दोस्तो, मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम का रेग्युलर विज़िटर हू, मैं बहुत दिनों से इस वेबसइट पे बड़ी ही हॉट और सेक्सी कहानियां पढ़ते आ रहा हु, तो आज मेरा भी फर्ज बनता है की मैं भी आज आपको अपनी एक कहानी सुनाऊ, तो देर किस बात का आज मैं आप लोगो अपनी सच्ची घटना सुनाने जा रहा हू. उम्मीद है के आप सभी को पसंद आएगी ये कहानी है आज से 3 साल पहले की जब मैं कॉलेज मैं था. देहरादून में, मैं एक नॉर्मल बॉडी का लड़का हु, पर देखने में काफी अच्छा हु. तो हुआ ये की उस वक़्त मुझे हमेशा चोदने का मन करता था बस यही इच्छा होती थी की अपनी भी कोई गर्ल फ्रेंड हो, जिसके साथ में सेक्स सम्बन्ध बना सकु, मझे लड़कियों की चूचियाँ देख कर बहुत ही मजा आता था, सोचता था इसको दबाने में कैसा लगता होगा, मैं तो सोच कर खुश हो जाता था की अगर कोई लड़की किश करती होगी या तो कोई लड़का किसी लड़की को किश करता होगा तो कितना मजा आता होगा, आज तक मुझे मेरी माँ के अलावा किसी ने किश नहीं किया,
मैंरी क्लास मैं एक दिल्ली की लड़की थी. बहुत ही गोरी थी, मानो जैसे दूध से नहला दिया हो किसी ने उसको. एक साल से हम दोनों उसी क्लास मैं थे, थोड़ी बहुत बात हुआ करती थी, लेकिन बस उतना ही. एक दिन रात को वो मुझे फ़ेसबुक पे ऑनलाइन मिली, तो बात करते करते मैने पूछ लिया कुछ सवाल जो की निचे है .
मैं – तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है
नेहा – नही है
मैं – क्यो, तुम तो इतनी अच्छी दिखती हो, तो तुम्हे तो बहुत से लड़के प्रोपोज़ किये होंगे
नेहा – पहले था स्कूल टाइम मैं, फिर जमा नही कुछ
मैं – अभी कॉलेज मैं कोई अच्छा नही लगता क्या?
नेहा – नही यार, यहा के लड़को मैं वो बात नही
मैं – तो फिर किस तरह का लड़का चाहिए तुम्हे?
नेहा – मुझे काफी हॉट लड़का चाहिए जिससे देख के सारी खुजली मिट जाए.
मैं तो बिल्कुल शॉक लग गया की ये इसने क्या कह दिया.. फिर लगा क शायद दिल्ली की है तो मस्ती से लेती होगी
मैं – एक बार हमें मौका देके तो देखो, फिर बताएँगे के अपने कॉलेज के लड़को मैं कितना दम है
नेहा – अच्छा! मुझे नहीं लगता है की तुममे इतनी दम है तुममे.
मैंरी धड़कन एक दम से तेज़ हो गई थी.. मज़ा तो बहुत आ रहा था.अब मेरा लंड भी पूरा तन गया था
उससे गंदी गंदी बातें करके.फिर मैने बिना सोचे,अपने लंड का फोटो उसे सेंड कर दिया.
उसका रिप्लाइ ही नही आया 10 मिनट तक. सच पूछो यारों मेरी तो गांड फट गई, मुझे लगा की कही ये किसी को बता ना दे मेरी ये जालिम हरकत
मैं उसके मैसेज का वेट ही करता रहा.
नेहा – कल शाम 7 बजे हॉस्टिल के बाहर में मिल
मुझे लगा किसी को कंप्लेन करेगी
जब मैं वहा पहुचा, तो देखा के नेहा तो एक बहुत ही हॉट सा ड्रेस पहन के वहा खड़ी थी.
ओह्ह माय गॉड, मैंरा लंड तो वही सलामी देने लगा. उसका भरा बदन उसमैं बहुत अच्छे से झलक रहा था
उसका फिगर होगा 32-30-34. वो सलवार कमीज़ मैं वहा खड़ी थी. और उसमैं उसके बूब्स निकल निकल के आ रहे थे.
मैं समझ गया के आज तो अपन जन्नत की सवारी करेंगे, आज मेरी खवाइश पूरी होगी
फिर हम एक होटेल रूम मैं गये और वाहा जाते ही उसने मुझे पूरी तरह से अपने गले लगा लिया और ज़ोर ज़ोर से मुझे चूमने लगी, मैं भी जोश मैं आ गया और उसे कस के पकड़ लिया और उसे चूमने लगा वो और भी तेज़ हो गई थी. अब मैं धीरे धीरे उसके कुरती के उपर से ही उसके चूच को दबाने लगा था. ओह्ह्ह क्या चूच था
वो और भी मस्त होती जा रही थी. मैने उसे फिर बेड पे लिटा दिया और उसकी कुरती उतारने लगा.
अब वो सिर्फ़ अपनी ब्रा और पेंटी मैं थी. उसके बूब्स ब्रा से निकले जा रहे थे.मैं तो जोश मैं उसकी ब्रा को खीच के खोल दिया और मस्त बूब्स चूसने लगा.
और एक हाथ उसकी चूत पे रख दिया और धीरे धीरे उसे सहला रहा था, अब वो और भी ज़्यादा मस्त गयी थी. और चड्डी के उपर से मेरा लंड को सहला रही थी.बस अब मुझसे भी रहा ना जा रहा था, मैने भी उसे नीचे बिठाया और अपना लंड उसके मुँह के सामने रख दिया, उसने लंड देखते ही अपने मुँह मैं ले लिया और मस्ती से चूसने लगी.
मैं भी जोश मैं आ गया और उसके मूँह को आगे पीछे करने लगा.वो ऐसे करीब 5 तक चूसती रही. अब मैंरा लंड पूरा 7′ का तन के खड़ा हो गया था. अब मैने उसे बेड पे लिटा दिया और उसकी एक टाँग मैंरे कंधे पर रख दिया और ज़ोर से अपना लंड उसकी चूत मैं घुसा दिया. वो ज़ोर से चिल्लाने लगी …. “उमाआ मर गयी निकालो प्लीज निकालो. मैने भी कोई तरस ना खाया उस पर और और ज़ोर से अंदर डालने लगा..
मैने कहा ” ले साली बहुत शौक है ना चुदने का, कह रही थी की तेरे में दम नहीं है. आज तो तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगा”. और वो ज़ोर ज़ोर से आअह आअह करने लगी. मैं जम के उसकी चुदाई करता रहा. ऐसा करीब 10 मीं तक चला. अब मैं झड़ने वाला था. मैने अपना लंड उसकी चूत से निकाल लिया और सारा पानी उसके मूँह पे छोड़ दिया.
अब मैं थोड़ा शांत हो गया था लेकिन उसकी चूत मैं अभी भी खुजली हो रही थी, इसलिए अब वो फिर से मैंरे लंड को चूसने लगी और उसे खड़ा करने मैं लग गया.अब मुझे थोड़ादर्द हो रहा था क्यों की मैंने पहली बार किसी की छूट में अपनी लैंड घुसाया था. लेकिन मैं कुछ नही कर सकता था. वो करीब 5 मीं तक मैंरे लंड को चूसती रही, मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था. अब मैं फिर से तैयार होके उसकी चुदाई करने के लिए खड़ा हो गया.
अब मैं उठा और उसे डौगी स्टाइल में धीरे से अपना लंड उसकी चूत मैं डाल दिया. उसकी चूत गीली होने के कारण अब मैंरा लंड तुरंत उसके अंदर चला गया. मैने भी अपनी स्पीड पकड़ ली और जम के चोदने लगा उसे.वो भी मस्ती से आगे पीछे होने लगी.
मैने उसके बाल पकड़ लिए थे और जम के चुदाई करने लगा उसकी. और उसकी गांद पे ज़ोर ज़ोर से थप्पड़ भी मार रहा था. वो चिल्लाने लगी “क्या कर रहा है”, मैने बोला “तू मज़े ले साली, ज़्यादा बातें मत कर” घोड़ी बन के चुदवाने में कैसा लग रहा है. और फिर और ज़ोर से चुदाई करने लगा. वो भी मस्त हो गयी थी और उसने अपना पानी छोड़ दिया. मैने अपना लंड बाहर निकाला और फिर उसके मूँह मैं डाल दिया. वो चूसने लगी और थोड़ी ही देर मैं मैं भी झड़ गया.
उस रात को हमने चार बार चुदाई किया, रात भर हम दोनों नंगे रहे, और चार चाँद तो तब लग गया था, क्यों की मैंने एक बोतल शराब की बोतल भी ले गया था, मुझे पहले से पता था की दिल्ली बाली लड़की शराब पीती है, हम दोनों खूब एन्जॉय किये थे उस दिन, फिर क्या था वो मेरी फ्रेंड बन गयी अब तो मत पूछो बीवी से भी बढ़के हो गई है, जब भी मन करता है, बस ये कह देता हु, “कहा हो लण्ड तुम्हे ढूँढ रहा है” वो कहती हु आज रही हु जान, तब तक तुम अपने लण्ड को कह दो की मेरी चूत उससे आई लव यू कह रही है.
एक सच्ची कहानी : दिल्ली की लड़की की चुदाई
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