threesome – Indian Sex Stories : दोस्तों मेरा नाम कविता है मैं जयपुर की रहने वाली हूँ। मैं जयपुर में ही पढ़ती हूँ। मैं अभी दिल्ली आई हूँ एग्जाम देने पर फंस गई लॉक डाउन में। वापस जयपुर नहीं जा पाई, मैं यहाँ अपने भैया के पास आई हूँ पर यहाँ कुछ ऐसा हो गया और मुझे अपने भाई से चुद्वाना पड़ा। आखिर ऐसा क्या हुआ की मैं भी अपने आप को नहीं रोक पाई और चुद गई सगे भाई से और आपको ये जानकर हैरानी होगी इसमें साथ देने में मेरी भाभी ही थी।
मैं 22 की हूँ मैं बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी लड़की हूँ मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम की फैन हूँ रोजाना सेक्स कहानियां पढ़ती हूँ। मेरी दो तीन दोस्त जो जयपुर में रहती है वो भी इस वेबसाइट पर रोजाना आती है। अगर आप किसी और वेबसाइट पर हैं तो आप कल से डायरेक्ट इस वेबसाइट को खोलिये क्यों की आजकल देखती हूँ सब लोग इस वेबसाइट की कहानियां कोपी कर रहे हैं।
अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ। दोस्तों भाई से चुदने से पहले भी मैं तीन मर्दों से चुद चुकी हूँ। तो चुदाई के बारे में पहले से ही पता था। पर भाभी ने और भी कुछ सेक्सी पोज सिखाये वो भी आपको बताउंगी ताकि आप भी अपनी बीवी या गर्ल फ्रेंड को संतुष्ट कर सकें जैसा की भैया ने मुझे संतुष्ट किया।
दोस्तों मैं लॉक डाउन में बोर हो रही थी तो रोजाना दिन में भी और रात में भी नॉनवेज स्टोरी पर कहानियां पढ़ने लगी कुछ पुराणी तो कुछ नई। फिर मैंने अपने भाभी को भी बताया इस वेबसाइट के बारे में वो भी हॉट और सेक्सी है पर उनके मन में कुछ और ही चल रहा था वो कहानी में इंटरेस्ट नहीं ली और बोली ये सब छोड़ चुकी हूँ और अब असली में आ गई हूँ। अगर तुम भी चुद्वाना चाहती हो तो बोलो। कहानी पढ़ने से कुछ नहीहोगा। मैं हैरान हो गई। पर ये सवाल मेरे मन में था जब दिल्ली बंद है तो ये मुझे कहा ले जाएगी।
कभी सपने में भी नहीं सोचा था की वो सगे भाई से ही मुझे चुदवायेगी जिसकी मैं सगी बहन हूँ। पर उन्होंने कह दिया जब मैं खुद मायके में अपने भाई से चुदती रही हूँ तो तुम भी तो चुद सकती हो। घर की बात घर में ही रह जाये। पहले तो थोड़ा अटपटा लगा पर बात में दम था मुझे लगा हां यार घर की माल घर में और किसी बाहर बाले को पता भी नहीं इससे बढ़िया ऑप्शन कोई हो भी नहीं सकता।
मैं बोली भाभी एक बात बताओ अगर मैं तैयार भी हो गई पर भैया मुझे चोदने के लिए तैयार नहीं हो तो ? और क्या आपको ठीक लगेगा जब किसी का पति उसके सामने किसी और को चोद रहा हो ? वो बोली अरे पगली मुझे ख़राब नहीं लगेगा क्यों की मैं मॉडर्न हूँ इन सब चीजों में कुछ भी नहीं रखा है। और रही बात तुम्हारे भैया की तो वो मुझे रोज कहते है यार मेरी बहन गजब की सॉलिड माल है। मुझे तो लगता है पहले मैं खाऊ उसके बाद ही कोई खाये।
मैं हैरान हो गई की भैया ऐसा कहते हैं मेरे बारे में। मैं खुश हो गई चलो आज रात को कहानी नहीं पढ़ना पड़ेगा और खुद से चूत सहलाना नहीं होगा आज तो मैं जन्नत में जाउंगी भैया का लौड़ा खाकर। भाभी सब बात जाकर बता की की कविता तैयार हो गई है।
अब वो मेरे कमरे में आये तो उनका नजरिया मेरे प्रति बदल गया था। आकर वो पहले मेरे गाल पर एक किस दिया और मेरी चूचियां सहलाई और फिर होठ पर एक प्यारा सा किश दिए और बोले आज रात को मजा आएगा। और वो चले गए मार्किट। वह से वो शराब लेकर आये दिन में क्यों की लॉक डाउन की वजह से भीड़ थी दूकान पर। वो शराब के साथ चिकन भी लेकर आये।
रात को करीब नौ बजे हम तीनो शराब पीने बैठ गए। वही से शुरआत हो गई भैया शराब अपने मुँह में भरते और फिर मेरे मुँह में डाल देते और मैं किश करती होठ से होठ को लॉक करती और धीरे धीरे शराब उनके मुँह में वापस डाल देती। वो भी ऐसा ही कर रहे थे। अपने मुँह का शराब मेरे मुँह में डालते। फिर मैं भाभी के साथ भी ऐसा ही कर रही थी।
दोस्तों आपको ये बात जानकर हैरानी होगी की भाभी अपने कपडे उतर दी मेरे भी उतार दी और भैया से ज्यादा वो मेरे में इंटरेस्ट ले रहे थे। कभी किस करती कभी मेरी सुन्दर गोल गोल गोरी चूचियां पीती दबाती। फिर वो खाने के टेबल पर मुझे लिटा दी और मेरी चूत चाटने लगी। मेरी चूत में ऊँगली करने लगी। मुझे ये सब बहुत अच्छा लग रहा था। मेरी चूत काफी गीली हो गई थी। अब मुझे अपने भैया का लौड़ा चाहिए था जिसका मैं इंतज़ार कर रही थी।
दोस्तों फिर भइया उठे और मेरी गांड में चूत में ऊँगली करने लगे। मैं भैया का लौड़ा पकड़ कर अपने मुँह में ले ली। और चूसने लगी। भाभी मेरे पैरों की उँगलियों के अपने मुँह में ले रही थी और पुरे बदन को सहला रही थी वो अपनी चूचियां मेरे जिस्म पर रगड़ रही थी। यानी की हम तीनो ही एक दूसरे को मजे दे रहे थे।
फिर हम तीनो बैडरूम में चले गए मैं निचे लेट गयी भाभी मेरी मुँह पर बैठ गई ताकि उनकी चूत मैं चाट सकूँ। भैया मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और लौड़ा मेरी चूत पर लगाया और जोर से पेल दिया। पूरा लौड़ा मेरी चूत में समा गया। मेरी चूत पहले से ही गीली थी। अब मैं और भी ज्यादा कामुक हो गई थी। ऊपर से भाभी की चूत से सफ़ेद क्रीम निकल रही थी जिसको मैं चाटे जा रही थी।
भाभी भी आह आह आह आह कर रही थी बार बार उनके चूत से गाढ़ा लसलसीला चीज निकलता और मैं पी जाती भाभी भी खूब मजे ले रही थी। भैया जोर जोर से चुत में लौड़ा पेले जा रहे थे। पुरे कमरे से सिर्फ आह आह आह आह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह की आवाज आ रही थी हम तीनो ही आवाज निकाल रहे थे।
भैया अब निचे आ गए और मुझे ऊपर चढ़ा लिए और अपने लौड़ा को पर लगाए और मैं खुद से पूरा अपने चूत के अंदर ले ली. अब मैं ऊपर से धक्के देने लगी। अब भाभी की चूत भैया चाटने लगे। मैं ऊपर से धक्के देती तो पूरा बेड हिल रहा था।
दोस्तों भैया ने फिर मेरी टाइट गांड में भी लौड़े पेले वेसलीन लगा कर। पहली बार मैं गांड मरवाई जो भी अपने ही भाई से इसका भी मजा अलग ही था। दोस्तों करीब हम तीनो मिलकर ३ घंटे तक चुदाई किये। जिसमे मेरी चुदाई जम कर हुई जो यादगार रहेगी ज़िंदगी भर।
पर अभी भी मेरी कहानी ख़तम नहीं हुई। अब रोजाना हम थ्रीसम सेक्स करते हैं पर भइया कभी कभी दिन में भी मुझे चोदते हैं क्यों की उनको डबल चुदाई करनी पडती है भाभी की और मुझे भी। खूब आनंद ले रही हूँ। अब तो लगता है लॉक डाउन जल्दी खुले ही नहीं। आपको दूसरी कहानी जल्द ही https://nonvegstory.com पर लेकर आउंगी तब तक के लिए धन्यवाद.