Vidhwa Sex Story, Pati Ka Dost, Dost ki Patni After Party Sex : चुदाई किसे अच्छी नहीं लगती? चोदना और चुदवाना सबको अच्छा लगता है। किसी को लंड नहीं मिलता तो किसी को चूत का दर्शन नहीं होता। आज मैं आपको एक बहुत ही जबरदस्त सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूं। यह मेरी पहले कहानी है नॉनवेजस्टोरी डॉट कॉम पर, इसके पहले मैं आज तक कहानी नहीं लिखी थी सोचा भी नहीं थी। पर आज मैं आप सभी के लिए आप सभी दोस्तों के लिए जबरदस्त सेक्स कहानी लेकर आई हूं। यह मेरी सच्ची कहानी इसलिए आप लोगों को सुनना बहुत जरूरी है। मैं आपको अपनी चूत छूट तो नहीं दे सकती पर हां आपको माया जरूर दे सकती हूं। आज मैं आपको हू बहू कहानी बताने वाली हूं। जैसा मेरे साथ पिछले रात को हुआ था। 24 घंटे भी नहीं हुए और आपको एक सेक्सी नई हॉट कहानी इस वेबसाइट पर पढ़ने को मिल रही है।
मेरा नाम खुशबू है मैं अभी 35 साल की खूबसूरत महिला हूं बहुत जबरदस्त हूं। मैं 36 नंबर के ब्रा पहनती हूं मेरे चूचियां बहुत बड़ी-बड़ी गोल और टाइट है। अब आप सोच रहे होंगे कि मेरे चूचियां इतने बड़े-बड़े क्यों है। तो मैं आपको बता देना चाहती हूं कि मैं 6 फुट की औरत हूं बहुत हॉट और सेक्सी हूं शायद मेरे जैसा औरत आपको कहीं देखने को नहीं मिलेगा। गोरी लंबे बाल होंठ मेरे लाल लाल चूतड़ क्यों बाहर बाहर तक। जबरदस्त सेक्सी और सुंदर कई लोग मुझे अप्सरा भी कहते हैं। जब भी मैं रास्ते से निकलती हूं तो चाहे बूढ़ा हो बच्चा हो या जवान हो सब लोग मुझे घूर कर जरूर देखते हैं। जाने के सबके दिलों पर राज करने वाली महिला हूं।
मेरी एक बेटी है अभी छोटी है। पर भगवान ने मेरे साथ अच्छा नहीं किया। मैं अपने पति के साथ खुशहाल जिंदगी की रही थी पर पिछले साल उसको अचानक हार्ट अटैक आ गया और वह हम लोगों को छोड़कर चला गया। मैं पढ़ी-लिखी महिला हूं अपने आप को जल्दी संभाल ली। आजकल कौन किसी का होता है सब लोगों को अपने से मतलब है और खासकर जब किसी को दुख पड़ जाए तो कोई साथ नहीं देता। मेरे साथ भी यही हुआ मैं खुद आज पैरों पर खड़ी हूं और नौकरी कर रही हूं. मैं जहां रहती हूं वह बहुत अच्छा जगह है एक अच्छी सोसाइटी है मेरा खुद का फ्लैट है। तो बस अपने मन को समझा लिया और ज़िंदगी में आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
इसी सोसाइटी मैं मेरी एक फ्रेंड रहती है उसका नाम है कविता, कविता के दो बच्चे हैं पर दोनों हॉस्टल में रहते हैं तो घर पर वह पति-पत्नी ही रहते हैं मेरा उनके घर आना जाना है बहुत अच्छा रिश्ता है। उनके पति का नाम राजेश है राजेश जी बहुत अच्छे इंसान हैं। सच पूछो तो मेरे पति के जाने के बाद उन्होंने ही मुझे संभाल और उनके मन में कभी गलत ख्याल नहीं आया था क्योंकि औरत सबको समझती है हां भाव से ही पता चल जाता है कि एक मर्द औरत से क्या चाहता है। कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि वह मेरा गलत फायदा उठाने की कोशिश किया जब मैं विधवा हो गई। उन्होंने सिर्फ मदद करने के लिए ही सोचा था.
मेरे सहेली कविता अभी गांव गई हुई है। मेरी बेटी भी मेरे मम्मी के पास अशोक विहार दिल्ली में मैं मेरा मायका है तो वहीं गई हुई है मैं नोएडा में रहती हूं। कल रात एक पार्टी में जाना था मेरे आगे निमंत्रण था और राजेश जी का भी निमंत्रण था। उन्होंने खुद फोन कर कर बोला की खुशबू जी अगर आपको भी चलना है तो मेरे साथ ही चलना क्योंकि अलग-अलग गाड़ी से क्यों जाओगे? शाम को 7:00 बजे उन्होंने समय दिया था और मैं उसे समय तैयार हो गई. बहुत हॉट और सेक्सी लग रही थी साड़ी पहनकर। ब्लाउज में चूचियां कसी हुई थी। साडी से साफ़ साफ़ दिख रही थी मेरे कितने बड़े-बड़े और गोल-गोल बूब्स है.
जैसे उनके गाड़ी में बैठी उनका ध्यान सबसे पहले मेरे बूब्स पर गया था। उन्होंने जल्दी से अपनी आंखें फिर कर दूसरा तब देखने लगे पर मर्द तो मर्द है वह बार-बार बहाने से मेरी तरफ देखते हैं और मेरे बूब्स को झांकने की कोशिश जरूर करते थे। देखने का मतलब यह भी था ब्लाउज आगे से v शेप का था इसलिए दोनों चूचियां साफ़ साफ़ आगे से आधी दिख रही थी आजकल ऐसा ब्लाउज ही चल रहा है तो मैं क्या करूँ फैशन है तो मैं भी सिर्फ फैशन को ही फॉलो कर रही हूँ।
पार्टी शानदार थी खूब खाई खूब मजे किए खूब डांस किया। ड्रिंक का भी व्यवस्था था तोपी भी लिया, जब से मेरी शादी हुई तब से मैं शराब पी रही हूं पर हां इधर 1 में शराब को हाथ नहीं लगाई थी। उनके गाड़ी में बैठते ही मेरे नशीली आंखें उनको घूर रही थी। वह भी मुझे घूर रहे थे। ऐसा लग रहा था की वो मेरे से कुछ कहना चाह रहे हैं। मैंने पूछ ही लिया की राजेश जी क्या आप कुछ कहना चाह रहे हैं क्या? उन्होंने कहा आप आज बहुत खूबसूरत लग रही हैं। इसलिए बार बार आप को देखने का मन कर रहा है। मैंने कहा फिर आपको किसने रोका जितनी मर्जी मुझे देखो मैं कभी बुरा नहीं मानूंगी। आपने मेरी बहुत मदद की अब मैं अपने पैरों पर खड़ी हूँ और ज़िंदगी को आगे बढ़ा रही हूँ। पिछली बात भूलकर आगे बढ़ना चाहती हूँ।
उसके बाद मेरे मुँह से एक बात निकल गई मैं आपको बहोत पसंद करती हूँ। और मैंने उनका हाथ पकड़ लिया। उन्होंने कहा क्या आप आज मेरे साथ मेरे फ्लैट पर चलेंगी। मैंने हाँ कह दिया और फिर वो तेज गाडी भगाये और करीब दस मिनट में ही उनके फ्लैट पर पहुंच गए। अंदर पहुंचते ही उन्होंने मुझे अपनी बाहों में भर लिया मैं भी नहीं रुकी मैं भी उनको गले से लगाकर उनकी तरफ देखने लगी। वह आगे बढ़े बिना देर के अपना होंठ मेरे होंठ पर रख दिया। फिर क्या था दोस्तों तुरंत ही मैंने साड़ी खोलकर अलग करते हुए ब्लाउज का हूं खोलने लगी उन्होंने तुरंत अपना कपड़ा उतार कर टांग दिया। मैं भी तो उसे 3 मिनट के अंदर अपने सारे कपड़े उतार दे बस ब्रा और पैंटी में थी।
ब्रा का हुक उन्होंने खोला और मेरी बड़ी-बड़ी चूचियों को आजाद किया। अपने बेड पर लेट कर मेरे ऊपर चढ़ गए और मेरे होंठ को चूमने लगे। हम दोनों ही कामवासना से भर चुके थे जैसे उन्होंने अपना हाथ मेरी चूत पर रखा में सिहर गई। मेरे से रहा नहीं गया मैं तुरंत ही उनका लंड पकड़ ली। उनका लंड बहुत मोटा और लम्बा था। बिना देर किए मैं तुरंत मुंह में ले ली और चूसने लगी जब मैं लंड चूस रही थी उसे समय वह अपने हाथों से मेरे चूचियां दबा रहे थे। मेरी चूत बहुत गीली हो चुकी थी। मैं दोनों पैरों को अलग-अलग कर लेट गई। वह मेरे पैरों के बीच में बैठकर मेरी चूत को चाटने लगे। मेरे मुंह से तरह-तरह की आवाज निकलने लगी। ओह्ह्ह्हह फ्फ्फफ्फ्फ़ उफ्फफ्फ्फ़ आआआ ओह्ह्ह्हह्ह ऐसे में और भी वो सेक्सी हो गए थे।
मेरे से रुका नहीं गया मैं तुरंत उनको बोला कि अब मत तड़पाओ मुझे आज मुझे खुश कर दो मैं जीना चाहती हूं मैं खुश रहना चाहती हूं। मैं घुट घुट कर नहीं जीना चाहती मैं दुनिया के साथ आगे बढ़कर में मजे लेना चाहती हूं। जिंदगी भर-भर नहीं मिलती है। उन्होंने अपना मोटा लंड निकाला और मेरे चूत के छेद पर रखकर घुसा दिया। अब वो जोर जोर से धक्के देने लगे मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को मसलते हुए मेरे होठ को चुम रहे थे। मैं भी गोल गोल गांड घुमाती और हौले से निचे से धक्के देती। मजा आने लगा था।
करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मैं उलटा लेट गई। मेरी चौड़ी गांड देखकर वो तो पागल हो गए। अपना मोटा लंड मेरी गांड के छेद पर लगाने लगे और घुसाने की कोशिश करने लगे पर जा नहीं रहा था। उन्होंने तुरंत ही उठकर वेसलिन लेकर आये मेरी गांड पर लगाया और फिर अपने लंड पर भी लगाया और और फिर एक ही झटके में पूरा लंड मेरी गांड में घुसा दिए। दर्द तो बहुत हो रहा था पर मजा भी उससे ज्यादा आ रहा था इसलिए दर्द की चिंता ही नहीं थी। उन्होंने जमकर मेरी गांड मारी।
फिर वो निचे लेट गए और अब मैं उनके ऊपर चढ़ गई और गांड उछाल कर मैं उनके मोटे लंड को अपनी चूत में लेने लगी। वो मेरी चूचियों को जोर जोर से दबाते और निचे से धक्का देते उनका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर जा रहा था। करीब एक घंटे की चुदाई के बाद मैं खुद झड़ गई और वो भी शांत हो गए। आप नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर ये कहानी पढ़ रहे हैं। दोस्तों एक साल बाद मैं खूब चुदी और मजे की।
हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर सो गए। रात भर में तीन बार चुदाई किया। हम दोनों ही दस बजे सोकर उठे सच तो ये है फ्लैट में कोई दिक्कत नहीं होता है ख़ास कर मेरे सोसाइटी में ये सब सेफ है। तो चुदाई भी सेफ है। आज मैं फिर से उनके यहाँ जाउंगी और फिर से अपनी चूत की गर्मी शांत करवाउंगी। आप सभी दोस्तों को धन्यवाद मेरी कहानी पढ़ने के लिए मैं जल्द ही अपनी दूसरी अपनी सच्ची कहाँ लेकर आने वाली हूँ।