, "दीदी, क्या कर रही हो?" मैं शरम से लाल हो गई, लेकिन मेरी तड़प ने मुझे बोलने से नहीं रोका। मैंने कहा, "राकेश, मुझे नींद नहीं आ रही। तू मेरे पास बैठ।" राकेश मेरे बिस्तर पर आकर बैठ गया। उसकी नज़रें मेरी नाइटी पर थीं, जो मेरी चूचियों को उभार रही थी। मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपनी जाँघ पर रख दिया। वो हिचक गया और बोला, "दीदी, ये क्या कर रही हो?" मैंने उसकी आँखों में देखा और बोली, "राकेश, आज रात तू मेरा भाई नहीं, मेरा पति बन। मुझे तेरी ज़रूरत है।" मेरी बातों ने उसे चौंका दिया, लेकिन उसकी आँखों में एक चमक आ गई। उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा और मुझे अपनी ओर खींच लिया। उसके होंठ मेरे होंठों से टकराए, और मैं उसके चुम्बन में डूब गई। उसका चुम्बन गर्म और जंगली था, और उसकी जीभ मेरे मुँह में घूमने लगी। मैं सिसक उठी, "आह्ह... राकेश, कितना मज़ा आ रहा है!" उसने मेरी नाइटी के ऊपर से मेरी चूचियों को दबाया। उसकी मज़बूत पकड़ ने मुझे पागल कर दिया। मैं चीख रही थी, "उफ्फ... राकेश, और ज़ोर से दबा!" उसने मेरी नाइटी फाड़ दी, और मेरी नंगी चूचियाँ उसके सामने थीं। मेरे निप्पल सख्त और गुलाबी थे, और उसने एक चूची को मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। मैं सिसक रही थी, "आह्ह... राकेश, चूस इसे, मुझे जलन हो रही है!" उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी, और उसका दूसरा हाथ मेरी दूसरी चूची को मसल रहा था। मेरी चूत गीली हो गई थी, और मैं तड़प रही थी। मैंने उसकी शॉर्ट्स उतार दी, और उसका मोटा लंड मेरे सामने था। वो काला, लंबा और सख्त था, जैसे कोई हथियार। मैंने उसे हाथ में लिया और सहलाने लगी। वो सिसक उठा, "उफ्फ... दीदी, तू बहुत गर्म है!" मैंने उसे बिस्तर पर धकेल दिया और उसके ऊपर चढ़ गई। मैंने उसका लंड अपने होंठों से चूमा और उसे मुँह में ले लिया। उसका लंड मेरे गले तक जा रहा था, और मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थी। वो चीख रहा था, "आह्ह... दीदी, कितना मज़ा दे रही हो!" मैं उसका लंड चूसती रही, और मेरी जीभ उसके टोपे पर नाच रही थी। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और मैंने उसका लंड अपनी चूत पर रखा। मैंने धीरे से उसे अंदर लिया, और वो चीख उठा, "आह्ह... दीदी, तेरी चूत बहुत टाइट है!" मैं ऊपर-नीचे होने लगी, और उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था। मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... राकेश, कितना मोटा है तेरा लंड!" उसने मेरी कमर पकड़ ली और मुझे नीचे लिटा दिया। उसने मेरी जाँघों को फैलाया और मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। मैं चीख पड़ी, "आह्ह... राकेश, फाड़ दे मेरी चूत!" वो ज़ोर-ज़ोर से ठाप मारने लगा, और मेरी चूचियाँ उछल रही थीं। मैं सिसक रही थी, "और ज़ोर से, मुझे अपना पति बना!" उसकी ठापों से मेरा पूरा शरीर हिल रहा था, और मेरी चूत से रस बह रहा था। उसने मेरी चूचियों को पकड़ा और उन्हें मसलने लगा। मैं चीख रही थी, "उफ्फ... राकेश, मेरी चूचियाँ दबा, मुझे जलन चाहिए!" उसने मेरे निप्पल काटे, और मैं तड़प उठी, "आह्ह... और कर!" कुछ देर बाद उसने मुझे घोड़ी बनाया। मेरी गांड उसके सामने ऊँची हो गई, और उसने मेरी गांड पर हाथ फेरा। वो बोला, "दीदी, तेरी गांड बहुत मस्त है।" मैं सिसकते हुए बोली, "राकेश, इसे भी चोद दे!" उसने अपने लंड पर थूक लगाया और मेरी गांड में डाल दिया। मैं चीख पड़ी, "आह्ह... राकेश, मेरी गांड फट गई!" वो मेरी गांड में ठाप मारने लगा, और मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... और ज़ोर से, मुझे दर्द चाहिए!" उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारे, और मैं चीख रही थी, "आह्ह... मारो और, मेरी गांड लाल कर दो!" उसकी ठापों से मेरी गांड जल रही थी, और मेरी चूत से रस टपक रहा था। फिर उसने मुझे अपनी गोद में उठाया और मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं उसके कंधों पर थी और चीख रही थी, "आह्ह... राकेश, मुझे उड़ा दो!" उसने मुझे ज़ोर-ज़ोर से चोदा, और उसकी ठापों से मेरा पूरा शरीर काँप रहा था। मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... राकेश, तू मेरा पति है!" उसने मेरी चूचियों को चूसा, और मैं तड़प रही थी, "आह्ह... और चूस!" उसने मुझे बिस्तर पर पटक दिया और मेरी चूत में फिर से ठाप मारने लगा। मैं चीख रही थी, "राकेश, मेरी चूत फाड़ दे!" उसकी ठापों से कमरा गूँज रहा था, और मेरी सिसकियाँ आसमान तक जा रही थीं। कुछ देर बाद उसने मुझे घोड़ी बनाकर मेरी गांड में फिर से ठाप मारी। मैं सिसक रही थी, "आह्ह... राकेश, मेरी गांड जल रही है!" उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारे, और मैं चीख रही थी, "उफ्फ... और मारो!" उसकी ठापों से मेरी गांड लाल हो गई थी, और मेरी चूत से रस बह रहा था। मैंने कहा, "राकेश, मेरे मुँह में डाल!" उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया, और मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी। वो सिसक रहा था, "आह्ह... दीदी, तेरा मुँह बहुत गर्म है!" मैं उसका लंड चूस रही थी, और मेरी जीभ उसके टोपे पर नाच रही थी। आखिर में उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं सिसक रही थी, "राकेश, मुझे चोद डाल!" वो ज़ोर-ज़ोर से ठाप मार रहा था, और मेरी चूचियाँ उछल रही थीं। उसने कहा, "दीदी, मैं झड़ने वाला हूँ!" मैं चीख रही थी, "राकेश, मेरी चूत में झड़ जा!" उसने तेज़ ठाप मारी, और उसका गर्म माल मेरी चूत में भर गया। मैं काँपते हुए बिस्तर पर गिर पड़ी, और वो मेरे ऊपर ढेर हो गया। हम दोनों हाँफ रहे थे, और मेरा शरीर पसीने और रस से भीगा हुआ था। उसने मेरे कान में फुसफुसाया, "दीदी, तू बहुत मस्त है।" मैं हँसते हुए बोली, "राकेश, तू मेरा एक रात का पति है।" उस रात के बाद हमारा रिश्ता बदल गया। जब भी घर में कोई नहीं होता, मैं राकेश को अपना पति बनाती हूँ, और वो मुझे अपनी ठापों से जन्नत दिखाता है। ये हमारा गुप्त खेल है, जो हर रात मेरी तड़प को शांत करता है।

मेरा नाम रीना है, उम्र 27 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की आँखें फट जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ बड़ी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ मांसल और गुलाबी हैं, … पूरी कहानी पढ़िए

एक औरत और चार मर्द: एक फैमिली सेक्स स्टोरी

एक औरत और चार मर्द

मेरा नाम रानी है, उम्र 30 साल। मैं एक ऐसी औरत हूँ जिसे देखकर हर मर्द का लंड खड़ा हो जाए। मेरा रंग दूध सा गोरा है, चूचियाँ इतनी बड़ी और मस्त कि ब्लाउज़ में समाती नहीं, गांड गोल, मोटी और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि मर्दों की नज़रें उस पर अटक … पूरी कहानी पढ़िए

कल रात बीवी के साथ बहन को भी चोदा

कल रात बीवी के साथ बहन को भी चोदा

मेरा नाम रोहन है, उम्र 32 साल। मैं एक मज़बूत और हट्टा-कट्टा मर्द हूँ, जिसका लंड हर औरत को तड़पाने के लिए काफी है। मेरा रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा जोश जो किसी को भी बिस्तर पर पागल कर दे। मेरी बीवी, प्रिया, उम्र 28, एक गज़ब की हसीना है। … पूरी कहानी पढ़िए