हाय फ्रेंड्स, आप लोगो का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में स्वागत है। मैं रोज ही इसकी सेक्सी स्टोरीज पढ़ता हूँ और आनन्द लेता हूँ। आप लोगो को भी यहाँ की सेक्सी और रसीली स्टोरीज पढने को बोलूंगा। आज फर्स्ट टाइम आप लोगो को अपनी कामुक स्टोरी सुना रहा हूँ। कई दिन से मैं लिखने की सोच रहा था। अगर मेरे से कोई गलती हो तो माफ़ कर देना।
मेरा नाम यश मल्होत्रा है। मैं मेरठ का रहने वाला हूँ। मैं अभी पढ़ाई कर रहा हूँ और आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहता हूँ। मैं सेक्सी और चोदूं मर्द हूँ और किसी भी जवान लड़की को देखकर चुदाई का दिल करने लग जाता है। मेरे घर में सब लोग साथ में रहते है। घर में मैं, माँ, बाबू जी, मेरे बड़े भैया शुभम और मेरी भाभी जानवी साथ रहती है। मैंने अभी तक अनेक लड़कियाँ चोदी है पर मेरी जानवी भाभी भी काफी सेक्सी और चुदासी औरत है। वो बड़ी फैशन करने वाली औरत है और हर हफ्ते मेरे भैया के साथ घुमने टहलने जाती है। मेरे भैया की कमाई का मोटा हिस्सा भाभी के लिए नये नये कपड़े लाने में खर्च होता है। जानवी भाभी काफी सेक्सी औरत है और मेरे भैया से रोज रात में चुदवा लेती है। अभी कुछ दिन पहले मेरे को पता चला की मेरी भाभी अपनी चुदाई वाली न्यूड पिक्स को फेसबुक और व्हाट्सअप पर भी शेयर करती है। उसके फालोवर हजारो की संख्या में है।
मेरी जानवी भाभी को अपने चुदाई के वीडियोस शेयर करना भी बहुत पसंद है। वो आकर्षक व्यक्तित्व वाली औरत है। उनका कद 5’ 2” का है और जिस्म काफी भरा पूरा है। जानवी भाभी का रंग साफ़ है और चेहरा लम्बा है। आँखे तो ऐश्वर्या राय से कम नही है और जब वो मेकअप करके अपने ओंठो पर चटक लाल लिपस्टिक लगाकर बाहर बजार को निकलती है तो मर्दों के लौड़े खड़े हो जाते है। भाभी के दूध 36” के मस्त मस्त है और साड़ी ब्लाउस से बाहर से ही दिख जाते है। भाभी का फिगर 36 32 36 है। दूध और गांड दोनों बड़े बड़े है। भाभी को लंड चुसाई करना पसंद है, ये बात मुझे एक रात पता चली जब मैंने भैया के रूम की खिड़की से सब कुछ अपनी आँखों से देखा। भाभी किस तरह हाथ से भैया का लौड़ा फेट फेटकर मुंह में लेकर चूस रही थी। इस तरह से खूब आनन्द ले रही थी। फिर सेक्स हो गया।
जब मैंने देखा तो समझ गया की मेरी जानवी भाभी एक बहुत ही सेक्सी और नये जमाने की औरत है और अगर मैं उनको पटा लूँ तो काम बन सकता है। अब मैं उनको कुछ जादा ही प्यार दिखाने लगा। अक्सर उसका काम कर देता था।
“यश मेरे लैपटॉप में कुछ फिल्म डाउनलोड कर दो। कितने दिन हो गये मैंने कोई फिल्म नही देखी” एक दिन जानवी भाभी कहने लगी
मैं उनके कमरे में चला गया और उनका लैपटॉप खोल दिया। जैसे ही फिल्म डाउनलोड करने लगा तो मुझे एक फोल्डर मिल गया उसमे 100 से भी जादा ब्लू फिल्म पड़ी हुई थी।
“यश!! शुरू हो गयी डाउनलोडिंग क्या” जानवी भाभी ने रसोई से आवाज लगाई। वो रसोई में सब्जी काट रही थी
“भाभी!! कुछ दिक्कत हो रही है। जरा इधर आओ!!” मैंने कहा
मेरी आवाज सुनकर जानवी भाभी कमरे में आ गयी। मैंने उसको पोर्न फिल्म दिखाई और पूछा की एक सब क्या है। वो बोली की अक्सर मेरे भैया ऑफिस के काम से थके होते है। कई बार तो उनका चुदाई का बिलकुल मन नही करता है। इसलिए भाभी उनको रोज रात में नंगी तस्वीरों वाली मस्त मस्त चुदाई फिल्म दिखाती है। उसे देखने के बाद मेरे शुभम भैया का मूड बन जाता है और वो भाभी को चोद देते है। ये सब मुजको जानवी भाभी ने बोला।
“भाभी तुम तो मजे करती हो पर अपनी जिन्दगी तो झन्ड है। न कोई गर्लफ्रेंड है और न लाइफ में कोई इंटरटेनमेंट” मैंने मुंह झुलाकर बोला
“अरे यश!! मैं तो सोचती थी की तेरी कोई प्रेमिका जरुर होगी। पर कोई नही। अगर तू कहे तो तुझे भी मजे दे दूँ” जानवी भाभी बोली
ये सुनकर मैं उनके करीब आ गया और उसके हाथो को टच करने लगा। वो भी मेरे करीब आ गयी और मुझे हाथो से पकड़ लिया। फिर मेरा हाथ पकड़कर अपने ब्लाउस पर ले गयी और दूध पर लगाने लगी। उसके बाद सब खुद ब खुद होता चला गया। फ्रेंड्स उस वक़्त मेरी बहन अपने कॉलेज गयी हुई थी। मेरी माँ मन्दिर गयी थी और मेरे पापा और भैया अपने अपने ऑफिस को जा चुके थे। मैंने भी सोचा की आज मौके का फायदा उठा लेता हूँ। मैंने भी जानवी भाभी को पकड़ लिया और गालो पर किस करने लगा। धीरे धीरे वो मुझे कसके पकड़ ली और लिपट गयी। उसके बाद किसिंग शुरू हो गयी और मैंने अपनी सगी जानवी भाभी के होठो पर काफी किस किया।
“यश!! मेरे साथ मजे करने है?? बोल??” वो पूछने लगी
“आपका बड़ा अहसान होगा भाभी!! अगर मुझे चूत दे दो तो” मैंने कहा
उसके बाद उन्होंने हल्के से सर हिला दिया। मैंने वही उनके रूम में चालू हो गया और उनके साथ मजे करने लगा। जानवी भाभी ने गुलाबी रंग की बड़ी अच्छी साड़ी ब्लाउस पहनी थी जिसमे वो काफी सेक्सी दिख रही थी। रोज सुबह नहाकर अच्छा सा मेकअप करती थी। इसलिए आज भी काफी सेक्सी दिख रही थी। मैंने उसके ब्लाउस पर हाथ लगाने लगा और धीरे धीरे फिर दबाने लगा। जानवी भाभी “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” करने लगी। फ्रेंड्स कुछ देर मैंने खड़े खड़े अपनी जवान और चुदासी भाभी के दूध दबा दिए और खुद भी मजा लिया और उनको भी दे दिया।
“चलो कपड़े निकाल दो भाभी!!” मैं बोला
उसके बाद मैंने रूम का दरवाजा बंद किया। अपने कपड़े भी निकाल दिए और भाभी के भी उतरवा दिए। अब वो पूरी तरह से नंगी होकर खुद ही बेड पर लेट गयी। मैं भी उसके पास चला गया और उनके जिस्म से खेलने लगा। दोस्तों बाहर से मेरी भाभी जितनी सेक्सी दिखती थी उससे कही अधिक जवान चुदासी माल अंदर से थी। अभी उनकी उम्र 26 साल थी इसलिए पूरी तरह से जवान थी।
उनके दूध 36” के गठीले थे और काफी तने और कसे थे। फ्रेंड्स मुझे ढीले दूध वाली औरते जरा भी पसंद नही है। इसलिए मैं हाथ से दबा दबाकर भाभी को मजा देने लगा। मेरा हाथ जब जब उसके बूब्स पर लगता तो “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह…अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” करने लग जाती। उनको चुदाई वाला नशा होता जा रहा था। मैंने भी खूब दबा दिया और मजा दे दिया। उसके बाद जल्दी जल्दी मुंह में उनकी निपल्स लगाकर चूसने लगा। मुंह में लेकर आज अपनी सेक्सी भाभी के आम चूस रहा था। इस तरह से मौसम काफी सेक्सी बन गया और जानवी भाभी की काफी गर्म होती चली गयी। मैंने 15 मिनट तक अपनी जवान भाभी के दूध मुंह में लेकर चूसे। फिर चूची को अपने मुंह से निकाला।
“भाभी!! क्या भैया भी इसी तरह आपके बूब्स मुंह में लेकर चूसते है??” मैंने पूछा
“शादी के बाद तो तेरे भैया मुझे कितना प्यार और दुलार करते थे पर अब तो मैं पुरानी हो गयी हूँ। अब तो पहले जैसा प्यार नही करते है और न ही मेरे बूब्स मुंह में लेकर चूसते है” जानवी भाभी बोली
“आज तुम पी रहे हो तो कितना आनन्द आ रहा है!!” वो बोली
उसके बाद मैं नीचे चला गया और अपनी सेक्सी भाभी की कमर पर हाथ लगाने लगा। दोस्तों बड़ी चिकनी कमर थी उनकी। मैंने कई बार भाभी के पेट पर चुम्मा जड़ दिया। उनका पेट तो मलाई जैसा मुलायम और गोरा दिख रहा था। अब उनकी चूत मेरे सामने थी जिस पर बहुत सारी झांटे थे। मेरा दिल हट गया और मूड बदल गया।
“क्या हुआ यश???” जानवी भाभी पूछने लगी
“मुझे झांटो में किसी औरत को चोदना पसंद नही है। मुझे तो सिर्फ चिकनी और साथ सुथरी चूत चोदना पसंद है” मैं बोला
“यश!! आज तू ही मेरी झांटे बना दे। अब तेरे भैया तो मुझसे प्यार मुहब्बत करते नही इसलिए अब बाल नही बनाती हूँ। आज तू ही इसे इस जंगल को साफ़ कर दे” जानवी भाभी बोली
फिर मैंने ही अपने सेविंग मशीन से उनकी झांटे बना दी और वेसलीन अच्छे से पूरी चूत पर मल दी।
“यश!! मेरी चूत की कुछ तस्वीर तो ले। इसे फेसबुक पर और व्हाट्सअप पर डालना है” जानवी भाभी बोली
मैंने फोन की फ़्लैश लाईट जलाई और कई फोटोज उनकी चिकनी चमेली चूत की ले ली। जैसे ही उसे फेसबुक पर डाला लोगो के मस्त मस्त कॉमेंट्स आने लगे। उसके बाद जानवी भाभी और भी गर्म हो गयी। मैं लेट गया और चिकनी चमेली चूत को जीभ से चाट चाटकर मजा देने लगा। कुछ ही देर में मुझ पर वासना के घने बादल छा गये और मेरे अंदर का कामदेवता जाग गया। दोस्तों जानवी भाभी जितनी सेक्सी माल थी उतनी खूबसूरत उनकी चूत भी थी। मैंने ऊँगली से पकड़कर उनकी बड़ी सी चूत के ओंठ खोले तो लाल लाल चूत दिख गयी। जानवी भाभी का भोसड़ा काफी बड़ा था क्यूंकि मेरे भैया ने उनको खूब जी भरकर चोदा पेला और खाया था।
“ऐसे क्या देख रहा है यश???” भाभी बोली
“आपकी चूत देवी का दर्शन कर रहा हूँ। भाभी मानो या न मानो। दुनिया इसी पर टिकी हुई है” मैंने कहा
“तू तो बड़ा रंगीला मर्द है रे। जब तक तेरी शादी नही होती तू मुझसे मजा ले लिया करना” भाभी बोली
उसके बाद मैं बुर चटाई करने लगा। मुंह में चूत को भरकर जल्दी जल्दी चाट रहा था। चूत का स्वाद कसैला लगा तो मैं उनकी अलमारी में रखी शहद की शीशी ले आया और चूत पर ढेर सारी उढ़ेल दी। फिर शहद से चूत चाशनी जैसी मीठी हो गयी और मैंने सब चाट चाटकर पी लिया। इस तरह जानवी भाभी “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” बोलते हुए काफी गर्म गयी। मैं आज सब कुछ आराम से करना चाहता था। वैसे ही घर में सन्नाटा था। इसलिए किसी का भय भी नही था। अब मैं जानवी भाभी के चूत के दाने को चाटने लगा जिससे उनको बहुत जोश चढ़ रहा था। बार बार अपना मुंह खोलकर …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ कर रही थी। आज मैं उनसे खुलकर प्यार करना चाहता था। उनके सेक्सी जिस्म के एक एक छेद और अंग को जीभ लगाकर चाटना चाहता था। जहाँ से वो मूतटी थी उस छेद को मैंने जीभ की नोक से खूब छेड़ा और जी भरकर हिला दिया। इस तरह से बार बार करने से जानवी भाभी की चूत बड़ी नर्म हो गयी। मैं अपने लौड़े को फेटने लगा। दोस्तों आपको अपने लंड के बारे में बताना मैं भूल गया। मेरा लंड 8” लम्बा है और काफी मोटा है। इसकी नसे भी काफी तन जाती है जब ये पूरी तरह से खड़ा हो जाता है। आजतक ये लंड 4 लड़कियों की चूत में घुस चुका है।
मैंने अपने लंड को हाथ में लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगा। फिर ये बिलकुल से सख्त हो गया और जानवी भाभी की चुदाई के लिए पर्याप्त था। मैंने भी अपने लंड को हाथ में लिया और चूत में घुसाने लगा।
“आराम से यश!!! आराम से” भाभी बोली
हल्का धक्का देने के बाद मेरा मोटा छल्लेदार सुपारा भीतर घुसा गया और मैंने सेक्स करना शुरू कर दिया। जानवी भाभी “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” करने लगी। शुरू में मैंने हल्के ह्ल्दे धक्के मारना शुरू किया। फिर जब सब कुछ नोर्मल लगा तो मैंने रफ्तार बढ़ा दी। भाभी किसी बकरी की तरह मेंह मेंह… करने लगी अपनी दोनों टांगो को खोलकर। बड़ा मजा आया दोस्तों। मैं जल्दी जल्दी उनको उनके ही बिस्तर पर पेल रहा था। वो अपने होठो को अपने दांत से मोड़ मोड़कर सेक्सी अंदाज में चबा रही थी। उनकी आँखे कभी खुलती तो कभी बंद होती। गर्म गर्म सिस्कारे लेती थी। अब मैंने और जल्दी जल्दी अपनी गांड उठा उठाकर चुदाई शुरू कर दी। जानवी भाभी की चूत से सक सक की आवाज आने लगी। लगा जैसे कोई इंजन चल रहा है।
वो अचानक से बड़ी जोश में आ गयी और तेज तेज हूँ हूँ की आवाज निकालते हुए अपनी कमर और चूत को उपर उठाने लगी।
“चोदो यश!! yes!! fuck me fast!! ohh yes!!” वो कहने लगी
उनकी आग सी सुलगती सिस्कारियां मुझे और जोश दिला गयी और मैंने भी उनकी रंडियों जैसी ठुकाई शुरू कर दी। अब जानवी भाभी अपना सीना उठाने लगी और मेरे सीने पर बार बार दोनों हाथ लगा रही थी और ओंठो से मेरे सीने को किस कर रही थी। मैंने उसकी ठुकाई जारी रखी और कुछ देर बाद चूत में तेज चौके छक्के मारते मारते झड़ गया। जब नीचे देखा तो भाभी की गुलाबी चूत उपर तक मेरे माल से भर गयी थी। मैंने लौड़ा बाहर निकाला तो मेरा माल बाहर बहने लगा। जानवी भाभी उठ बैठी और रद्दी अखबार फाड़कर अपनी चूत पोछने लगी।
“मस्त चुदाई करता है तू!!” भाभी बोली
“आप कहो तो रोज ही करा करूं” मैं बोला
उसके बाद हम दोनों की लेट गये। फिर भाभी कपड़े पहनकर रसोई में चली गयी और काम करने लगी। कुछ दिन बाद नया साल आने वाला था। मेरे भैया ने जानवी भाभी से प्रोमिस किया था की वो उनको बाहर किसी अच्छे रेस्टोरेट में डिनर पर ले जाएँगे। पर उस दिन मेरे भैया अपने ऑफिस की पार्टी में चले गये और 12 बजे तक लौटे ही नही। जब जानवी भाभी ने उनको काल किया तो वो अपने दोस्तों के साथ शराब पी रहे थे और बोले की सुबह तक आएँगे। ये सुनते ही भाभी का मुंह उतर गया तो मैंने कहा की भैया आपको डिनर पर नही ले गये तो क्या मैं आपको ले चलता हूँ।
उसके बाद फ्रेंड्स अब लोग एक नये रेस्टोरेंट में गये जिसका नाम सेकंड वाइफ रेस्टोरेंट था। ये अभी कुछ दिन पहले ही खुला हुआ था। वहां जाकर भाभी और मैंने मस्त दावत उड़ाई। फिर उनके साथ ऑटो में बैठकर आने लगा जो जानवी भाभी मेरे से बिलकुल चिपक गयी। उनका इशारा मैं समझ रहा था।
“भाभी!! आज गांड दो ना नये साल के जश्न पर” मैंने धीरे से कहा
ऑटो वाला मेरी ओर पीछे देखने लगा। शायद वो भी समझ गया की मेरी चुदासी भाभी मुझसे सेट है।
“नही यश!! तू मेरी चूत मार ले। गांड चुदाने में बड़ा दर्द होता है रे!!” जानवी भाभी नखड़ा मारकर बोली
“प्लीस भाभी!! आज मेरी फेंटेसी को बर्बाद मत करो। आज नये साल का जश्न तुम्हारी गांड चोदकर हो जाए” मैंने कहा
फिर हमारा घर आ गया। मैंने ऑटोवाले को किराया दिया और हम दोनों घर में चले गये। मेरी बाकी फेमीली सो रही थी। जानवी भाभी ने मुझे इशारा किया तो कपड़े चेंज करके उसके कमरे में चला गया। वो मेरे सामने साड़ी उतारने लगी और धीरे धीरे नंगी हो गयी। मेरे टी शर्ट और लोअर को भाभी से उतार दिया और मुझे नंगा बिस्तर पर लिटा दिया। मेरे 8” के लौड़े को जल्दी जल्दी फेटने लगी और मुंह में लेकर चूसने लगी। उसके बाद खुद ही कुतिया बन गयी।
“आजा यश!! नये साल पर तेरी इक्षा पूरी कर दूँ” भाभी बोली
मैंने उनकी गांड कुछ देर जीभ लगा लगाकर अच्छे से चाटी और साफ़ कर दी। फिर गांड पर तेल लगा दिया और लंड घुसाने लगा। उसके बाद मेहनत करके अपनी सगी जानवी भाभी की गांड चुदाई बड़ी आराम आराम से कर दी। वो नया साल मेरा अब तक का बेस्ट साल था। अब तो जानवी भाभी अपने दोनों छेदों को ख़ुशी खुसी चुदवा लेती है।
आपको स्टोरी कैसी लगी मेरे को जरुर बताना और सभी फ्रेंड्स नई नई स्टोरीज के लिए नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पढ़ते रहना। आप स्टोरी को शेयर भी करना।