Anal Sex Story : हेल्लो दोस्तों मैं अखिलेश आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ। मैं पिछले कई सालों से इसका नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
मेरी शादी को 1 साल हो चुका था। मेरी बीवी का नाम रूपा था। वो बहुत सेक्सी और हॉट माल थी। उसकी उम्र 26 साल थी। देखने में बिलकुल कश्मीर की कली लगती थी। अपनी बीवी को चोद चोदकर मैं कली से फूल बना देना चाहता था। रूपा अच्छे घर से थी। उसके पापा इंजीनियर थे। रूपा के होठ गुलाबी और चाल शराबी थी। वो साड़ी ब्लाउस, सलवार कमीज, जींस टॉप हर तरह के कपड़े में मस्त माल लगती थी। उसका फिगर 38 30 34 का था। उसके चुचे बहुत बड़े बड़े और गोल गोल थे जिसमे रस ही रस था। मेरी बीबी को सब लोग पलट पलट कर देखते थे और सभी के लंड रूपा की गदराई जवानी देखकर खड़े हो जाते थे। कितने लोग तो रूपा को देखकर मुठ मारके मजा ले लेते थे। मैं खुद को किस्मत वाला मानता था की रूपा जैसी मस्त चुदासी माल मुझे मिली। अब मैं सारी जिन्दगी उसकी मस्त मलाई जैसी चूत मारूंगा।
दोस्तों रूपा के मम्मे उसके कपड़े से बाहर की तरह झाकते रहते थे। उसके पुट्ठे बड़े बड़े थे और बाहर की तरफ निकले हुए थे। कितने लोग तो मेरी बीवी के मस्त और सॉफ्ट पुट्ठो को हाथ से दबाने के सपने देखते थे। रूपा की भरी हुई जवानी देखकर अच्छो अच्छो के लंड खड़े हो जाते थे। उसे लंड चुसना बहुत पसंद था। रात को रूपा नियमित रूप से मेरा लंड चुस्ती थी और हाथ में लेकर जल्दी जल्दी फेटती थी। उसके बाद वो रोज मुझसे अपनी रसीली चूत चुदाती थी। रूपा वासना की पुजारिन थी। उसे रोज रात में मोटा लंड खाना पसंद था। हमारी शादी को एक साल हो गया था पर मैंने कभी उसकी गांड नही मारी थी। मैं अपनी खूबसूरत बीबी के साथ गरमा गर्म गुदा मैथुन करना चाहता था। मैं उसके खूबसूरत जिस्म को भोगना चाहता था और मजे लेना चाहता था। पर दोस्तों हर बार रूपा मना कर देती थी।
“जान!! गांड में लंड लेने से बहुत दर्द होता है। इसलिए तुम मेरी रसीली चूत ही चोद लो!!” रूपा कहती थी
मजबूरन मुझे उसकी चूत चोदकर काम चलाना पड़ता था। इस तरह से 1 साल बीत चुका था। मेरे सारे दोस्त अपनी अपनी बीवियों की मस्ती से गांड मारते थे और मुझे विडियो दिखा देते थे। धीरे धीरे मेरा भी मूड बन गया था। एक दिन मैं सेक्स की गोली ले आया जिसे खाकर औरते और जादा गर्म हो जाती है और खुद लंड मांगकर चुदाती है। रात में मैंने दो गिलास दूध गर्म किया और सेक्स की 4 गोली रूपा के दूध में डालकर अच्छे से मिला दी। फिर उसको पिला दिया। करीब 1 घंटे बाद गोली अपना काम करने लगी।
“अखिलेश!! आओ न सेक्स करते है!!” रूपा बोली
फिर धीरे धीरे हम दोनों नंगे हो गये। रूपा रात में नाईटी पहनती थी। उसने अपनी नाईटी उतार दी। अब वो पूरी तरह से नंगी हो गयी थी। उसने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे लंड को पकड़ लिया।
दोस्तों मेरा लंड 9” लम्बा था और काफी मोटा था। वो जल्दी जल्दी मेरे लंड को हाथ में पकड़कर फेटने लगी। मैं .अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ की आवाज निकालने लगा। मुझे मजा आ रहा था। सेक्स वाली गोली अपना असर दिखा रही थी। अब रूपा के बदन में बहुत सारे हारमोन निकल रहे थे जो उसे चुदासा बना रहे थे। वो काफी देर तक मेरा लौड़ा उपर नीचे करके फेटती रही फिर मुंह में लेकर चूसने लगी। मैं तो उसे देखकर हैरान था। रूपा किसी देसी रंडी की तरह जल्दी जल्दी मेरा लौड़ा चूस रही थी।
उसकी रसीली चूचियां जल्दी जल्दी दाए बाए हिल रही थी। मुझे भी जोश आ गया था। मैं भी पूरी तरह से चुदासा हो गया था। रूपा के हाथ मेरे लंड को जल्दी जल्दी फेट रहे थे। मुझे भरपूर मजा मिल रहा था। रूपा वासना की पुजारिन बन गयी थी। जल्दी जल्दी वो अपनी वासना की आग को बुझा रही थी। जल्दी जल्दी वो मेरे लंड को चूस रही थी। उसके खूबसूरत रासीले ओठ मेरे लंड पर सरक उपर नीचे सरक रहे थे। मेरी बीबी आज बहुत अधिक सेक्सी फील कर रही थी। वो मुंह को दबाकर मुख मैथुन कर रही थी। इससे मुझे बहुत अधिक रगद लंड की चमड़ी पर मिल रही थी। रूपा किसी हब्सी औरत की तरह आज मेरे लंड को खा जाना चाहती थी। मैं ये देखकर मैं हैरान था की वो मेरे 9” के लंड को पूरा का पूरा अपने गले तक मुंह में ले लेती थी और काफी देर तक मुंह में रखे रहती थी। उस दिन तो रूपा ने जबरदस्त तरह से मेरा लंड चूस चूस के मुझे गर्म कर दिया था। मैं नंगी चूचियों को सहला रहा था। उसके बाद वो अपने पैर खोलकर लेट गयी।
“अखिलेश!! आओ ना जल्दी ने मुझे चोदो जान!!” रूपा बोली
मैं उसके उपर लेट गया और उसकी मस्त मस्त चूचियों से खेलने लगा। दोस्तों मैं आपको बताया की मेरी बीबी के दूध काफी बड़े बड़े और सेक्सी थे। उसके मम्मे बेहद खूबसूरत थे। इतनी हरी भरी छातियों को देखकर मेरे मुंह में पानी आया था। मैंने रूपा की उफनती छातियों को हाथ में ले लिया और तेज तेज दबाने लगा। रूपा “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….” की सिस्कारियां लेने लगी।
उसकी चूचियां बहुत ही भरी हुई थी। मेरा तो देखकर ही दिमाग खराब हो गया था। मैं अपनी बीबी की रसीली चूचियों को सहलाने लगा। उसके चूची के चारो ओर काले काले बड़े बड़े सेक्सी घेरे तो बहुत ही हॉट लग रहे थे। मैंने बड़ी देर तक उसके गोलों पर जीभ लगाई। फिर मैंने रूपा की बायीं चूची को मुंह में भर लिया और चूसने लगा। ओह्ह गॉड!! कितना मजा आया मुझे। मैंने उसकी चूची को पूरा अंदर तक मुंह में ठूस लिया और तेज तेज चूसने लगा। रूपा भी मजे लेकर चूसा रही थी। मैं अपना मुंह चलाकर उसके दूध पी रहा था। रूपा इतनी चुदासी हो गयी की खुद ही अपने सीधे हाथ से जल्दी जल्दी अपनी चूत को सहलाने लगे। वो चुदने को पागल हो रही थी। वो भी मेरी तरह जवान थी और आज कसके चुदना चाहती थी। मैं अपनी बीबी के बूब्स को कस कसके दबाता और चूसता। वो बार बार अपनी चूत में ऊँगली करती। हम दोनों ने भरपूर मजा लिया। मैंने आधे घंटे उसकी चूची चूसी और निपल पर दांत से काट भी लिया।
मैंने अपनी बीवी के दोनों पैर खोल दिए। उसकी चूत बिलकुल क्लीन सेव थी। उसने मुझे बताया की उसे झाटे बिलकुल पसंद नही है। इसलिए वो रोज अपनी झाटो को साफ कर देती है। चिकनी चमेली चूत को देखकर मेरी तबियत हरी हो गयी थी। मैं उसकी चूत पर झुक गया और मजे से पीने लगा। मैं जोर जोर से उसकी चूत चाटने लगा। मेरी जीभ के स्पर्श से रूपा की चूत फूलकर कुप्पा हो गयी। कुछ देर बाद उसे भी चूत पिलाने में मजा आने लगा। मैं उसके चूत के छेद में ऊँगली करने लगा। रूपा तड़पने लगी। मैं उनके यौवन को पीने लगा। रूपा के सीने की धड़कन मैं सुन सकता था। वो मेरा पूरा सहयोग कर रही थी और बिना किसी नखड़े के मजे से मुझे अपनी बुर पिला रही थी। कहीं से किसी भी तरह का विरोध नही था। वो पुरुष ही होता है जिसकी छुअन से एक स्त्री मोम की भांति पिघल जाती है और अपना सब कुछ एक पुरुष को न्योछावर कर देती है। ठीक इसी तरह मुझे अपनी रसीली चूत पिलाने से रूपा बहुत गर्म हो गयी थी। वो मुझसे जल्द से जल्द चुदवाना चाहती थी। उसने जो अभी सेक्स वाली गोली खायी थी वो पूरा काम कर रही थी। मेरी बीवी आज खुलकर चुदाना चाहती थी। उसकी आँखों और हाव भाव में काम की मूक सहमती मैं अच्छे से पढ़ सकता था। धीरे धीरे रूपा खुद ही अपनी चूत और उसके दाने को सहलाने लगी। हम दोनो किसी नवविवाहित जोड़े की प्यार करने लगे। मैं उसकी चूत में ऊँगली करने लगा। रूपा उछल पड़ी। उसकी चूत में सनसनी हो रही थी। मैं हाथ से जोर जोर से चूत में ऊँगली करने लगा। वो मुझे रोकने लगी पर मै नही रुका।
““……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….अखिलेश मुझे कितना तड़पाओगे जान!! आज जल्दी से मुझे चोदो आकर!!” मेरी चुदासी बीवी बोली
“जानेमन!! आज तो मुझे कुछ और ही चाहिए” मैंने कहा
“नही पहले प्रोमिस करो की मैं जो मागूंगा तुम दोगी” मैंने अपनी बीबी से कहा
“दूंगी प्रोमिस” रूपा बोली
“जान आज मुझे तुम्हारी गांड चोदनी है!!” मैंने कहा
“ठीक है आओ चोद लो पतिदेव!” रूपा बोली
फिर मैं बहुत खुश हो गया था। क्यूंकि आज अपनी शादी के 1 साल बाद मैं अपनी खूबसूरत और सेक्सी बीवी की गांड चोदने जा रहा था। रूपा खुद ही कुतिया बन गयी। उसने खुद की अपनी गांड के छेद में तेल लगा दिया और जल्दी जल्दी ऊँगली करने लगी। मुझे ये देखकर बहुत अच्छा लग रहा था। रूपा जल्दी जल्दी अपनी गांड में ऊँगली कर रही थी। मैं अपने 9” के लंड को फेट रहा था। रूपा का सिर बेड पर था और उसने अपनी गांड पीछे से उठा रखी थी। फिर मुझे बहुत जोर की वासना चढ़ गयी थी। मैंने अपने सीधे हाथ की दो ऊँगली में ढेर सारा तेल लगा लिया और रूपा की गांड में डाल दी। “…..ही ही ही……अ अ अ अ.अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह….. उ उ उ…” वो चीख पड़ी।
फिर मैं पीछे से जल्दी जल्दी उसकी गांड में ऊँगली करने लगा। उफ्फ्फ!! दोस्तों कितना कसा छेद था मेरी खूबसूरत बीबी की सेक्सी गांड का। मुझे बहुत कसावट मिल रही थी। मुझे भरपूर मजा मिल रहा था। रूपा कुतिया बनी हुई थी। आज पहली बार वो अपनी गांड चुदाने जा रही थी। धीरे धीरे मैं गांड में अपनी ऊँगली भीतर तक डालने लगा। दूसरे हाथ की ऊँगली मैं रूपा की चूत में करने लगा। इससे उसको बहुत आनंद आ रहा था। उसे भरपूर मजा मिल रहा था। मैं इस समय उसकी रसीली चूत और कसी गांड दोनों में ऊँगली कर रहा था। जब चिकनाहट कम हो जाती थी मैं उसकी गांड में थूक देता था। फिर मै खड़ा हो गया और मैंने आपनी बीबी की गांड में अपना लंड डाल दिया। मेरे लंड में तेल लगा हुआ था। इस वजह से वो आराम से अंदर घुस गया था। धीरे धीरे मैं अपनी बीबी के साथ डीप ऐनल सेक्स करने लगा।
रूपा “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…मेरी गांड फट गयी!! ओह्ह” इस तरह से चीख रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था। हम दोनों बेड पर रासलीला कर रहे थे। मैं खड़े होकर अपनी बीबी की गांड चोद रहा था। दोस्तों मैं समझता था की गांड में कभी लंड नही जाएगा। पर मैं पूरी तरह से गलत था। आज तो मेरा 9” का लंड आराम से अंदर घुस गया था। मैं झुककर किसी कुत्ते की तरह अपनी बीबी की गांड मार रहा था। रूपा कामुक किलकारियाँ निकाल रही थी। उसकी बड़ी बड़ी चूची नीचे को लटक रही थी। सेक्स के नशे में मैं उसके गोल मटोल पुट्ठो पर कई चांटे चट चट करके मार दिए। रूपा के सफ़ेद गोरे पुट्ठे पर मेरी ऊँगली गुलाबी रंग की छप गयी। फिर मैं उसके साथ ऐनल सेक्स करने लगा।
वो “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” की कामुक आवाजे निकाल रही थी। मेरा लंड उसकी गांड में जल्दी जल्दी और बड़ी आसानी से फिसल रहा था। मैंने अपना बाया हाथ उसकी चूत के दाने पर रख दिया और जल्दी जल्दी उसके चूत के दाने को सहलाने और घिसने लगा। रूपा को आज परम सुख मिल रहा था। मैं जल्दी जल्दी बेड पर खड़े होकर अपनी बीबी की गांड चोद रहा था। आधे घंटे की गरमा गर्म चुदाई के बाद मैंने अपना माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया। मेरा लंड अब बाहर आ गया। हम दोनों के पसीने छूट गये। रूपा मेरी उपर लेट गयी और “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हममममअहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” बोलकर गहरी और लम्बी सांसे ले रही थी। साफ था की आज मैंने कसके उसकी गांड चोद ली थी। वो अब भी अपनी गांड के छेद को सहलाये जा रही थी। रूपा के माथे पर ही पसीना छूट गया था। उसकी पीठ पर ही काफी पसीना आ गया था। उसकी गांड कल्ला गयी थी।
“क्यों मजा आया जान ऐनल सेक्स में????” मैंने पूछा
“अखिलेश!! आज तो तुमने मेरी माँ चोद दी” रूपा बोली
धीरे धीरे उसकी साँसे तेज से धीरे होनी लगी। मैं उसकी रसीली चूचियों को सहलाने लगा। कुछ देर तक हम दोनों सुस्ताते रहे।
“अखिलेश!! एक बार और मेरी गांड चोदो!!” रूपा बोली
“नाटी नाटी” मैंने कहा और इस बार मैं उसे उल्टा पेट के बल लिटा दिया। रूपा की कमर के नीचे मैंने 2 मोटे तकिया लगा दिए। अब उसके पुट्ठे और गांड उपर आ गये थे। मैं लेट गया और उसके सफ़ेद पुट्ठो को सहलाता रहा। फिर मैं हाथ से दबाने लगा। मेरी खूबसूरत बीवी के पुट्ठे माशाअल्ला थे। मैं उसके पुट्ठे को किस कर रहा था और चाट रहा था। कुछ देर तक उसका चुम्बन लेने के बाद मैंने रूपा के गोल मटोल पुट्ठे खोल दिए। सामने उसकी गांड थी। मैं जीभ लगाकर चाटने लगा। रूपा “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….”
की आवाज निकाल रही थी। मैं जल्दी जल्दी उसकी चिकनी और कसी गांड पीने लगा। रूपा को अलग तरह का सुख और नशा मिल रहा था। दोस्तों 15 मिनट तक मैंने अपनी बीबी की गांड पी। रूपा पेट के बल लेटी हुई थी। मैं बैठ गया अपना लंड मैंने उसकी गांड में डाल दिया। फिर उसकी गांड चोदने लगा। एक बार फिर से रूपा को आज अलग तरह के सेक्स का भरपूर आनंद मिल रहा था। रोज मैं उसकी चुद्दी मारता था। आज पहली बार उसकी गांड चोद रहा था। इस तरह से 40 मिनट मैंने उसके साथ डीप ऐनल सेक्स किया फिर आउट हो गया। दोस्तों अब मेरी शादी के 6 साल बीत चुके है। मेरी खूबसूरत चुदासी और सेक्सी बीबी को सिर्फ गांड मरवाना ही पसंद है। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।