दिवाली के दिन चुदाई : Bhai Bahan Sex, Bahan Ki Chudai, Diwali me Sex, Diwali sex kahani : मेरा नाम राजू है और मेरी बहन का नाम बबली, मेरी बहन आजकल की लड़कियों से दो कदम ऊपर ही है। यानी कि वह इस जमाने की एक नंबर की हीरोइन है। मैं कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपनी बहन को मैं पटक कर चोदुंगा, उसने हालात ऐसा कर दिया कि मुझे मजबूरी बस को पटक कर चोदना पड़ा। मैं पूरी कहानी आपको नॉनवेज story.com पर सुनाने जा रहा हूं।
यह मेरी पहली कहानी है इस वेबसाइट को इसके पहले मैंने कभी भी किसी वेबसाइट पर कोई कहानियां नहीं लिखी है। इस वेबसाइट पर रोजाना कर सेक्स कहानियां पढ़ता हूं तू मेरे साथ में जब यह घटना घटा तो मुझे भी लगा कि आप लोगों के साथ में भी अपनी सेक्स कहानी शेयर करूँ।
मेरी बहन मेरे से 2 साल छोटी है। और उसका शरीर भरा है। उसकी चूचियां गोल गोल और बहुत ही टाइट है 34 नंबर की ब्रा पहनती है। कमर पतली है लेकिन गांड बाहर की तरफ निकली हुई बड़े ही हॉट दिखती है। सच तो यह बात है दोस्तों अगर मेरी यह बहन नहीं होती तो मैं इससे शादी कर लेता इतने हॉट और खूबसूरत है। मैं सपने में देखा करता था कि मैं अपनी बहन को चोद रहा हूं। फिर यही सोचता था कि यह तो संभव है नहीं, कोई कैसे अपनी सगी बहन को कहेगा कि तुम मुझे चोदने दो? डर लगता था कहीं वह मम्मी पापा को ना बता दें कि भैया ऐसे बोल रहे हैं।
पर उसने जो गलतियां की उसका मैंने फायदा उठाया। यह कहानी पिछले दिवाली की ही है। जब मैंने अपनी बहन को छत पर पटक कर चोद दिया। अब मैं असल कहानी पर आता हूं। हुआ यूं था शाम के 7:00 बजे थे दिवाली का दिन था घर में पूजा हो गया था अब हम लोग मोमबत्ती और दीया जला रहे थे। मैं और मेरी बहन दोनों ही छत पर दिया जला रहे थे मोमबत्ती जला रहे थे तभी मैंने एक दोस्त का फोन आ गया। यार आ जा गले तो लग जा दिवाली का दिन है मिठाई तो खा लो मेरे हाथ से। मेरा जिगरी यार था इस वजह से मैं तुरंत ही चला गया वह बाहर ही कार में आया हुआ था मुझसे मिलने के लिए और मिठाई देने के लिए।
थोड़ा देर हो गया उससे बातचीत करते करते। मैं जब घर आया तो मम्मी पापा बोले कि बबली कहां है तुम दोनों तो छत पर थे। मैंने कहा मैं तो नीचे गया था प्रवीण आया था यह मिठाई का डब्बा देकर गया है और आप दोनों को प्रणाम बोला है। मैं मिठाई का डब्बा वही टेबल पर रख कर छत पर चला गया मैं उन दोनों को कह दिया था कि बबली तो मोमबत्ती और दिया जला रही है छत पर।
छत पर पहुंचा मोमबत्ती दिया जितना मैं जला कर गया था उतना ही जला हुआ दिख रहा था। बबली कहीं दिखाई नहीं दे रही थी। मुझे छत के कोने से बबली की आवाज सुनाई दी ऐसा लग रहा था उसको दर्द हो रहा था इस वजह से वह कराह रही थी। मैं डर गया मैं भाग कर गया उसके पास। कोने में वह चटाई था उस पर बोली थी थी और उसके ऊपर उसका बॉयफ्रेंड निलेश, उसके दोनों पैरों को फैलाकर मेरी बहन को चोद रहा था। जोर-जोर से वह धक्के दे रहा था और मेरी बहन की चूचियों को मसल रहा था।
उन दोनों को यह पता नहीं चला कि मैं आ गया हूं क्योंकि जहां पर वह दोनों चुदाई कर रहे थे। वहां पर गाय के लिए भूसा रखा हुआ था तो मैं इस बार था वह दोनों उस पार थे पर मैं उन दोनों को साफ साफ दिख रहा था। मुझे लगा जिंदगी भर में इसके सपने देखता रहा। मेरी बहन हॉट है सुंदर है खूबसूरत है पर मजा मादरचोद निलेश ले रहा था। मुझे बहुत जोर से गुस्सा आया नीलेश पर तो कमाया पर मेरी बहन पर ज्यादा आ रहा था। घर के जवान लड़की बाहर के लड़के से चुद रही है। और घर का लड़का मुट्ठ मार कर अपना सारा माल पलंग के नीचे पोछ रहा है।
मेरे से रहा नहीं गया मैंने गाली देकर बोला हरामजादे निलेश तू मेरी बहन के साथ क्या कर रहा है। इतना सुनते ही वह तुरंत खड़ा हुआ पेंट पहना और वहां से भगा चाचा के छत पर से होकर। वो पीछे से छत पर चढ़ा था। मैंने देखा मेरी बहन अपना केप्री और पेंटी खोल कर साइड में रख दी थी दोनों पैर फैलाई हुई थी। और उसका टीशर्ट ऊपर किया हुआ था ब्रा का हुक खोला हुआ था और उसकी चूचियां बाहर थी। मैंने उसके बदन को देख कर बहक गया। मुझे लगा कि बस अपना लंड निकाल कर चोद दूं। पर मैंने दिमाग से काम दिया। मैंने उसको डांटा गाली दिया और बोला तेरे अंदर बहुत गर्मी पड़ गई।
हरामजादी तुम गैरों को बुलाकर दिवाली के दिन अपनी गर्मी शांत कर रही है। तुम्हें परिवार की इज्जत का चिंता नहीं है अपने मां-बाप की इज्जत का चिंता नहीं है। अगर तुम्हें गांड मरवाने ही थे, चूत चुदवाने ही थे तो कह देती मैं तुम्हारी अन्तर्वासना को शांत कर देता। क्या जरुरत पड़ी थी किसी और को बुलाने के लिए। और मैंने उसके दोनों टांगों के बीच में बैठ गया। मैंने कहा बोल कितनी गर्मी है तेरे अंदर अभी मैं देखता हूं।
और अपना लंड निकाल कर उसके चूत के मुंह पर लगाया, और जोर से पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया, जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत के अंदर प्रवेश किया उसने कहा ह्यआआ ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ये काम अगर तुमने पहले किया होता तो आज मुझे बाहर मुँह मारने की जरुरत नहीं पड़ती। ये बात मैंने उसके मुँह से सूना तो दंग रह गया। मैंने तुरंत ही उसकी दोनों चूचियों को पकड़ कर मसलने लगा।
उसके होठ को चूमने लगा। शुरू में तो पटक दिया थे लंड घुसाने के पहले पर जब ये बात बोली हाय्य तुमने तो खुश कर दिया। तो मैं उसको प्यार से चूमने लगा और और उसकी चूचियों को दबाते हुए उसको चोदने लगा। वो भी गांड गोल गोल घुमा घुमा कर चुदवाने लगी और मैं जोर जोर से उसकी चूत में लंड पेलने लगा। उसने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया और बोला भाई तुमने आज मुझे दिवाली का गिफ्ट दे दिया। तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है। मैंने कहा और बुलाएगी नीलेश को चुदवाने के लिए। उसने कहा अब क्यों जब भाई घर में चोदने वाला हो तो किसी और को क्यों बुलाना।
मैंने बीस मिनट में ही उसकी वासना को शांत कर दिया। तभी नीचे से मम्मी की आवाज आई अरे तुम दोनों का हुआ कि नहीं अभी तक। बबली बोली, चलो जल्दी मोमबत्ती दिया जला लेते हैं रात तो अपनी है मैं तुम्हारे कमरे में आ जाऊंगी। मैंने तुरंत अपना पैंट पहन लिया वह भी अपने कपड़े पहन ली। और फटाफट दिया जलाने लगे। रात में फिर से खाना पीना खा लिए जब मम्मी पापा अपने कमरे में सोने चले गए तो मैं अपनी बहन के कमरे में सोने गया था।
पूरी रात उसको मैंने चोदा था। गांड मारा था, उसके बूब्स को किया था। पूरी रात हम दोनों एक दूसरे को खुश करते रहे। जब उसकी चूत में काफी ज्यादा दर्द होने लगा था तभी मैंने उसको छोड़ा नहीं तो एक दो शॉट और लगाता। यह कहानी मेरी जिंदगी के सबसे करीब है यह शायद मैं कभी जिंदगी में नहीं भूलूंगा। जब भी दिवाली आती है मुझे वह पल याद आ जाता है। मेरी बहन की शादी जुलाई में ही हो गई है।
आजकल मैं उसको याद करके ही सोता हूं। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां पढ़ता हूं और फिर मुट्ठ मार कर सो जाता हूं। आजकल मेरी जिंदगी सही नहीं चल रही है इसका कारण है की मेरी बहन की शादी हो गयी है।