ये है एक Hot Sex Kahani जहाँ एक वर्जिन लड़की की चूत ने पहली चुदाई का मज़ा लिया। रोहन के मोटे लंड ने मेरी टाइट चूत को फाड़ा, मेरी गांड को रगड़ा, और मेरे चूचों को चूस-चूस कर रस से भिगो दिया। इस गरम और सेक्सी रोमांच में खो जाइए, जो आपकी रात को आग लगा देगा!
मेरा नाम प्रिया है, मैं 19 साल की हूँ। कॉलेज में मेरा पहला साल था, और मैं अभी तक वर्जिन थी। मेरे पड़ोस में एक लड़का रहता था, रोहन, 22 साल का, लंबा और तगड़ा। उसकी चौड़ी छाती और पैंट में उभरता लंड मुझे हर बार तड़पाता था। एक दिन कॉलेज से लौटते वक़्त बारिश शुरू हो गई। मैं भीग गई, और मेरी टाइट कुर्ती में मेरे चूचे साफ़ दिख रहे थे। रोहन ने मुझे अपनी छतरी में बुलाया। “प्रिया, तुम्हारी चूत को देखकर मेरा लंड तड़प रहा है,” उसने गरम लहजे में कहा। मेरी साँसें तेज़ हो गईं, और मेरी चूत में गुदगुदी शुरू हो गई।
हम उसके घर पहुँचे। उसने दरवाज़ा बंद किया और मुझे सोफे पर धकेल दिया। “रोहन, ये क्या कर रहे हो?” मैंने डरते हुए कहा, लेकिन मेरी चूत गीली हो रही थी। उसने मेरी कुर्ती फाड़ दी, और मेरे नंगे चूचे बाहर लटक पड़े। “क्या मस्त चूचे हैं तेरे, वर्जिन लड़की, इन्हें चूस-चूस कर लाल कर दूँगा,” उसने कहा और एक निप्पल को मुँह में भर लिया। “आह्ह, रोहन, चूसो, मेरी चूत में आग लग रही है!” मैं सिसक उठी। उसने मेरी सलवार नीचे सरकाई, और मेरी वर्जिन चूत नंगी होकर चमकने लगी। “तेरी चूत तो टाइट है, इसे चोदने का मज़ा आएगा,” उसने कहा।
रोहन ने मुझे सोफे पर लिटाया और मेरी टाँगें चौड़ी कर दीं। “आज तेरी पहली चुदाई का मज़ा दूँगा,” उसने कहा और अपनी जीभ मेरी चूत पर फेर दी। “चाट ले मेरी चूत, इसे चूस डाल!” मैं चिल्लाई। उसने मेरी चूत के होंठ चाटे, और मेरा रस उसके मुँह में भर गया। “क्या स्वाद है तेरी वर्जिन चूत का, इसे फाड़ने का मन कर रहा है,” उसने कहा और अपनी पैंट उतार दी। उसका मोटा लंड बाहर निकला, सख्त और गरम। “ये तो मेरी चूत फाड़ देगा, रोहन, डाल दे इसे अंदर!” मैंने डरते हुए कहा। उसने मेरा हाथ पकड़ा और लंड को सहलाने को कहा।
उसने मुझे कुतिया की तरह झुका दिया। मेरी छोटी गांड हवा में तन गई। “पहली चुदाई में तेरी गांड भी चोदूँगा,” उसने कहा और मेरी गांड पर थप्पड़ मारा। “मारो, मेरी गांड लाल कर दो, फिर अपने लंड से चीर डालो!” मैं चिल्लाई। उसने अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर धकेला। “आह्ह, मेरी चूत फट गई, दर्द हो रहा है!” मैं चीखी। “थोड़ा सहन कर, वर्जिन, मज़ा आएगा,” उसने कहा और एक ज़ोरदार धक्का मारा। खून की कुछ बूँदें टपकीं, लेकिन दर्द के साथ मज़ा भी आने लगा। “और जोर से चोद, मेरी चूत को फाड़ डाल!” मैं चिल्लाई।
रोहन ने मुझे पलटा और मेरे ऊपर चढ़ गया। “तेरी चूत को और गहरा चोदूँगा,” उसने कहा और लंड मेरी चूत में ठोक दिया। “आह्ह, रोहन, मेरी चूत चीर डाल, और तेज़!” मैं चिल्लाई। उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था। “तेरी वर्जिन चूत तो रस से भर गई, इसे चोद-चोद कर ढीली कर दूँगा,” उसने कहा और मेरे चूचों को मसलते हुए धक्के मारे। मैंने अपने नाखून उसकी पीठ में गड़ा दिए, “चोद मुझे, मेरी चूत को अपने लंड का गुलाम बना दे!” मेरी सिसकियाँ तेज़ हो गईं। सोफा हमारी चुदाई से हिल रहा था।
चुदाई का खेल और गरम हुआ। रोहन ने मुझे दीवार से सटा दिया। मेरी टाँगें हवा में लटक रही थीं। “अब तेरी गांड की बारी है,” उसने कहा और मेरी गांड के छेद पर लंड रगड़ा। “डाल दे, रोहन, मेरी गांड को चोद-चोद कर ढीली कर दे!” मैं चिल्लाई। उसने अपना लंड मेरी गांड में पेल दिया। “आह्ह, मेरी गांड फट गई, और जोर से चोद!” मेरी चीखें तेज़ हो गईं। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और गांड रोहन के लंड को चूस रही थी। “तेरी गांड तो चूत से भी टाइट है, इसे रगड़ डालूँगा!” उसने कहा और धक्कों की रफ्तार बढ़ा दी।
रोहन ने मुझे सोफे पर फिर से लिटाया और मेरे होंठ चूसने लगा। “तेरे होंठ तो शहद हैं, इन्हें काट डालूँगा,” उसने कहा और मेरे होंठों को दाँतों से दबाया। मैंने उसका लंड पकड़ा और मसलते हुए कहा, “तो मेरी चूत को भी काट, इसे चोद-चोद कर फाड़ दे!” उसने मुझे फिर से कुतिया बनाया और मेरी चूत में लंड ठोका। “तेरी चूत और गांड दोनों को रस से भर दूँगा,” उसने चीखते हुए कहा। मेरी गांड थप-थप की आवाज़ कर रही थी, और मेरी चूत उसके लंड को निचोड़ रही थी। “चोद मुझे, रोहन, मेरी पहली चुदाई का मज़ा दे!” मैं चिल्लाई।
रोहन ने मुझे घुटनों पर बिठाया। “अब मेरा लंड चूस, प्रिया,” उसने कहा और लंड मेरे होंठों पर रगड़ा। मैंने अपनी जीभ निकाली और उसके लंड को चाटने लगी। “आह्ह, रोहन, तेरा लंड तो मज़ेदार है, इसे पूरा मुँह में लूँगी,” मैंने कहा और लंड को गले तक ठूँस लिया। उसने मेरे बाल पकड़े और मेरे मुँह में धक्के मारने लगा। “चूस ले मेरे लंड को, तेरे होंठ इसे निचोड़ डालें!” उसने चीखा। मेरी चूत फिर से गीली हो गई, और मैं अपनी उंगलियाँ उसमें डालकर हिलाने लगी। “तेरे लंड का रस मेरे मुँह में डाल दे,” मैंने फुसफुसाया।
आख़िर में रोहन का लंड फट पड़ा। उसका गरम रस मेरी चूत में भर गया, फिर मेरी गांड में, और बाक़ी मेरे चूचों, होंठों और मुँह में छिड़क गया। “आह्ह, रोहन, तेरा रस मेरे होंठों पर लगा दे,” मैंने कहा और उसके लंड से टपकते रस को चाट लिया। हम दोनों हाँफते हुए सोफे पर गिर पड़े। “प्रिया, तेरी पहली चुदाई का मज़ा गज़ब था,” रोहन ने हँसते हुए कहा। “हाँ, और तेरा लंड मेरी चूत का शिकारी बन गया,” मैंने जवाब दिया। मेरी वर्जिनिटी टूट चुकी थी, और मज़ा अभी शुरू हुआ था।
रोहन ने मुझे अपनी बाहों में लिया। “अब हर दिन तेरी चूत चोदूँगा,” उसने कहा और मेरे चूचों को फिर से चूसना शुरू कर दिया। “आह्ह, रोहन, मेरी गांड भी चोदो,” मैंने सिसकते हुए कहा। उसने मुझे पलटा और मेरी गांड में लंड ठोक दिया। “तेरी गांड और चूत दोनों मेरे लंड की गुलाम हैं,” उसने चीखा। मेरी चीखें फिर से गूँज उठीं। बारिश बाहर थम गई थी, लेकिन मेरे जिस्म में चुदाई की आग जल रही थी। “और जोर से चोद, मेरी प्यास बुझा दे!” मैं चिल्लाई।
चुदाई का सिलसिला देर तक चला। रोहन ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी चूत में फिर से लंड पेल दिया। “तेरी चूत को बार-बार चोदूँगा,” उसने कहा और तेज़ी से धक्के मारने लगा। “आह्ह, रोहन, मेरी चूत फाड़ दो!” मैं चिल्लाई। उसकी चुदाई से मेरा पूरा बदन काँप रहा था। उसने मेरे चूचों को चूसते हुए कहा, “तेरी पहली चुदाई को यादगार बना दूँगा।” मेरी चूत और गांड दोनों थरथरा रही थीं। “चोदो मुझे, मेरी वर्जिनिटी का मज़ा ले लो!” मैं चीखी।
आख़िरी बार रोहन का लंड फिर फटा। उसका रस मेरे पूरे जिस्म पर बिखर गया। हम दोनों हाँफते हुए बिस्तर पर गिर पड़े। “प्रिया, तू तो रंडी बन गई,” रोहन ने हँसते हुए कहा। “हाँ, और तेरे मोटे लंड की दीवानी,” मैंने जवाब दिया। मेरी पहली चुदाई का मज़ा मेरे जिस्म में समा गया था। “अगली बार फिर चोदना,” मैंने शरारती अंदाज़ में कहा। “तेरी चूत और गांड को बार-बार चोदूँगा,” उसने वादा किया। घर की दीवारें मेरी पहली चुदाई की गवाह बन गई थीं।