भाई भी पति भी : एक नाजायज रिश्ते की जायज कहानी

हेलो दोेस्तों मैं प्रियंका मुखर्जी कोलकाता से हु, आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रही हु, जिससे हो सकता है आपको ऐसा लगे की क्या बहन भाई के रिश्ते में भी सेक्स संभव है तो मैं कहूँगा हां बिलकुल है, मेरा भाई मेरे से सेक्स सम्बन्ध बनाया था पिछले साल, मैं आपको अपनी कहानी बताती हु,

मेरी माँ एक बड़ी ही बोल्ड और आधुनिक युग की औरत है, वो पहले भी लिविंग रिलेशन में रह चुकी है, मैं उनकी पहली संतान हु, जब माँ कुंवारी थी तभी वो मुझे पैदा की थी, पर मेरे कुंवारे पापा से ज्यादा दिन तक साथ नहीं रहा और वो किसी और के साथ शादी कर के चले गए, मैं और मेरी माँ अकेली रही गयी उसके बाद माँ मुझे लेके मुंबई आ गयी थी, माँ एक मीडिया हाउस में ग्राफ़िक डिज़ाइनर से काम स्टार्ट किया और धीरे धीरे वो कंपनी के मालिक के साथ अफेयर हो गया फिर क्या था उन्होंने खूब तरक्की की और अब डायरेक्टर के रूप में कम कर रही है |

मेरी माँ 36 गयी और मैं 18 की अब मेरी माँ सब लोगो से मुझे छुपाने लगी, अकसर पार्टी में या मीटिंग में वो मुझे अपनी बहन कहती और लोगो को कहती की ये मेरी बहन है, इस बीच माँ का और माँ के बॉस का प्यार परवान चढ़ा, बॉस भी शादी शुदा था उनकी उम्र करीब 42 के करीब था, उन्दोनो ने शादी करने की सोची, माँ होशियार थी, वो कोर्ट मैरिज की ताकि मैं उनकी पूरी प्रॉपर्टी का मालकिन मैं बन जाऊं, शादी हो गयी, मैं और मेरी माँ अपने नए पापा के यहाँ रहने आ गए, इसके पहले भी माँ को पापा के तरफ से एक फ्लैट मिला हुआ था रंगरेलियां मानाने के लिए,

माँ को पता नहीं था की उनका भी एक बेटा है जो की 21 साल का है, क्यों की वो इंग्लैंड में पढाई कर रहा था, शादी के बाद मेरे नए पापा ने बताया की मेरा एक बेटा है जो अगले महीने इंडिया आ रहा है, दिन बीतते गए, माँ को तो एक साथी मिल गया पर मैं और भी अकेली हो गयी, माँ अक्सर देर रात को आती थी, वो भी शराब के नशे में होती थी, बात भी नहीं हो पाती थी मेरे से 10 – 10 दिन तक, फिर राहुल आ गया (मेरा सौतेला भाई) मैं राहुल के साथ अपनी दुःख दर्द बाटी वो भी उतना ही दुखी था जितना की मैं थी,

राहुल की भी माँ उसे छोड़कर चली गयी थी जब वो 10 साल का था, हम दोनों के विचार काफी मिलने लगे और दोनों में काफी अच्छी दोस्ती हो गयी, माँ पापा दोनों दौलत के नशे में चूर थे, उनको सिर्फ पैसे और सोहरत की पड़ी हुयी थी, वो दोनों हम लोग के तरफ ध्यान नहीं दे पाये और बहन भाई का रिस्ता सेक्स में बदल गया.

एक दिन राहुल काफी शराब पि लिया था मैं भी उसके साथ थी उस होटल में, वह से वापस अपने घर आना मुस्किल हो रहा था दोनों को, रो हम दोनों ने फैसला किया की रात हम लोग इसी होटल में बिताएंगे, मुंबई का पांच सितारा होटल था मैं नाम नहीं बताना चाहती हु, राहुल मेरे कंधे के सहारे लिफ्ट में से अपने कमरे में आया और मुझे किश करने लगा, बोला प्रियंका ज़िंदगी में कोई रिश्ते नाते मायने नहीं रखते, अपनी भूख मिटने के लिए मेरे पापा भी अपनी ही बहन के साथ लिव इन रिलेशन में रहे, और फिर मेरी माँ मुझे छोड़कर चली गयी क्यों की और कोई ज्यादा पैसा बाला आदमीं जो सूरत का हिरा व्यापारी था उसके साथ शादी कर ली.

पर मैं तुमसे शादी नहीं करूँगा ना ही लिव इन रिलेशन में रहूँगा हम दोनों एक ही घर में रहते है, बस हम दोनों अपनी सेक्स और वासना की भूख को शांत करते रहेंगे, हम दोनों प्रिकॉशन लेंगे ताकि हम दोनों किसी बच्चे को जन्म नहीं देंगे, देखो हम दोनों का क्या हाल है, रिश्ते सारे विखर गए है, बस सब लोगो में वासना ही रह गया है,

राहुल की बातों में सच्चाई थी, मैं भी सहमत थी उससे फिर क्या था, मैंने उसके बाहों में समां गयी, पहली रात भाई के साथ, ज़िंदगी बदल दिया उसने मेरी, मुझे भी एक सहारा मिला गया जो पति भी था और भाई भी था, उसके बाद हम दोनों एक ही कमरे में एक ही बेड पे सोते थे, मैं इन ९ महीनो में ४ बार एबॉर्शन करवा चुकी हु,

माँ ने एक दिन कहा प्रियंका तुम्हारे रिश्ते ठीक नहीं है, तुम होश में हो? मैंने कहा जब इस घर में सब लोग बेहोश है तो मैं कहा से होश में रहूगी माँ सॉरी दीदी, माँ थोड़ा देर रुक कर मुझे देखि और फिर चली गयी.. आज मैं राहुल के साथ काफी खुश हु, मुझे नहीं लगता है की मेरी ज़िंदगी में मेरे पति से कुछ और ज्यादा मिलता जो की एक भाई से भी मिल रहा है तो फिर मैं शादी में क्यों पडू, मैं खुश हु अपनी ज़िंदगी से. आपको मेरी कहानी कैसी लगी प्लीज रेट करें,

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