Thand Me Chudai Story : मेरा नाम सुलोचना है मैं बहुत ही ज्यादा खूबसूरत हॉट और सेक्सी महिला हूँ। आज मैं आपको अपनी कल रात की ही कहानी जो बहुत ही हॉट और सेक्सी है आपको इस वेबसाइट पर यानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने जा रही हूँ। उम्मीद करती हूँ ये सेक्स कहानी आपको बहोत पसंद आएगी क्यों की ये सच्ची है और नई है। फिर देर किस बात का आइये ठण्ड में चुदाई की कहानी का मजा लें नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर.
जैसा की मैंने आपको बताया की मेरा नाम सुलोचना है और मैं ३० साल की बहुत ही हॉट और सेक्सी औरत हूँ। गलती मेरे से यह हुई की मैंने प्रेम विवाह किया जवानी के जोश में ये गलती तो कर ली पर मेरी जोश को शांत करने वाला पति नहीं मिला। दिनों दिन मैं जवान होते गई खूबसूरती मेरी बढ़ती गई पर मेरा पति जो अब मुझे समझ आ रहा है मेरे लायक नहीं है। मेरा पति मेरे से काफी पीछे रह गया। मेरे ससुर का पैसा था इसलिए फ्लैट खरीद लिया पर भरण पोषण सही तरीके से ना मेरा हो रहा है ना मेरे एकलौते बेटे का। जहाँ भी जॉब करने जाता है मुश्किल से दो से तीन महीने तक टिकता है फिर छोड़ देते थे।
मैं अपने इस नालायक पति से परेशान हो गई हूँ। क्यों की मेरे सोसाइटी में सभी लोग बड़े ही रॉयल तरीके से रहते हैं पर मेरा पति मेरे सपने को चूर चूर कर दिया। मैं अब एक भैया है मेरे पति से करीब दो साल बड़े होंगे मैं उनके तरफ आकर्षित होने लगी हूँ। और इसी आकर्षण की वजह से कल रात मैं जम कर चुद गई। हुआ यूं की मेरा पति अपने भैया के पास वाराणसी गया हुआ था। मैं और मेरा बेटा जो आठ साल का है घर पर था और उन भैया के यहां भी कोई नहीं था भाभी अपने मायके गई थी उनके बच्चे हॉस्टल में पढ़ते हैं। तो भैया घर पर अकेले थे।
कल रात को मैं अपना मूड बना ली थी की मैं आज उनसे चुद कर ही रहूंगी। एक घंटे तक सोचने के बाद एक उपाय सूझी और रात के करीब बारह बजे उनके फ्लैट का घंटी बजा दी। थोड़े देर बाद उन्होंने दरवाजा खोला तो वो हैरान हो गए। कभी भी मैं इतनी रात को नहीं आई थी और आती भी थी तो विनोद के साथ यानी मेरा पति। अकेले देखते ही बोले क्या बात है? सब ठीक है। मैंने कहा नहीं नहीं कुछ भी ठीक नहीं है।
उन्होंने दरवाजा खोला और मेरा नाटक शुरू हो गया। मैं सर दर्द से परेशान होने का नाटक और आँखों के आगे अन्धेरा होने का नाटक करने लगी। तभी मैंने चक्कर आने का नाटक की और उन्होंने मुझे संभाला। मैं आँखे बंद कर ली और उनके कंधे पर अपना सर रख दिया। वो मुझे आराम से पीछे की तरफ हाथ लगाकर मुझे अपने कमरे में लेकर आने लगे क्यों की वहां हीटर चल रहा था। मुहे बेड पर लिटा दिए। और तुरंत ही उन्होंने मेरे सर को दबाने लगे। उन्होंने कहा चलिए डॉक्टर के पास। मैंने सर हिला कर मना कर दी ठीक हो जाएगा अगर आपके पास विक्स हो तो। उन्होंने तुरंत विक्स निकाल मेरे सर पर लगाने लगे और हौले हौले से मसाज करने लगे।
क्या बताऊँ दोस्तों मुझे लग रहा था काश मेरा पति भी इतना भी हैंडसम होता और इतना केयर करने वाला होता। पर आजकल वो शक्की हो गया है। अक्सर मर्द के साथ ये समस्या आती है जब उसकी पत्नी हॉट और खूबसूरत होने लगे और वो खुद काला कौवा की तरह होने लगे वो अपने पत्नी पर निगरानी शुरू कर देता है क्यों की उसको डर होता है कही मेरी पत्नी किसी और मर्द के तरफ आकर्षित न हो जाये।
अब मैं हौले से आँख खोली और उनको अपने पास बैठे देखकर मुस्कुराई और बोली आप बहुत अच्छे हैं कितना ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा मुझे तो कभी मौक़ा नहीं मिला था ध्यान रखने का आज मुझे ये सौभाग्य प्राप्त हुआ। मुझे उनकी बात छू गई और मैंने कहा काश मेरा पति भी ऐसा होता। भाभी कितनी खुशनसीब है की आपके जैसा मर्द उनको मिला है।
इतना सुनते ही उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ लिया। यानी आग लग गई उनके बदन में क्यों की मेरी छाती ऊपर निचे हो रही थी साँसे लेने की वजह से और मेरी चूचियां ऊपर निचे हो रही थी। ऐसे भी मेरा ड्रेस ऐसा था की आधी चूचियां बाहर आ गई थी। अब ऐसे हालत में जब घर में कोई नहीं हो और एक खूबसूरत पड़ोसन रात के बार बजे बेड पर लेटी हो तो और आदमी उस पड़ोसन का सर दबा रहा हो और पड़ोसन की चूचियां साफ साफ़ दिख रही हो और चेहरा सेक्सी और बाल बिखरे हुए हो तो मर्द क्या करेगा। उन्होंने वही किया मेरा हाथ पकड़ा और बोले की आप बहुत खूबसूरत और हॉट हो।
इतना कहते ही वो मेरे तरफ झुके और अपना होठ मेरे होठ के समीप लाकर रुक गया मानो वो इजाजत मांग रहें हो। मैं अपनी सेक्सी निगाह से उनके तरफ देखि और अपना होठ आगे कर दिया। मेरे होठ पर जैसे ही उनका होठ आया ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मैं पागल हो गई। क्यों की उसी समय उनका लंड मेरे हाथ से छू गया था। काफी टाइट और लंबा हो चुका था। मैंने तुरंत ही उनके लंड को पकड़ ली और एक दूसरे को होठ को चूमने लगे। धीरे धीरे उनका हाथ मेरी चूचियों पर गया। वो हौले हौले से दबाने लगे। कमरा हीटर की वजह से काफी गरम हो गया था और हम दोनों एक दूसरे को गरम कर चुके थे।
तुरतं ही उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार दिए और खुद अपना कपड़ा भी उतार लिए। मेरी बड़ी बड़ी टाइट चूचियों को सहलाते हुए अपने मुँह में लेकर निप्पल को चूसने लगे। मेरी चूत गीली होने लगी थी। मेरे मुँह से आआह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह्ह की आवाज निकल रही थी तभी वो निचे गए और मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और बिच जांघ में मुँह धुसा कर मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगे। ओह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह आआह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्हह उफ्फ्फ्फ़ की आवाज मेरे मुँह से अपने आप निकल रही थी।
मैंने तुरंत ही बैठ गई और उनके को पकड़ पर पेट के बल लेट कर उनके लंड को चूसने लगी। मैं उनके लंड को अपने मुँह में लेकर आइसक्रीम की तरफ चूस रही थी तभी वो मेरे गांड को सहलाने लगे। मेरे चूतड़ पर थप्पड़ मारने लगे और फिर उन्होंने मेरी गांड में ऊँगली घुसा दी। पीछे से जब उन्होंने मेरी चूत पर हाथ लगाया तो पानी पानी हो गया था मेरा चूत इस वजह से लसलसा पानी उनके हाथ में लग गया उन्होंने जैसे ही मेरी चुत की पानी को चखा वो पागल हो गया मुझे लिटा दिया और जीभ से मेरी चुत को चाटने लगे आप या कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं। मेरे मुँह से आअह्हह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्हह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आउच की आवाज निकलने लगी।
मेरे से अब रहा नहीं गया मैंने तुरंत अपने टांगो को फैला दी और इशारा किया की अब डाल दो उन्होंने तुरंत अपने लबे लंड को मेरी चूत के छेद पर लगाया और जोर से घुसा दिया। मेरे पति से डबल उनका लंड था चाहे मोटाई की बात हो या लम्बाई का। सीधे डबल। मैं धन्य हो गई तुरंत ही गांड उठा उठा कर गोल गोल घुमाने लगे और कोल्हू की तरह उनके लंड को अपनी चूत के लेकर चुदवाने लगी। वो जोर जोर से धक्के देते और मेरी चूचियों को मसलते मेरे होठ को चूमते और मैं गांड गोल गोल कर के उनके मोटे लंड से अपनी अन्तर्वासना शांत कर रही थी।
उन्होंने मुझे हरेक तरह से और तरीके से चोदा। मैं पूरी रात उनके साथ रही और रात भर में चार शॉट उन्होंने लगाया और मुझे संतुष्ट किया वापस मैं अपने फ्लैट पर छह बजे गई। मैं अब भइया जी के लंड को पसंद करने लगी हूँ आज मैं फिर से चुदवाने जाउंगी। और जल्द ही आप्को अपनी कहानी बताउंगी तब तक के लिए आपके बिदा लेती हूँ। उम्मीद करती हूँ मेरे चुदने का स्टाइल आपको पसंद आया होगा।
धन्यवाद
आपकी भाभी
सुलोचना